दोस्तों हिंदी सिनेमा में कई कलाकार अपने अंदर अभिनय का हुनर लेकर नाम और पैसा कमाने आते हैं लेकिन यहां सफलता उसी को हासिल होती है जिसके अंदर अभिनय कूट-कूट कर भरा होता है ऐसा ही एक अभिनेता 80-90 के दशक में हिंदी सिनेमा में आया और उन्हें देखते ही कई निर्माता ने खलनायक के तौर पर अपनी फिल्मों में साइन कर लिया और अपने दौर के एक बेहतरीन खलनायक अभिनेता के तौर पर उभर कर आए।

बात करेंगे केबिन पैकेट की जिन्हें 90 के दशक की कई सफल बॉलीवुड फिल्मों जैसे सड़क मोहरा और चमत्कार में खलनायक की भूमिका के लिए जाना जाता है इसके अलावा वो अपनी बेहतरीन पर्सनैलिटी और ऊंचे कद के लिए भी जाने जाते हैं दोस्तों आप सब उन्हें एक खलनायक के तौर पर तो जानते होंगे।
लेकिन क्या आपको पता है की वो अपने निजी जीवन में किस प्रकार का व्यक्तित्व रखते थे वो किस पारिवारिक बैकग्राउंड से बिलॉन्ग करते थे और कैसी जिंदगी करते यदि नहीं तो निश्चित हो जाइए क्योंकि आज हम गैविन के प्रारंभिक जीवन कैरियर पारिवारिक जीवन अन्य जीवन से रूबरू कराएंगे साथ ही इनके संपूर्ण जीवन से जुड़ी तमाम जानकारी जानने के प्रारंभिक जीवन से तो उनका जन्म 8 जून 1964 को कल्याण महाराष्ट्र में हुआ।

उनको बचपन से ही अभिनय और बॉडी बनाने में जिसके चलते वो बड़े होकर एक बेहतरीन बॉडी बिल्डर और अभिनेता के रूप में उभर कर आए एक अच्छी बॉडी होने की वजह से उन्हें फिल्मों में कम मिलने पर ज्यादा कठिनाई नहीं हुई और उन्हें आसानी से कम मिल गया चलते हैं उनके कैरियर की ओर तो उन्होंने सैन 1988 में मलयालम फिल्म आर्यन के माध्यम से पर्दे पर अपनी शुरुआत की जिसमें उन्होंने मुंबई के किस स्थानीय गुंडे मार्टिन की भूमिका निभाई और इसके बाद उन्होंने अपनी लगभग सभी फिल्मों में खलनायक की भूमिका निभाई ।
बॉलीवुड में उनका देबू सैन 1999 की फिल्म इलाका के जरिए हुआ था जिसमें उन्होंने अपने अभिनय का बेहतरीन प्रदर्शन दिया उसे वर्ष उन्होंने सीजन में फेबियन का चरित्र भी निभाया जो किया किंकी उनके कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था बेहतरीन बॉडी और खतरनाक लुक की वजह से लोग उन्हें सिर्फ एक खलनायक के तौर पर ही देखते थे और उन्हें उसी तरह की किरदार मिलते थे जो करने में उन्हें बेहद प्रशांत भी होती थी।
और उन्होंने अपना प्रत्येक किरदार बखूबी निभाया जिसे दर्शकों ने बेहद पसंद किया उनकी आखिरी फिल्म यह है जलवा सैन 2002 में रिलीज हुई जो की डेविड धवन द्वारा निर्देशित थी।
बताती की उन्होंने अपने लगभग 15 वर्षों के कैरियर में हिंदी और मलयालम भाषा की 60 से भी ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया जिम बात करें हिंदी फिल्मों की तोड़ में सड़क साथी पत्थर के फूल पाते सौदा गिरी त्रिदेव इलाका कहां है कानून नाइंसाफी चमत्कार नफरत की आंधी जवानी तिरंगा दीदार नाम पहचान जागृति नामक फिल्में शामिल हैं इन सभी फिल्मों में वो एक खलनायक के तौर पर नजर आए और उन्होंने अपनी अभिनय कलाकार बेहतरीन ढंग से प्रदर्शन किया इसके लिए उन्होंने दर्शकों का बेहद प्यार जीता बता दे की पैककार्ड एक राष्ट्रीय और राज्य पुरस्कार विजेता बॉडीबिल्डर द और बहुत ही कम लोग जानते हैं की बॉलीवुड में वो अभिनेता संजय दत्त सुनील शेट्टी और शेरा सलमान खान के अंगरक्षक के प्रशिक्षक द बात करें उनके पारिवारिक जीवन की तो वह अपने पंच भाई बहनों में सबसे बड़े द उनके पिता का नाम और था जो की कंप्यूटर विशेषज्ञ द और उनकी मैन का नाम बारबरा था जो की एक कोंकणी महाराष्ट्रीयन थी।

उनके दादा जॉन सिम कार्ड एक आइरिस अमेरिकी द जो अमेरिकी सी के एक सदस्य के रूप में बैंगलोर आए थे और वहां बसाने का फैसला किया था चलते हैं उनकी निजी जिंदगी की ओर तो उनके नाम पब्लिक डोमेन पर उपलब्ध नहीं है लेकिन उनकी दो बेटियां हैं जिनका नाम एरिका और camelli पैकर्स है उनकी बेटी एरिका पैकेट फैशन और मॉडलिंग वर्ल्ड का एक जाना माना चेहरा है भले ही एरिका फिल्मी बैकग्राउंड से रही हो लेकिन उन्होंने अपने लिए एक अलग रास्ता चुना वैसे तो वह साइकोलॉजी की फील्ड में जाना चाहती थी लेकिन किस्मत एरिका को ग्लैमर और फैशन की दुनिया में ले आई एरिका ने इंडिया के टॉप डिजाइनर के लिए रैंप वॉक किया है और साथ ही वो दुनिया भर के टॉप मॉडलिंग एजेंसी के साथ भी कम कर चुकी है इसके अलावा वो अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी चर्चाओं में रही बताया जाता है की एरिका ने बॉलीवुड एक्टर शक्ति कपूर के बेटे सिद्धांत कपूर को करीब 1 दशक तक डेट किया दोनों एक दूसरे के बेहद क्लोज द लेकिन किसी कारण से 2014 में उनका ब्रेकअप हो गया।

दोस्तों आज पैकर्स हमारे साथ नहीं है उनकी 18 मैं 2012 को श्वसन संबंधी विकार से मृत्यु हो गई और अगले दिन उन्हें बांद्रा के सेंट एंड्रयूज दफन मैदान में दफनाया गया उनके बेहतरीन और उल्लेखनीय सिनेमा कैरियर के बावजूद फिल्म उद्योग के कलाकारों के अनुपस्थित में उनका अंतिम संस्कार हुआ था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है की केबिन का कल्याण फ्लावर मार्केट में बाइक चलते समय हो गया था और उसे हादसे में वो गंभीर रूप से हो गया था जिसके बाद वो फिल्मों से भी दूर हो गए और किसी को भी उनकी इस हालत का अंदाजा नहीं था जिसके कारण कुछ समय बाद वो हम सभी को अलविदा का गए हालांकि बाद में कई सुपरस्टार्स ने उनकी पर शोक जाते गैविन ने अपनी जिंदगी के आखिरी दिन अपने छोटे भाई के साथ बिताए और उन्हें ने गाभिन का ध्यान रखा बहुत ही कम लोग जानते हैं की केबिन की बेटियां अभिनेता संजय दत्त को अपना फादर मानती है और गाभिन के जाने के बाद संजय ही उनका ध्यान रखते हैं।
