बॉलीवुड का वो नवा जो दिलगी में ऐसा अनाड़ी बना कि 12 साल ज्यादा उम्र की लड़की से शादी कर ली पिता की सिगरेट के साथ खेलने पर उसे जमकर मार पड़ी थी वैसे तो वो नवाब परिवार से है लेकिन उसने छोटी-मोटी नौकरी भी की हीरोइन को इंप्रेस करने के चक्कर में जब उसने बाइक स्टंट किया तो उसका हादसा हो गया और शट आंखें लगे उसके पास अकूत संपत्ति है लेकिन वो अपने बच्चों को उस संपत्ति का एक रुपया भी नहीं दे सकता।
नवाब खानदान से ताल्लुक रखने वाले सैफ अली खान भी अपने नवाबी अंदाज के लिए जाने जाते हैं लेकिन वह बचपन से ही बेहद जिद्दी और शरारती थे जिसकी वजह से कई बार उनकी पिटाई भी हुई पिता की सिगरेट से खेलने की वजह से कई बार सैफ की जमकर पिटाई हुई दरअसल मंसूर अली खान पटौदी सिगरेट पिया करते थे जिनके बचे हुए बर्ड्स से सैफ टारगेट प्रैक्टिस करते थे भोपाल में सैफ अपनी हवेली में पिता की फेंकी हुई उठाते थे और उन्हें फेंक कर उसमें करते थे एक बार जब पिता ने ऐसा करते हुए देख लिया तो की थी सैफ अली खान के जन्म के एक साल बाद ही उनके पिता से नवाब का टाइटल छिन गया था दरअसल 1971 में भारत सरकार ने पटौदी रियासत के आखिरी नवाब मंसूर अली खान पर नवाब टाइटल का इस्तेमाल करने से रोक लगा दी थी।
आपको जानकर हैरानी होगी कि सैफ अली खान 5000 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक है लेकिन वह अपनी संपत्ति अपने बच्चों को नहीं दे सकते इसके अलावा उन्होंने पटौदी पैलेस को वापस पाने के लिए 800 करोड़ रपए चुकाए थे मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सैफ अली खान के पास करीब 5000 करोड़ रुपए की संपत्ति है उनके पास हरियाणा के पटौदी पैलेस के अलावा भोपाल में भी अकूत संपत्ति है लेकिन सैफ अली खान यह संपत्ति अपने बच्चों सारा अली खान इब्राहिम तैमूर और जेह को नहीं दे सकते ।
दरअसल सैफ अली खान का लग्जरी हाउस पटौदी पैलेस 1968 के एनेमी डिस्प्यूट एक्ट के अंतर्गत आता है जिसकी वजह से इस संपत्ति पर किसी का निजी अधिकार नहीं हो सकता इस एक्ट के मुताबिक जो लोग बंटवारे 1965 और 1971 में पाकिस्तान से लड़ाई के बाद पाकिस्तान चले गए और वहां की नागरिकता हासिल कर ली उनकी सारी अचल संपत्तियों को एनिमी डिस्प्यूट प्रॉपर्टी घोषित कर दी गई।
ऐसे में पटौदी हाउस से जुड़ी सभी संपत्तियां और अन्य संबंधित प्रॉपर्टी भारत सरकार के एनिमी डिस्प्यूट प्रॉपर्टी एक्ट के तहत आती हैं इस वजह से इस तरह की संपत्तियों के उत्तराधिकारी होने का दावा कोई नहीं कर सकता रिपोर्ट्स के मुताबिक सैफ अली खान के परदादा हमीदुल्लाह खान ब्रिटिश शासन के दौरान नवाब थे उन्होंने अपनी संपत्तियों की कभी वसीयत नहीं की इसके अलावा सैफ के कुछ वंशज पाकिस्तान चले गए जिस वजह से उनकी पत्रिक संपत्ति एनिमी डिस्प्यूट प्रॉपर्टी एक्ट के तहत आ गई इस वजह से सैफ अली खान का अपनी पुश्तैनी जायदाद को पाना आसान नहीं है अगर सैफ अली खान अपनी संपत्ति को बच्चों