क्या यह जनहित याचिका है और क्या कुछ इसमें अभी स्टेटस चाइना में लहसुन का उत्पादन बहुत ज्यादा कीटनाशक इस्तेमाल करके बनाया जाता है पैदा किया जाता है जिससे बहुत ज्यादा बीमारियां होती हैं तो इसको जब इंडिया की लेबोरेटरी में 2014 में टेस्ट किया गया तो इस लहसुन को बहुत पाया गया और इससे कई बीमारी होने के खतरे को देखते हुए।
भारत सरकार ने 2014 में चाइनीज लहसुन के निर्यात पर बैन लगा दिया था कि चाइना से कोई भी लहसुन आयात नहीं किया जाएगा और ना ही मार्केट में बेचा जाएगा इस समय इंडिया में पूरी इंडिया में राजस्थान और मध्य प्रदेश में तो हड़ताल चल रही है मंडी को बंद किया जा रहा है क्योंकि चाइनीज लहसुन वहां 80 पर बिक रहा है जो कि पिछले 10 साल से है तो इसी के लेकर एक जनहित याचिका मैंने हाई कोर्ट में दायर की जिसमें कल कोर्ट ने लहसुन चाइना का लहसुन और देसी लहसुन तलब किया था।
तो आज कोर्ट ने पूरा लहसुन चेक किया और उसके बाद चीन का लहसुन जो है वह जो यूपी के फूड सेफ्टी और ड्रग डिपार्टमेंट के लेबोरेटरी के जो चीफ हैं उनको कल तलब किया है और उनसे रिपोर्ट मंगाई है कि इसमें खाने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं तो आपने जब लहसुन आज कोर्ट में आप लेके गए किस तरह से उसका निरीक्षण किया कैसे देखा जा कोर्ट ने लहसुन को पहले देखा ।
उसके बाद वह जो कली थी उसको भी देखा और यह भी देखा कि चाइना का लहसुन बहुत मोटा है और देसी लहसुन जो इंडिया का लहसुन है वह बहुत पतला है और दोनों को निरीक्षण करने के बाद जो सरकारी वकील था उसको कहा कि जो चीफ लेबोरेटरी का अफसर है उसको कल बुलाया जाए और उससे इसकी जांच कराके और रिपोर्ट सबमिट की जाए तो इस मामले में अब कल अगली सुनवाई हां कल अगली सुनवाई है।