इस इंडस्ट्री के बहुत बड़े सुपरस्टार में से एक है आज भले ही वह इंडस्ट्री में बहुत ही कम फिल्मों में दिखाई देते हो लेकिन उनका वर्चस्व आज भी इंडस्ट्री में एक बड़े सुपरस्टार के तौर पर ही जाना जाता है नबी के दौर में लगभग जितनी भी फिल्में उन्होंने की है सभी फिल्में सुपर डुपर हिट ही रही है हम सभी फिल्मों उनका जबरदस्त एक्शन हमें देखने को मिला और यही बड़ी बात है कि सुनील शेट्टी को चाहने वालों आज भी उनकी झलक पाने के लिए बेकरार रहते हैं।
लेकिन दोस्तों जैसे कि सभी जानते कि सुनील शेट्टी एक अच्छे अभिनेता होने के साथ-साथ एक अच्छे इंसान भी हैं और हमेशा से उन्हें लोगों की मदद ही की है मदद का दौर आज भी जारी है और जैसे कि सभी जानते हैं कि छुट्टी में हमेशा से अपने साथी कलाकारों की मदद ही की है इंडस्ट्री में दो भी लोग काफी ज्यादा फेमस है एक तो है भाईजान सलमान खान जो हमेशा से जरूरतमदों बेसहारा लोगों के लिए हाजिर होते रहते हैं।
वहीं दूसरी ओर सुरेश शेट्टी भी इसी लिस्ट में शुमार है सुनील शेट्टी ने भी काफी मशक्कत की है और उन्हें पता है कि स्ट्रगल कितना बुरा होता है तभी तो उस व्यक्ति हमेशा ही लोगों की मदद करते ही रहते है लेकिन दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसा किस्सा बताने वाले हैं जिसे जानलेवा सुनने के बाद शायद आज आपकी आंखें नम हो जायेंगी बॉलीवुड की एक मशहूर एक्ट्रेस है इनका नाम है अरुणा ईरानी शायद आपने 90 व 80 के दशक की फिल्मों में इन्हें बहुत देखा होगा ज्यादातर फिल्मों में इन्होंने किसी ना किसी अभिनेता की मां का रोल ही पहले किया है ।
लेकिन दोस्तों कि आप जानते हैं कि जब इन पर मुसीबत आई तो सबसे पहले खड़ा हुआ कि कोई और नहीं बल्कि सुनील शेट्टी के सुनील शेट्टी ने अगर उस वक्त अरुणा ईरानी की मदद न की होती तो शायद पता नहीं क्या हो जाता हम आपको बताते हैं दरअसल हुआ क्या था अरुणा ईरानी 60 के दशक से ही फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी रही हैं और उनकी पहली फिल्म थी 1965 में अनपढ़ इस फिल्म के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा कभी लीड एक्ट्रेस के तौर पर तो कभी सपोर्टिंग ऐक्टर के तौर पर अरुणा ईरानी ने अपना दमखम दिखाया।
लेकिन जैसे कि आप सभी जानते हैं इस समय एक जैसा नहीं चलता और समय का पहिया अरुणा ईरानी पर इतना ज्यादा भारी पड़ जाएगा यह किसी ने सोचा अपनी व्यथा लगातार इन ए फ्री में तो मिल रही थी लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया जब इन्हें पैसों की बहुत ज्यादा जरूरत थी और यह दौर था साल 1994 कार जब अरुणा ईरानी को पैसों की बहुत ज्यादा जरूरत थी और उस समय अरुणा ईरानी किसी से पैसे की मदद नहीं मांगना चाहती थी हालांकि 1994 में एक बड़ी फिल्म का हिस्सा थी।
फिल्म का नाम था गोपी किशन वहीं गोपी किशन जिस फिल्म में सुनील शेट्टी थे फिल्म के निर्देशक थे दीपक शिवदासनी और फिर मैं जैसे कि हम सभी जानते है कि सुनील शेट्टी के डबल के अवतार थे इस पर मैं अरुणा ईरानी ने उनके मां का किरदार निभाया था और सूर्यषष्ठी अरुणा ईरानी को अपनी मां की तरह ही देखते थे।
किसी से जब अरुणा ईरानी के बारे में सुरेश शेट्टी को पता चला तो सुनील शेट्टी से रहा नहीं गया लेकिन इस मिस्ड यह भी जानते थे कि अगर मैं सीधे तौर पर अरुणा ईरानी की पैसों से मदद करूंगा तो शायद उन्हें बुरा लग सकता था तब सुनील शेट्टी के दिमाग में एक आईडिया आया और फिल्म के निर्माता मुकेश दुग्गल के पास गए उन्होंने एक प्लान बनाया आप इस पेड़ तथा कि मुकेश दुग्गल अरुणा ईरानी की जो फीस थी वह इसमें बढ़ोतरी कर देंगे और बढ़ोतरी वाले पैसे शिल्पा शेट्टी देंगे और उन्हें इरानी को अपने किए गए पैसे की दो-तीन महीने बाद फिर मिलने वाली थी लेकिन सुनील शेट्टी के प्लेयर के मुताबिक उन्हें अगले दिन ही पैसे मिल गए थे इस तरह सुनील शेट्टी ने अरुणा ईरानी की मदद की और यह मदद पाकर अरुणा ईरानी को बेचती भी महसूस हुई तो कुछ इस तरीके से सुनील शेट्टी ना अरुणा ईरानी के लिए इतना बड़ा कदम उठाया था।
जर्सी बाद स्मिथ ने अपने ऑन स्क्रीन बेटे होने का फर्ज बखूबी निभाया गैर फिल्म बनकर तैयार हुई तो इस फिल्म को लेकर जैसे कि आप सभी जानते हैं कि फिल्म ने सफलता के झंडे गाड़े फिल्म की कहानी से लेकर फिल्म के गाने को लोगों ने बहुत ज्यादा पसंद किया और कुछ सालों के बाद अरुणा ईरानी और सुनील शेट्टी एक बार फिर से जोड़ हमें देखने को मिली और यह फ्रंट थी रक्षक इस फिल्म में भी अरुणा ईरानी ने सुनील शेट्टी के मां का किरदार निभाया तो दोस्तों यह था वह दिल से उसके साथ जहां पर श्री सेठी ने अपने दरियादिली का परिचय दिया था।