गोविंदा के साथ हुए हादसे में इन 6 संदिग्ध बातो की पुलिस करेगी जांच।

गोविंदा के पैर में लगने के मामले में पुलिस ने कल गोविंदा से पूछताछ की और गोविंदा ने भी वही कहानी सुनाई कि उनको सुबह की फ्लाइट पकड़नी थी वह अपनी को क्लीन कर रहे थे और उसे कबर्ड में रखते वक्त मिस हो गया लेकिन पुलिस गोविंदा और उनके मैनेजर की इस कहानी से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है क्योंकि इस कहानी में कई लूप होल्स हैं और कई ऐसे सवाल हैं जो अभी भी अनसुलझे हैं जैसे कि में सेफ्टी लॉक होता है इस कारण नहीं चल सकती तो क्या गोविंदा बिना सेफ्टी लॉक के यूज कर रहे थे।

दूसरी बात यह कि अगर सेफ्टी लॉक नहीं भी है तो फिर ट्रिगर पर एक ट्रिगर गार्ड होता है वो होने से रोकता है मान लेते हैं कि गोविंदा के हाथ से छूट गई जो कहानी उन्होंने बताई तो फिर छूटती है तो ऊपर की तरफ रहता है बैरल ऊपर रहते हुए घुटने के नीचे कैसे लगी सबसे बड़ी बात गोविंदा बाहर जा रहे थे कोलकाता जा रहे थे तो तो कहीं जाने से पहले उन्होंने अपनी क्यों रखी थी आमतौर पर निकालकर को रखा जाता है सबसे बड़ी बात यह भी पता चली है कि गोविंदा पैरानो यानी कि मेंटल डिप्रेशन का इलाज करवा रहे थे ।

तो ऐसे में क्या उनके पास होनी चाहिए पुलिस के मुताबिक गोविंदा की 32 बोर की थी और गोविंदा के घुटने से जो निकाली गई वो 9 एमएम की थी 32 बोर में 9 एमएम की नहीं हो सकती है तो ये कुछ अनसुलझे सवाल है जिसके कारण पुलिस गोविंदा और उनके मैनेजर की इस कहानी से संतुष्ट नहीं है एक बार फिर से पुलिस गोविंदा और उनके परिवार वालों से पूछताछ करेगी।

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