के नाम करने की कोशिश करते हैं तो सैफ की परदादी के पाकिस्तान में वंशज इस मामले में ऑब्जेक्शन उठा सकते हैं अगर सैफ अली खान अपनी संपत्ति को वापस लेना चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए कानूनी लड़ाई का सहारा लेना पड़ेगा वहीं सैफ अली खान को पुश्तैनी पटौदी पैलेस को वापस पाने के लिए 800 करोड़ रुपए चुकाने पड़े थे 2011 में पिता मंसूर अली खान की निधन के बाद सैफ अली खान की पगड़ी सेरेमनी हुई थी।
नवाब खान की परंपरा के मुताबिक सैफ को पगड़ी रस्म पटोटी गांव में हुई हालांकि एक वक्त ऐसा भी था जब नवाब खानदान के वारिस ने नौकरी की दिल्ली में दो साल रहकर नौकरी करने के बाद उन्होंने मुंबई का रुख किया था और तय किया कि वह फिल्मों में काम करेंगे दरअसल पिता मंसूर अली खान की मौत के बाद पटौदी पैलेस नीमराणा होटल्स के पास लीज पर चला गया था दो लोग मिलकर इसमें होटल चलाते थे एक पार्टनर की निधन के बाद दूसरे शक्स ने लीज छोड़ने के लिए बड़ी रकम मांगी जिसके बाद सैफ अली खान ने पटौदी पैलेस को पाने के लिए 800 करोड़ की बहुत बड़ी रकम चुकाई 16 अगस्त 1970 को नई दिल्ली में नवाब मंसूर अली खान और शर्मिला टैगोर के घर में जन्मे सैफ अली खान की शुरुआती पढ़ाई हिमाचल प्रदेश के द लॉरेंस स्कूल में हुई शुरुआती पढ़ाई के बाद महज 9 साल की उम्र में सैफ को पढ़ाई के लिए इंग्लैंड भेज दिया गया जहां उनका एडमिशन लॉकर्स पार्क स्कूल में हुआ।
इसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई विंचेस्टर कॉलेज से की नवाब परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद सैफ इंग्लैंड में साधारण लड़कों की तरह रहते थे सैफ पढ़ाई में बहुत तेज थे ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज विश्वविद्यालय के एंट्रेंस एग्जाम में वो फर्स्ट आए थे लेकिन उनका मन इंग्लैंड में नहीं लग रहा था इस वजह से उन्होंने भारत लौटने का फैसला किया भारत लौटने के बाद उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि किस क्षेत्र में करियर बनाया जाए ऐसे में उन्होंने दिल्ली की एक एडवर्टाइजमेंट फर्म में नौकरी करना शुरू कर दिया इस दौरान उन्हें कुछ टीवी कमर्शियल ऐड भी मिल गए एक फैमिली फ्रेंड की मदद से ग्वालियर शूटिंग के ऐड में सेफ पहली बार नजर आए अब सफ को समझ आ गया कि उन्हें क्या करना है ऐसे में वह मां के नक्शे कदम पर चल पड़े और फिल्मों का रुख किया ऐड फिल्मों में काम करने के दौरान सैफ अली खान पर एक डायरेक्टर की नजर पड़ी व सैफ के लुक और स्क्रीन प्रेजेंस से काफी खुश हुए और उन्होंने अपनी फिल्म में कास्ट कर लिया इस सिलसिले में मुंबई भी बुलाया कम उम्र में सैफ को फिल्म मिल गई और खुशी खुशी अकेले मुंबई पहुंच गए।
