एक पुलिस कर्मी को सिर्फ अपनी ड्यूटी करने की ऐसी खौफनाक सजा मिली कि इसे सुनने वाले तमाम पुलिस कर्मी भी अब करने पर मजबूर हो जाएंगे मामला छत्तीसगढ़ के सूरजपुर का है जहां पर प्रधान आरक्षक तालिब शेख को अपनी पुलिस की ड्यूटी करना अपना कर्तव्य निभाना बहुत भारी पड़ गया।
पुलिसकर्मी तालिब शेख ने थाने में आए एक मामले में हाथ डाला तो घर आकर अपनी पत्नी और बच्ची के से किए गए पाए जी सही सुना आपने दरअसल सूरजपुर के कुख्यात बदमाश और जिला बदर कबाड़ व्यवसाय कुलदीप साहू का एक केस के सिलसिले में पुलिस कर्मियों से विवाद हुआ था विवाद के बाद अपराधी कुलदीप साहू ने दुर्गा पूजा के दौरान एक पुलिस कर्मी पर जब पुलिस दल को मामले की जांच करने और साहू को गिरफ्तार करने के लिए भेजा गया तब साहू ने प्रधान आरक्षक शेख तालिब और पुलिस दल पर चार पहिया वाहन चढ़ाकर उन्हें की कोशिश की बाद में कुलदीप साहू वहां से फरार हो गया इस दौरान प्रधान आरक्षक तालिब शेख भी इस तफ्तीश में शामिल थे इधर पुलिसकर्मी तालिब शेख तलाशी में जुटे थे और उधर आरोपी ने उनकी गैर मौजूदगी में उनके घर में घुसकर दिल देने वाले डबल को अंजाम दे डाला।
तालिब शेख की पत्नी मेहनाज और उसकी 11 साल की बेटी आल्या को अज्ञात लोगों ने उसके महग वा स्थित किराए के मकान में जबरन घुसकर दोनों मां बेटी के तलवार से टुकड़े-टुकड़े कर डाले मर्डर के बाद हथियारों ने दोनों के शव को घटना स्थल से 4 किमी दूर पीड़ा ग्राम में सड़क किनारे गड्ढे में दिया और मौके से फरार हो गए इधर देर रात ड्यूटी के बाद जब पुलिस कर्मी तालिब शेख घर वापस आए तो पहली मंजिल स्थित उसके घर का दरवाजा खुला हुआ था घर में उसकी पत्नी और बेटी नहीं थी घर से नीचे तक के निशान थे।
यह देखकर पुलिस कर्मी के होश उड़ गए जिसके बाद छानबीन की गई तो पत्नी और बेटी के शव के टुकड़े गड्ढे में पड़े मिले और एक और बड़ा खुलासा जो बीजेपी दावा कर रही है कि कुलदीप साहू एनएसयूआई नेता है जिसका साक्षी बीजेपी ने इस पोस्ट को शेयर करके दिया है पोस्ट में कुलदीप साहू ने अपनी तस्वीर के साथ छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई दी हुई है और नीचे खुद को एनएसयूआई का हिस्सा बताया है ।
हालांकि कांग्रेस ने बीजेपी के इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है लेकिन साक्ष्य आप सबके सामने हैं फिलहाल घटना के बाद शव ले जाने वाली कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है इसमें कई जगह खून के धब्बे भी मिले हैं तो वहीं इस केस के बाद सूरजपुर में इलाके के लोग काफी ज्यादा आक्रोशित हो उठे हैं नाराज लोगों ने मुख्य संधि कुलदीप साहू के घर में तोड़फोड़ करते हुए कबाड़ गौ में लगा दी।
फिलहाल संधि कुलदीप साहू की तलाश में उसके कुछ वाहनों को भी जब्त कर लिया गया है और उसे पकड़ने के लिए कुछ मुख्य टीमों का भी गठन किया गया है कि किन बुलंदियों पर आखिर इन अपराधियों के हौसले पहुंच चुके हैं जहां इन्होंने बिना पुलिस के बिना कानून के बिना किसी सजा का किए दो मासूम जिंदगियां छीन ली और अगर यह कांग्रेस नेता है तो आखिर यह किस तरह की छूट कांग्रेस पार्टी की तरफ से अपराधियों को दी जा रही है।
वह इतनी बड़ी घटना को अंजाम दे रहे हैं कितना बेखौफ य अपराधी होगा कि जनता की सुरक्षा करने वाले पुलिस के घर में ही घुसकर उन्हीं के घर वालों के के कर पुलिस से बदला ले लिया और पुलिस कानून छत्तीसगढ़ सरकार बस मुंह तकती रह गई इस घटना ने खुद पुलिस कर्मी की सुरक्षा पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
सरकार के लिए चुनौती खड़ी कर दी है देश में घटना को अंजाम देते अपराधी ही बार-बार सरकार की लचर कानून व्यवस्था और साथ ही राजनीतिक पार्टियों में सत्ता के उपयोग की छूट देने पर सवाल खड़े कर देता है सवाल है कि आम जनता तो आप छोड़ ही दीजिए क्या अब देश के पुलिस कर्मी और उनके परिवार तक सुरक्षित नहीं बचे हैं और सवाल है कि ऐसे अपराधियों को किसी राजनीतिक पार्टी में जगह कैसे दी जा सकती है।