ऐसे कितने ही बयानों से सोशल मीडिया पटा पड़ा है ऐसा कहने वालों में कई नेता भी शामिल हैं इंडियाज गॉड लेटेंट शो में पॉडकास्टर रणवीर इलाहाबाद के एक जोफ पर विवाद इतना बढ़ा कि अब समय रहना कि सभी पुराने चुटकुलों को अश्लीलता के सामाजिक मानकों पर तोला जा रहा है इसमें कोई दोराय नहीं कि समय ने कई मौकों पर अश्लील या पॉलिटिकली इनकरेक्ट जोक्स किए जिससे दर्शक या उनके फैन डार्क जोक बता रहे हैं लेकिन सवाल है कि एक कॉमेडियन यहां तक पहुंचा कैसे कि देश के तमाम मीडिया संस्थानों की प्राइम टाइम शो में उसकी चर्चा हो रही है.
उसको बैन करने की मांग होने लगी उनके बहाने डार्क ह्यूमर का तिया पांचा समझाया जा रहा है कुछ लोग तो क्रिएटर्स के लिए लाने की भी मांग कर रहे हैं कश्मीरी हूं का अनुभव है रैना के कंटेंट के साथ जो टैक्स सबसे पहले और सबसे ज्यादा मजबूती से चस्पा हुआ वो था जम्मूकश्मीर मैं तो कश्मीर से हूं मुझे पत्थरबाजी या पत्थर खाने का अनुभव है समय के ऐसे चुटकुले वायरल हुए ऐसे चुटकुले हमेशा से बहस के केंद्र में रहे हैं इस पर हंसने वालों और विरोध करने वालों की अपनी-अपनी दलीलें हैं बावजूद इसके जोक को पचा लिया गया कारण यह भी रहा हो कि समय खुद भी जम्मू कश्मीर से ताल्लुक रखते हैं.
उनका जन्म एक कश्मीरी पंडित परिवार में हुआ समय के पिता राजेश रैना पेशे से पत्रकार हैं वो अपने एक्स बायो में ग्रुप एडिटर लिखते हैं 1990 के दौर में कश्मीर का माहौल ऐसा बना कि कश्मीरी पंडितों को वहां से पलायन करना पड़ा समय रहना एक पॉडकास्ट में कहते हैं जब मैं स्कूल में था मेरे पापा कहते थे कि कश्मीर में उस समय जो कुछ भी हुआ उसके कारण उनको वह जगह छोड़नी पड़ी इसलिए उनकी पढ़ाई लिखाई ठीक से नहीं हुई लेकिन वो हमेशा कहते थे कि उनको अपने बच्चे को अच्छे स्कूल में पढ़ाना है राजेश के एक्स प्रोफाइल पर नजर डालने पर यह समझ आता है कि वह कश्मीरी पंडितों के मामलों से अब भी जुड़े हुए हैं और उनकी बातें करते रहते हैं.
उन्होंने शुरुआती पढ़ाई लिखाई के लिए समय का एडमिशन आज के तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के रमा देवी पब्लिक स्कूल में कराया इसके बाद समय रहना हैदराबाद पब्लिक स्कूल पहुंचे अपने स्कूल के दिनों के अनुभव की बात करते हुए समय बताते हैं पहले मैं जोस स्कूल में था वो हैदराबाद के बिल्कुल आइसोलेटेड जगह पर था रामोजी फिल्म सिटी के पास मेरा स्कूल था वहां से सीधे मैं एक बड़े स्कूल में आ गया मुझे याद है कि मेरे घरवाले बहुत मुश्किल से स्कूल की फीस का इंतजाम कर पाते थे सबसे आखिरी तारीख को फीस जमा होती थी.
ऐसे कई रिसर्च हैं जिनमें यह साबित किया जा चुका है कि किसी व्यक्ति का पूरा जीवन कैसा होगा तय होता है उसके बचपन से बचपन के इमोशनल और मानसिक अनुभव से व्यक्ति की पर्सनालिटी की नीव पड़ती है बकौल समय रहना उन्हें स्कूल में रंग के कारण रेसिजम का सामना करना पड़ा कश्मीर में पैदा हुआ एक लड़का हैदराबाद के एक स्कूल में पढ़ रहा था समय बताते हैं कि अलग दिखने के कारण बाकी बच्चे उनको बुली किया करते थे अपने स्टैंड अप शो में गालियों से शायद ही कभी परहेज करने वाले समय जब स्कूल में पहले दिन पहुंचे तो उनका स्वागत भी मां की उसी गाली से ही किया गया था वो बताते हैं स्कूल में मेरा पहला दिन था पहले ही दिन मेरे बगल में बैठे लड़के ने मुझे मां की दी मैं अकेले बैठता था क्योंकि कोई भी मेरे साथ बैठना ही नहीं चाहता था मेरे साथ की जाती थी स्कूल के बच्चों से दोस्ती करने के लिए मैंने तेलुगु सीखी इसके बावजूद मुझे रोज ही बुली किया जाता धीरे-धीरे कूल दिखने के लिए मैंने बुली होने पर हंसना शुरू कर दिया था लेकिन अंदर ही अंदर में रोता था मैं अपनी मम्मी को भी ये सब नहीं बताता था उनके सामने खुश दिखने की कोशिश करता था.
