ऋषि कपूर बॉलीवुड के सबसे सफल एक्टर्स में से एक थे। उन्हें स्क्रीन पर अपनी रोमांटिक इमेज के लिए जाना जाता है। सभी स्टार्स की जिंदगी में सक्सेस और फेल्योर होता है। लेकिन एक ऐसा समय भी था जब ऋषि ने तंग आकर एक्टिंग को अलविदा कहने का मन बना लिया था। हालांकि इसकी वजह फिल्मों का फ्लॉप होना बिल्कुल नहीं था।
साल 2011 में ऋषि कपूर ने फर्स्टपोस्ट को एक इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि “मुझे अपने जीवन में कोई पछतावा नहीं है। भले ही मेरा नाम शीर्ष नामों में नहीं है। लेकिन मैंने स्टारडम का कभी इंतजार नहीं किया। बॉबी 1973 में आई थी और तुरंत हिट हो गई। उसके बाद मुझे इसकी सफलता की बराबरी करने के लिए संघर्ष करना पड़ा। मैं 1973 से लेकर 1998 तक 25 सालों से एक लीड स्टार के रूप में काम कर रहा हूं लेकिन अब मैं ऊब गया। मेरा वजन बढ़ गया और मुझे लगता है कि मैं युवाओं के साथ कॉम्पटीशन नहीं कर सकता।
इसके बाद ऋषि कपूर ने एक छोटे से समय के लिए ब्रेक लिया और डायरेक्शन में हाथ आजमाया। उस दौरान उन्होंने फिल्ममेकर्स के पैसे भी लौटा दिए और तीन महीने के लिए बिल्कुल फ्री हो गए। हालांकि इस बीच ऋषि कपूर ने ऐश्वर्या राय बच्चन और अक्षय खन्ना की फिल्म आ अब लौट चलें का निर्देशन किया।
इस दौरान उन्हें नीतू कपूर का फुल सपोर्ट मिला। रिपोर्ट्स के मुताबिक, नीतू कपूर ने ऋषि से कहा था कि अगर उन्हें काम में मजा नहीं आ रहा है और बहुत थकान महसूस हो रही है, तो वह ब्रेक ले लें। तब साल 2000 में ऋषि कपूर ने एक्टिंग से ब्रेक ले लिया। हालांकि इस बीच वो साइड प्रोजेक्ट करते रहे लेकिन लीड एक्टर के तौर पर काम नही किया। साल 2000 से 2010 के बीच उनकी सिर्फ 8 ही फिल्में आई थीं।