राजेश खन्ना की फिल्म रुकवाने के लिए अमिताभ ने जब लिया गांधी परिवार का सहारा।

फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कंपटीटर अमिताभ बच्चन को कई सारे अभिनेता टक्कर देने थे उन अभिनेताओं की तरफ नजर डालें तो राजेश खन्ना और विनोद खन्ना सबसे ऊपर आते थे जिनका सामना अक्सर अमिताभ बच्चन के स्टारडम के साथ होता ही रहता था।

कहा तो यह भी गया कि विनोद खन्ना अगर वो शिव की शरण में नहीं जाते तो शायद सदी के महानायक वहीं कहलाते हैं लेकिन उन लोगों की शरण में जाने के बाद विनोद खन्ना के करियर को जैसे जंग सी लग गया और वह फिल्म इंडस्ट्री से आउट हो गए और बाद में अमिताभ बच्चन को इसका फायदा मिला।

वहीं दूसरी ओर यह भी कहा जाता है कि सलीम-जावेद की लिखी हुई फिल्म जंजीर का ऑफर अगर राजेश खन्ना नहीं पढ़ाते तो शायद अमिताभ बच्चन इतने बड़े सुपरस्टार नहीं बन पाते लेकिन अमिताभ बच्चन के किस्मत बहुत ज्यादा अच्छी थी यहां आपको इस बात की जानकारी देना चाहेंगे कि अमिताभ बच्चन ने एक बड़े परिवार से ताल्लुकात रखते थे देश के एक बड़े राजनीतिक घराने के साथ उनका उठना-बैठना था उनकी मां तेजी बच्चन और इंदिरा गांधी के बीच में गहरी दोस्ती हुआ करती थी जिसका उन्हें समय-समय कि फायदा भी मिलता था लेकिन एक बार अमिताभ बच्चन ने अपने इसी रसूख का गलत फायदा उठाया था।

उस दूर एक बड़े सुपरस्टार को नीचा दिखाने के लिए और यह सुपरस्टार थे राजेश खन्ना अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना के बीच में कंपटीशन काफी पुराना रहा है बॉलीवुड में राजेश खन्ना के स्टारडम की खुराक और उसी समय अमिताभ बच्चन का उदय होना एक साथ हुआ और शायद यही वजह है कि राजेश खन्ना अमिताभ बच्चन को अपना क्षत्रुओं भी मानते थे अब एक तरफ जहां राजेश खन्ना दिल से काम लेते थे वहीं दूसरी ओर अमिताभ बच्चन दिमाग का इस्तेमाल ज्यादा करते थे और यही वजह थी कि जोर आजमाइश में अमिताभ बच्चन हमेशा से ही राजेश खन्ना पर भारी ही पड़ते हैं।

लेकिन एक ऐसा भी समय आया जब राजेश खन्ना के लिए अब हम एक बड़े दुश्मन बन गए थे और यह दौर था 1983 का करियर के लिहाज से देखे गए तो 80 के दशक आते-आते अमिताभ बच्चन का करीयर पूरे शबाब पर आ गया था जबकि राजेश खन्ना करियर के बुरे दौर से गुजर रहे थे उस दौरान राजेश खन्ना ने स्वतंत्र और अवतार जैसी फिल्में की थी जो फिर मैं ठीक-ठाक कमाल कर कि ऐसे मैं वह अपने करीयर को इस बार फिर से बचाने की कोशिश में जुटे थे।

लेकिन इसी दौरान दसारी नारायण राव ने राजेश खन्ना को लेकर फिल्म आज का एमएलए राम अवतार बनाने की शुरुआत कडली लगभग इसी समय पर तीरा हमारा अमिताभ बच्चन को लेकर फिल्म इंकलाब का निर्माण कर रहे थे उस दौरान दिमाग भी काफी ज्यादा प्रचलित थी कि एक प्रति कहानी को थोड़े बहुत बदलाव करके दूसरे निर्माता-निर्देशक भी बना लेते थे लेकिन बाद में वे मीडिया में खबर लीक हुई तो दोनों ही निर्माता अपनी फिल्मों को जल्द से जल्द पूरा करने में जुट गए।

अब हुआ यूं कि जब यह खबर मीडिया में लीक हुई तो दोनों ही निर्माता अपनी फिल्मों को जल्द से जल्द पूरा करने में लग गए दोनों में एक-दूसरे से पहले फिल्म को रिलीज करने की हॉट सी मची हुई थी लेकिन राजेश खन्ना ने अपनी लाइफ स्टाइल से अलग हटकर फिल्म को पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर दिया और आज का एमएलए राम अवतार से पहले ही पूरी होगी और बाद में इस फिल्म को सेंसर बोर्ड की मंजूरी के लिए भेज दिया गया।