किए जाने के डर से समय अपनी क्लास के बच्चों से कम ही बात करते थे दोस्त बनाने के लिए जूनियर्स से बात करते समय उनको चुटकुले सुनाते और इसके लिए वो कर दिया अगस्त 2017 तक समय कॉमेडियंस की सर्कल में पहुंच गए थे वो अनिर्बान दास गुप्ता और अभिषेक उपमन्यु जैसे स्टैंड अप कॉमेडियंस के लिए शो ओपन करने लगे थे स्टैंड अप कॉमेडी की दुनिया में शो ओपन करने का मतलब है मंच पर परफॉर्मर के आने से पहले उसके नाम की घोषणा करना इस दौरान कुछ मिनटों के लिए चुटकुले सुनाने का मौका भी होता है.
शो ओपन करते-करते स्टैंड अप कॉमेडियंस के नेटवर्क में रैना की अच्छी पहचान हो गई और फिर उन्होंने पुणे से मुंबई का रुख किया कॉमेडी की दुनिया में हाथ जो जो आजमाना था 2019 में समय ने एजन प्राइम पर आने वाले कॉमेडी शो कॉमिक स्थान की सीजन टू में हिस्सा लिया तब तक देश में कॉमेडी के इस जनरा के लिए दर्शकों की ठीक-ठाक संख्या तैयार हो गई थी समय ने शो में भी और कॉमेडी का तड़का लगाया देश में तब भी ऐसा करने वाले कई कॉमेडियंस थे और अब भी हैं बहरहाल समय रैना ने यह शो जीत लिया इसके बाद देश दुनिया में उनके शोज होने लगे 2019 में उन्होंने मैं समय हूं ना का शो किया फिर आया साल 2020 दुनिया को एक महामारी ने जकड़ लिया लॉकडाउन लगा था किसी भी तरह के शो पर रोक थी एआई बी शुरू करने वाले तन्मय भट्ट ने समय को एक खेलने की सलाह दी.
समय ने ऐसा ही किया बहुत ही कम समय में लोगों ने उनके लाइव स्ट्रीम को देखना और उससे जुड़ना शुरू कर दिया शतरंज खेलते वक्त अपने अंदाज में चुटकुले भी सुना दिया करते थे शतरंज वो भी कॉमेडी के तड़के के साथ यह हिट फॉर्मूला बन गया समय इनोवेट करने लगे चैरिटी तक के लिए पैसा जुटाया चैनल पर नामी गिरामी लोग आने लगे क्रोएशिया शतरंज खिलाड़ी एंटोनियो रेडिक से लेकर इंडियन ग्रैंड मास्टर विदित गुजराती उनकी पहचान एक सीरियस शतरंज खिलाड़ी के तौर पर होने लगी फिर आया मोमेंट ऑफ ग्लोरी ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद उनकी लाइव स्ट्रीम का हिस्सा बने.
इसके बाद हुई कॉमेडियन ऑन बोर्ड की शुरुआत अब चेस खेलने के लिए कॉमेडियंस पहुंचने लगे चेस को लेकर समय लगातार प्रयोग कर रहे थे चेस टूर्नामेंट का आयोजन कराया खुद का प्लेटफार्म का समय मंच पर पहुंचे और बोले ऑर्गेनाइजर ने कहा कि नहीं देनी है वरना उनकी प्लेसमेंट रुक जाएगी पर समय ने अपनी सुनी मां की देते हुए कहा कि वो किसी की प्लेसमेंट की चिंता नहीं करते तालियों से पूरा ऑडिटोरियम गूंज उठा दूसरा मौका तब था जब समय रहना मशहूर रैपर रफ्तार के साथ लाइव स्ट्रीम में थे समय ने रफ्तार से पूछा क्या आपके नाना नानी जिंदा हैं मेरे नाना तो नींद में ही गए इस पर रफ्तार ने कहा कि ज्यादा अच्छा है इस पर समय ने कहा नहीं नहीं नाना ने तो आवाज लगाई थी हम लोग नींद में थे हास्य की दुनिया में इसी को कॉमेडी कहते हैं मतलब कि उन विषयों पर चुटकुले बनाना जिसके बारे में लोग खुल के बात नहीं करते जैसे हादसा तलाक आदि.
