आप किस तरह से याद किया जाना पसंद करेंगे साल 2018 में रतन टाटा से एक पत्रकार ने जब यह सवाल पूछा था तो जवाब में रतन टाटा ने कहा था कि मैं चाहता हूं कि मुझे एक ऐसे शख्स के रूप में याद किया जाए जो बदलाव लाया हो ना इससे ज्यादा और ना इससे कम उस वक्त रतन टाटा की जुबा से निकला एक-एक शब्द आज सच नजर आ रहा है वह बदलाव लाए और ऐसा बदलाव लाए कि उनके जाने पर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में उन्हें याद किया जा रहा है विदेशी मीडिया में कोई उन्हें ग्लोबल स्टार लिख रहा है।
तो कोई उन्हें एनिमल लवर कह रहा है अमेरिकी मीडिया संस्थान न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी खबर में हेडलाइन दी कि अपने भारतीय व्यापार साम्राज्य को वैश्विक स्तर तक ले जाने वाले रतन टाटा का देहांत हो गया अखबार आगे लिखता है कि किसी भी मिडिल क्लास भारतीय का दिन टा के प्रोडक्ट या उसकी सर्विस का इस्तेमाल किए बिना नहीं बीतता वो टाटा चाय के साथ जागते हैं टाटा फोटन से इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं टीवी पर टाटा स्काई सके जरिए प्रोग्राम देखते हैं टाटा कार चलाते हैं और टाटा स्टील के अनगिनत प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं।
इसके साथ ही रतन टाटा के व्यावसायिक और पारिवारिक जीवन का जिक्र करते हुए न्यूयॉर्क टाइम्स ने साल 2022 में दिए उनके एक बयान को भी लिखा है उसमें वह कहते हैं कि जब तक आप खुद बूढ़े नहीं हो जाते तब तक आपको बूढ़े होने से कोई फर्क नहीं पड़ता बुढ़ापे की उम्र में समझ जा है कि यह एक मुश्किल दुनिया है वहीं ब्रिटिश मीडिया संस्थान द गार्डियन ने लिखा रतन टाटा ने टाटा ग्रुप के ग्लोबल दृष्टिकोण और विकास को हमेशा कायम रखा उन्होंने अपनी कंपनी में हायर की को तोड़ा युवाओं को सीनियर पदों पर बैठाकर उन्होंने नई शुरुआत की थी।
टाटा के व्यावसायिक लैंडमार्क के बारे में बताने के साथ गार्डियन ने जानवरों के प्रति उनके प्रेम का भी जिक्र किया अखबार लिखता है कि वह शांत और विनम्र प्रवृत्ति के इंसान होने के साथ-साथ एनिमल लवर भी थे साल 2021 में दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि डॉग्स के प्रति मेरा प्यार हमेशा से मजबूत रहा है मैं जब तक जीवित रहूंगा मेरा यह प्रेम बना रहेगा इसके साथ ही द गार्डियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान को भी कोट किया जिसमें उन्होंने रतन टाटा को दूरदर्शी बिजनेस लीडर दयालु और एक असाधारण इंसान बताया था इसके अलावा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के मीडिया संस्थान द डॉन ने टाटा की पढ़ाई बिजनेस वर्ल्ड में उनकी एंट्री और उनकी उपलब्धियों पर लिखा डॉन ने रतन टाटा को मिले भारत के द दूसरे सबसे बड़े अवार्ड पद्म विभूषण के बारे में भी लिखा।
वहीं अलजजीरा ने हेडलाइन दी कि भारतीय उद्योग के टाइटन रतन टाटा का निधन हो गया खबर में आगे भारतीय मूल के बड़े उद्योगपतियों के बयान को कोट करते हुए अखबार ने है अलजजीरा ने reliance1 हमले के बाद रतन टाटा ने सेवा और समर्पण की जो मिसाल कायम की थी बीबीसी ने उसका भी जिक्र किया बीबीसी लिखता है 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद रतन टाटा का कौशल दिखा वह जल्द ही इस दर्द से उभरे टाटा के मशहूर ताज होटल को भी निशाना बनाया गया था हमले में कई लोगों की जान गई थी मुंबई के होटल के कई कर्मचारियों की भी मौत हुई थी तब टाटा ने मृतकों के परिवार वालों और घायलों की आर्थिक रूप से भी मदद की थी मृतकों के परिवार को उतने पैसे दिए जितना वह जीवित रहते हुए कमा पाते।
इसी के साथ बीबीसी ने टाटा को सबसे विनम्र उद्योगपति भी बताया तो विदेशी मीडिया ने रतन टाटा को कुछ इस अंदाज में याद किया आप रतन टाटा को कैसे याद करते हैं।