लेकिन जब यह बात अमिताभ बच्चन को पता लगी तो उन्हें राजेश खन्ना के हाथों हारना बिल्कुल भी ऑफिस नहीं लगा था और ऐसे में उन्होंने अपने रसूख का इस्तेमाल किया कहा तो यह गया कि अमिताभ बच्चन ने पूरी पावर लगाकर सेंसर बोर्ड पर फिल्म आज का एमएलए राम अवतार को लटकाए रखने का जबर्दस्त दबाव बना दिया था और जल्दी इंकलाब भी पूरी होकर सेंसर बोर्ड मंजूरी के लिए पहुंच गई इन क्विक क्लाइमेक्स में जबरदस्त हिंसा दिखाई गई थी जिसकी वजह से सेंसर बोर्ड ने निर्देशक को इस सीन को फिल्म से हटाने का निर्देश भी दिया था।

जाहिर सी बात है इस प्रक्रिया में समय तो लगता ही था और आज का एमएलए राम अवतार को सेंसर ज्यादा समय तक लटकाए नहीं रख सकता था क्योंकि दसारी नारायण राव ने इस कैंसर बोर्ड के रवैए के खिलाफ ट्रिब्यूनल में जाने का ऐलान भी कर दिया था पर ऐसे मैं अब धीरे-धीरे दबाव बढ़ता ही जा रहा था अब एक तरफ जहां राजेश खन्ना अपनी फिल्म को जल्द से जल्द रिलीज करवाना चाहते थे वहीं दूसरी ओर अमिताभ बच्चन की अब तक की बात आ गई थी अब बाजी हाथ से निकलते थे अमिताब बच्चन ने एक बड़ा फैसला लिया अमिताभ बच्चन ने अपने राजनीतिक आकाओं से संपर्क साधा और फीट की प्रिंट लेकर वह सीधे दिल्ली पहुंच गए।

गांधी परिवार से उनके ताल्लुकात थे और उन्हें पूरा यकीन था कि मेरा काम बन जाएगा और अमिताभ बच्चन के इसी रसूख की वजह से संबंधित मंत्रालय की जरूरत नहीं हुई क्यों बच्चन को ना कह सकते थे तुमको दिल्ली में ही सेंसर सर्टिफिकेट जारी कर दिया गया और फिल्म 17जनवरी 1984 को फ्रीज भी होगी जबकि आज का एमएलए राम अवतार तरह बोर्ड में ही फंसी हुई थी और इस बात से राजेश खन्ना को गहरा झटका भी लगा राजेश खन्ना यह समझ नहीं पा रहे थे कि अमिताभ बच्चन ऐसा क्यों कर रहे हैं और राजनीतिक संपर्कों का दुरुपयोग करें।

लेकिन इसके बावजूद राजेश खन्ना ने इन सब पर कोई भी वर्मा जी नहीं कि अब ऐसे अमिताभ बच्चन ने भले ही अपने रसूख की वजह से बाजी मार ली थी लेकिन जनता का जो फैसला आया उससे अमिताभ बच्चन को भी बड़ा झटका लगा जब हम ताकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपर फ्लॉप रहिए अमिताभ बच्चन ने जैसे-तैसे करके इस फिल्म को सेंसर बोर्ड से पास करवाया और जल्दी फिल्म रिलीज करवाती अमिताभ बच्चन को पूरा यकीन था कि मेरी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा खासा कमाल कर पाएगी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया वहीं दूसरी ओर एक महीने बाद जब राज सपना की फिल्म आज का एमएलए राम अवतार रिलीज हुई तो यह फिर भी प्रॉफिट इस तरह अमिताभ बच्चन और राजेश खन्ना दोनों के मंसूबों पर पानी फिर गया।

लेकिन इस घटना के बाद बताया जाता है कि राजेश खन्ना के लिए अमिताभ बच्चन हमेशा के लिए दुश्मन बन गए थे और वह उसे धीरे-धीरे दूरी पर बना रहे थे तो दोस्तों यह थे वह घटना जिसकी वजह से राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन के बीच में एक कंपटीशन हुआ था इस कंपटीशन में दोनों ही अभिनेताओं को भारी नुकसान झेलना पड़ा।

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