इस जनरा के साथ एक दिक्कत है जिसका बखान मशहूर लंगड़ा त्यागी ने कालजई रचना ओमकारा में किया था धागे के इधर कॉमेडी और धागे के उधर इनसेंसिबल मिलाकर यह जो नरा विद्वानों के बीच आज भी विमर्श का विषय है तीसरा जनकुला 2000 के चक्कर में एक बच्चे का ट्रेन से जाना है वो बोलते हैं मैंने एक छोटे बच्चे को दिए उसके लिए कुछ बच्चों में झगड़ा होता है एक बच्चा प्लेटफार्म से नीचे गिर जाता है और उस पर ट्रेन चढ़ जाती है अब आती है असली लाइन मेरे 2000 वसूल हो गए इतना मजा कहां मिलता.
इंटरनेट ट्रेंड्स को देखें तो वायरल होना किसी भी कॉमेडियन के करियर के लिए बड़ा मौका होता है समय के इन चुटकुलों के मीम्स कटने लगे खूब कटे ग्राफ बढ़ गया किंग ऑफ कॉमेडी का लेवल जस कर दिया गया हालांकि समय की राय अलग है वो कहते हैं मैंने कभी नहीं कहा कि मैं कॉमिक हूं लेकिन इन तीन चुटकुलों की वजह से मुझे यह लेबल मिल गया मेरे लिए का मतलब है यानी एक्सट्रोवर्ट होना मतलब कि बिना किसी हिचकिचाहट कुछ भी कह देना.
बहरहाल चेस का खेल धीमा हो गया और कॉमेडी का तेज समय रोस्ट कॉमेडी में भी हाथ आजमाने लगे मतलब कि किसी का मजाक उड़ाना उसी के सामने जून 2024 में कमेडि आशीष सोलंकी ने एक वीडियो उनके शो प्रिटी गुड रोस्ट शो का था कुशा कपिला भी पहुंची थी.
रोस्ट ही रोस्ट का माहौल था बारी आई समय रहना की और यह रोस्ट काफी पर्सनल हो गया उन्होंने कुशा को गोल्ड डिगर कहा उनकी बॉडी पर कमेंट किया उनके तलाक का मजाक बनाया शो से ज्यादा समय वायरल हो गए उनकी आलोचना होने लगी वैसे विवाद के बाद वीडियो से वो हिस्सा काट दिया गया लगभग एक महीने बाद कुशा ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी और कहा कि वो वहां दोस्ती के नाते गई थी और उनको बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि ऐसा होगा.
मौजूदा के आंकड़े देखें तो यही प्रतीत होता है कि समय रैना का नाम कुशा कपिला विवाद से हमेशा के लिए जुड़ गया है आशीष सोलंकी के रोज शो से समय बदनाम तो हुए लेकिन उनका नाम भी हुआ उन्होंने इस कल्चर को आगे बढ़ाया और इस बार आम लोगों के रोस्ट होने की बारी थी 14 जून 2024 को इंडियाज गॉड लेटेंट का पहला एपिसोड आया कुछ ही दिनों में यह वीडियो की नकल है दूसरा एपिसोड आया तीसरा आया और पूरा सोशल मीडिया उनके एपिसोड्स के क्लिप्स से भर गया एपिसोड्स ट्रेंड होना आम बात हो गई सोशल मीडिया पर शो के अलग-अलग हिस्सों पर चर्चा होने लगी रोस्ट करने की जिम्मेदारी सिर्फ समय की नहीं थी हर एपिसोड के लिए जजों का नया पैनल रहता जो रोस्ट करते और खुद भी रोस्ट होते कॉमेडी के धुर बैठते म्यूजिक इंडस्ट्री के साथ बॉलीवुड का तड़का भी लगता.
रैपर बादशाह एक्टर सिद्धांत चतुर्वेदी अनुभव सिंह बस्सी तन्मय भट्ट रैपर रफ्तार जैसे लोग आए वायरलिटी का भी ध्यान रखा गया राखी सावंत दीपक कलाल पूनम पांडे और उर्फी जावेद को भी जगह मिली लोग यहां आते और एक मिनट के समय में जोक सुनाते गाना गाते कविता सुनाते डांस करते कुछ लोग तो कुछ भी कर देते इसके बाद शुरू होता कंटेंट बनाने का काम शो के जज परफॉर्मर्स को ग्रिल करते उनका मजाक बनाते परफॉर्मर्स को भी ये अंदाजा होता कि उनके सब साथी सब होना है इसलिए कई मौकों पर वो भी तैयार दिखते रोस्ट कॉमेडी के साथ कॉमेडी और वाले चुटकुले परोसे जा रहे थे अमूमन अपने प्लेटफार्म पर नपा तोला बोलने वाले जज भी इस मंच पर कुछ ज्यादा ही खुल जाते सबसे बड़ा उदाहरण तो रणवीर इलाहाबाद का ही है एक उदाहरण गायक राहगीर का भी है.