लेकिन यहां सैफ से एक गलती हो गई सैफ अमृता सिंह के प्यार में गिरफ्तार हो गए और फिल्म शूटिंग के लिए मनमानी करने लगे जिसके बाद डायरेक्टर ने उन्हें फिल्म से निकाल दिया डायरेक्टर के बुलावे के बाद सैफ मुंबई पहुंचे 1991 में राहुल रवेल ने उन्हें अपनी फिल्म बेखुदी में कास कर लिया इसी फिल्म से काजोल भी डेब्यू कर रही थी दरअसल राहुल रवेल नए एक्टर्स को लॉन्च करने के लिए पहले उस जमाने के नामी लोगों के साथ उनका फोटो शूट करवाते थे सबब का फोटो शूट शुरू हुआ तो उसी मशहूर एक्ट्रेस अमृता सिंह भी पहुंची पहली ही नजर में सैफ को अमृता से प्यार हो गया लेकिन अमृता सनी देओल और बाकी बड़े सितारों के साथ व्यस्त थी वहीं जब फोटोशूट शुरू हुआ तो सैफ ने अमृता के कंधे पर हाथ रख दिया अमृता ने सैफ को कूरा लेकिन उन्होंने कंधों से हाथ नहीं हटाया।
कुछ दिनों बाद जब फिल्म की शूटिंग शुरू हुई तो मुहूर्त शॉर्ट का क्लैप देने के लिए फिर से अमृता सिंह को बुलाया गया शूटिंग का पहला दिन था सैफ अमृता को घूरे जा रहे थे थोड़ी देर बाद सैफ सीधे अमृता के पास पहुंच गए और पूछा कि क्या आप मेरे साथ डिनर करने चलेंगी अमृता ने जवाब दिया नहीं मैं बाहर डिनर नहीं करती इसके बाद सैफ ने लंच के लिए पूछ लिया जिसके बाद अमृता ने जवाब दिया मैं बाहर खाना नहीं खाती अगर तुम चाहो तो मेरे घर आ सकते हो।
लेकिन अगर तुम्हें लगता है हमारे बीच कुछ होगा तो तुम गलत हो फिल्म की शूटिंग के बीच एक दिन सैफ अली खान सीधे अमृता के घर पहुंच गए अमृता ने उनके लिए दरवाजा खोला जैसे ही सैफ आकर बैठे तो उन्होंने देखा कि अमृता अपने चेहरे से मेकअप साफ करर थी सफ को लगा कि शायद अमृता उनमें बिल्कुल इंटरेस्ट नहीं ले रही इसीलिए उन्होंने मेक किए रहना भी ठीक नहीं समझा जब उन्हें मेकअप उतारते देख सफ का चेहरा उतर गया तो अमृता ने उनसे कहा अगर तुम्हें लगता है कि हमारे बीच कुछ हो सकता है तो तुम गलत हो शुरुआत में भले ही अमृता ने सैफ को नजरअंदाज किया लेकिन पहली मुलाकात इतनी कामयाब रही कि सैफ अपने घर लौटे ही नहीं दोनों ने एक दूसरे से प्यार का इजहार किया और किस भी किया सफ दो दिनों तक अमृता के घर ही रुके लेकिन जब बार-बार प्रोड्यूसर के कॉल आने लगे तो सैफ को भी शूटिंग पर जाना पड़ा जाते हुए सैफ अली खान ने अमृता सिंह से 00 उधार मांगे मृता ने सैफ को अपनी कार ले जाने के लिए कहा लेकिन तब तक प्रोडक्शन की कार आ चुकी थी सैफ अली खान की डेब्यू फिल्म बेखुदी का पहला शूटिंग शेड्यूल जैसे तैसे पूरा हो गया लेकिन अमृता से नजदीकियां बढ़ने के चलते सैफ का ध्यान पूरी तरह शूटिंग से हट चुका था अमृता से मिलने के लिए या तो सैफ शूटिंग से गायब हो जाते थे या घंटों तक सेट पर पूरी यूनिट्स को इंतजार करवाते।
एक दिन सफ के रवैए से तंग आकर डायरेक्टर ने उनसे साफ कह दिया या तो वो अमृता को छोड़ दे या फिल्म जब सैफ ने अमृता को छोड़ने से इंकार कर दिया तो डायरेक्टर ने उन्हें फिल्म से निकाल दिया उनकी जगह कमल सदाना ने काजोल के साथ बॉलीवुड में डेब्यू किया पहली फिल्म हाथ से निकलने के 2 साल बाद सैफ अली खान ने यशराज प्रोडक्शन की फिल्म परंपरा से बॉलीवुड डेब्यू किया।