जानिए राजेश खन्ना ने 54 साल पहले पैसों के लालच में क्या गलती कर दी थी कि उन्हें सलीम खान और जावेद अख्तर की मदद लेनी पड़ी थी? आखिर क्यों वह लाखों रुपये के कैश से भरा सूटकेस लिए फिरते रहते थे और सभी को दिखाते थे?
राजेश खन्ना भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे और उन्होंने एक समय पर अपने करियर में लगातार 17 हिट फिल्में दी थीं। वह 60 और 70 के दशक के सबसे बड़े सुपरस्टार थे और खूब मोटा पैसा कमा रहे थे। लेकिन राजेश खन्ना के करियर में एक ऐसा भी वक्त आया, जब वह इस कदर बिजी हो गए कि स्क्रिप्ट पढ़े बिना ही फिल्में साइन करने लगे। चूंकि पैसों की जरूरत थी, तो इस चक्कर में उन्होंने इतनी बड़ी गलती कर दी थी कि बाद में पछतावा हुआ था कि ये क्या कर दिया। पूरा किस्सा यहां बता रहे हैं:
राजेश खन्ना ने एक बार एक फिल्म साइन की थी और इसके लिए 5 लाख रुपये बतौर साइनिंग अमाउंट लिए थे। तब तक उन्होंने फिल्म की स्क्रिप्ट नहीं पढ़ी थी…और बाद में जब पढ़ी तो राजेश खन्ना के पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्हें एहसास हुआ कि कितनी बड़ी गलती कर दी है।
दरअसल राजेश खन्ना ने जब स्क्रिप्ट पढ़ी तो उन्हें वह बहुत बकवास लगी। लेकिन वह फिल्म छोड़ नहीं सकते थे क्योंकि मेकर्स ने उन्हें 9 लाख रुपये देने का वादा किया था। यह 70 के दशक की बात है, और उस वक्त 9 लाख काफी बड़ी रकम होती थी। राजेश खन्ना ने इस फिल्म को करने का फैसला कर लिया। पर इससे पहले उन्होंने कुछ राइटर्स चुने और उनसे स्क्रिप्ट में बदलाव करवाए।
यासिर उस्मान की लिखी किताब राजेश खन्ना: द थशअनटोल्ड स्टोरी ऑफ़ फर्स्ट सुपरस्टारमें यह वाकया बताया गया है। दरअसल राजेश खन्ना तब सी-फेसिंग बंगला ‘आशीर्वाद’ खरीदने की योजना बना रहे थे। तब यह बंगला एक्टर राजेंद्र कुमार का था और उसे खरीदने के लिए राजेश खन्ना को मोटी रकम की जरूरत थी।
उसी दौरान राजेश खन्ना को चेन्नई में एमएमए चिन्नप्पा देवार नाम के एक प्रोड्यूसर ने एक फिल्म ऑफर की। यह एक आदमी और उसके पालतू हाथियों की कहानी पर आधारित फिल्म थी, जिसे बाद में ‘हाथी मेरे साथी’ के नाम से जाना गया। राजेश ने हां इसलिए कहा क्योंकि उन्हें फिल्म के लिए बड़ी रकम ऑफर की गई थी और उन्होंने बिना स्क्रिप्ट पढ़े ही हां कह दी।
इसी किताब में एक्टर धीरज कुमार के हवाले से बताया गया है कि काका यानी राजेश खन्ना हाथ में सूटकेस में कैश लिए घूमते और जो भी दिखाने को कहता उसे दिखाते। उन दिनों पूरी फिल्म इंडस्ट्री में इस बात की चर्चा हो रही थी कि काका को 5 लाख रुपये का साइनिंग अमाउंट मिला है। लेकिन एक दिन फेमस स्टूडियोज में शूटिंग के दौरान राजेश खन्ना ने धीरज कुमार को बुलाया और उन्हें 5 लाख रुपयों से भरा सूटकेस खोलने को कहा। तबसे वह सेट पर सभी को वह सूटकेस दिखाते रहते।
राजेश खन्ना को फिर फिल्म की स्क्रिप्ट मिली, जिसे पढ़कर उनके होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत ही सलीम-जावेद को बुलाया और स्क्रिप्ट पर काम करने को कहा। उस वक्त सलीम-जावेद बड़ा नाम नहीं थे और सिप्पी फिल्म्स में काम कर रहे थे। वो मान गए। सलीम ने यासिर उस्मान को बताया था, ‘राजेश खन्ना ने मोटी रकम ली थी। उन्होंने मुझे बुलाया और कहा कि ये बहुत ही घटिया स्क्रिप्ट है। मैं इसे रिजेक्ट कर सकता था, लेकिन मैंने बहुत बड़ी रकम ली है। मुझे लगता है कि उन्हें घर और नई कार खरीदने के लिए पैसे की जरूरत थी। इसलिए उन्होंने मार्केट प्राइस से ज्यादा पैसे ले लिए।’