मीम्स वालों ने भी कोई मौका नहीं छोड़ा किसी भी बात पर बैकग्राउंड म्यूजिक लगाया और वायरल इंडस्ट्री में योगदान कर दिया मसलन की एक लड़की ने बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के पर चुटकुला कहा वो भी वायरल हो गया नमन अरोड़ा और यह मूर्ख अपनी छवि सुधार वाले केशव जैसे परफॉर्मर्स को तो अलग पहचान मिल गई चेस की लाइव स्ट्रीमिंग से समय को एक चस्का लगा था.
मेंबरशिप का गेम कीमत मात्र 9 प्रति महीने और फैंस इतने की मोटी कमाई होने लगी लोग शो को लाइव देखने के लिए ₹2000000 छू लिया उनके शो में आने के लिए बहुत सारे लोगों ने अप्लाई करना शुरू कर दिया शो पर नजर कई ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की भी थी वो चाहते थे कि समय यही काम का दावा है कई ओटीटी वाले मेरे पीछे पड़े हैं कि लेटेंट हमारे प्लेटफार्म पर ले आओ लेकिन मुझे मेंबरशिप से अच्छा पैसा मिल रहा है और ओटीटी पर ले जाऊंगा तो वो रोक टोक करेंगे.
समय ने लेटेंट के वीडियो के लिए एक एक्सक्लूसिव ऐप भी लॉन्च किया 24 घंटे के अंदर ही ये हिट भी साबित हुआ ऐप ने google2 के एक इवेंट में स्पी का टीशर्ट पहनकर पहुंच गए अनअकैडमी के इवेंट में जाकर उन्हीं का मजाक बनाया उनका यह रूप लेटेंट में भी दिखा था शो के स्पंस के साथ भी कुछ ऐसा हो रहा था लेकिन कभी भी किसी ब्रांड ने सार्वजनिक रूप से शिकायत नहीं की वजह समय की सोशल मीडिया पर पकड़ रही सब कुछ ठीक चल रहा था ऐसा मान लेते हैं पब्लिक वीडियो एंजॉय कर रही थी और समय पैसा कूट रहे थे पैनल गेस्ट और कंटेस्टेंट वायरल हो रहे थे हालांकि कुछ लोग दमी जुबान में यह जरूर कहते कि इस वक्त समय के ढेर पर चल रहे हैं समय ने जिस शो को नकल करके बनाया था रणवीर इलाहाबाद ने उसी शो पर एक चुटकुले की नकल कर दी इलाहाबाद ने के शो में सुना दिया बस यही बवाल शुरू हो गया.
इलाहाबाद या मूल रूप से कॉमेडियन नहीं है उन्होंने माफी भी इसी तर्क को आधार बनाकर मांगी अब हम आपको उसी जोक का मिलता-जुलता वर्जन पढ़ाते हैं मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा ने जो सुनाया व जोक कुछ ऐसे थे कई तो इतने शौकीन होते हैं सुबह 2 बजे ही उठ जाते हैं क्रिकेट देखने के लिए लिए क्रिकेट का मैच शुरू होना होता है 4:00 बजे फिर यह मां-बाप जाते हैं.
कुल मिलाकर जिसका जो काम वो उसी को भाए पर मामले ने तूल पकड़ लिया था नेशनल हेडलाइन तब बनी जब दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एंट्री हुई फिर सोशल मीडिया मेन स्ट्रीम मीडिया और पुलिस सब अपना-अपना रोल बखूबी निभाने लगे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और असम के सीएम हेमंता विश्वा शर्मा की आलोचना के बाद समय रहना रणवीर इलाहाबाद दिया सहित कई शो से जुड़े लोगों पर कई मामले दर्ज हो गए अलग-अलग राज्यों में के खिलाफ एफआईआर कराई गई कॉमेडियन सुनील पाल ने तो एक टीवी डिबेट में चुल्ला चुल्ला कर कहा कि समय रहना एक है.
इलाहाबाद ने माफी मांगी बाद में समय रैना ने भी एक बयान जारी किया और इंडियाज गट लेटेंट के सारे एपिसोड्स देखी मुनव्वर फारूकी को जेल जाते देखा वीर दस के टू इंडिया पर हुआ बवाल देखा लेकिन मामला कानून बनाने तक नहीं पहुंचा बात संसद तक नहीं पहुंची.