कैसे हुई थी राज बब्बर और स्मिता पाटिल की शादी क्या स्मिता पाटिल को पहले हो गया था निधन के आने का आभास जब अपने बेटे प्रतीक के जन्म के बस 15 दिन बाद ही चल बसी स्मिता पाटिल तो फिर कैसे हुई थी प्रतीक बब्बर की परवरिश क्योंकि राज बब्बर तो लौट गए थे अपनी पहली पत्नी नादिरा के पास और आज क्यों प्रतीक बब्बर अपने पिता से रहते हैं यूं खफा-खफा?
स्मिता पाटिल के बारे में कहते हैं कि वह अक्सर अपनी हाथों की लकीरें देखकर कहती थी कि मैं जल्द ही मर जाऊंगी क्योंकि मेरी जीवन रेखा बहुत छोटी है यही कारण था कि उन्होंने अपनी आखिरी ख्वाहिश सबको बता दी थी और ख्वाहिश यह थी कि उन्हें मौत के बाद उन्हें एक नई नवेली दुल्हन की तरह सजाकर विदा किया जाए और ऐसा हुआ भी था मैं आपको कहानी सुनाऊंगा 17 अक्टूबर 1955 के दिन स्मिता पाटिल का जन्म होता है पुणे शहर में उनके पिता शिवाजी राव गिरधर पाटिल एक सोशल वर्कर थे और स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा भी रहे थे स्मिता को बचपन से ही अभिनय में रुचि थी जिसके लिए उन्होंने एक थिएटर ग्रुप के साथ मिलकर कई सारे प्लेज में हिस्सा लिया इनका ज्यादातर समय जो था वो फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया में बीतता था जो कि पुणे में ही था जब उनके पिता कैबिनेट मिनिस्टर के चुनाव में उतरे तो स्मिता का पूरा परिवार पुणे से बॉम्बे आ गया फिर यह यहां पर यूनिवर्सिटी ऑफ बंबे से लिटरेचर की पढ़ाई करने के बाद स्मिता पाटिल ने दूरदर्शन में बतौर न्यूज़लेटर काम करना शुरू कर दिया ।
सांवली रंगत थी घने बाल थे बड़ी-बड़ी आंखें थी स्मिता बहुत सुंदर लगती थी और उन्हें उस वक्त एफटीआईआई की फिल्म तीव्र माध्यम में एक छोटी सी भूमिका भी मिल गई उस फिल्म की बदौलत उस जमाने के मशहूर फिल्म मेकर श्याम बेनेगल ने उन्हें बच्चों की फिल्म चंद्र दस चोर में काम करने का मौका दे दिया और उसके बाद इन्हें काम मिला मंथन में 1977 की फिल्म भूमिका के लिए स्मिता को नेशनल फिल्म अवार्ड और फिल्म फेयर की बेस्ट एक्ट्रेस का नॉमिनेशन भी मिल गया।
इसके बाद वो बाजार आप आज की आवाज और जैसी बेहतरीन फिल्मों में नजर आई फिर टॉप एक्ट्रेस में शामिल हो गई स्मिता पाटिल पैरेलल सिनेमा की सबसे नामी एक्ट्रेस रही जिन्होंने करियर की शुरुआत में कई सारी कमर्शियल फिल्में ठुकरा दी एक गाने का जिक्र आता है जिसकी शूटिंग के दौरान रात भर रोई थी स्मिता पाटिल असल में 1982 में स्मिता पाटिल अमिताब बच्चन के साथ नमक हलाल फिल्म थी उसमें दिखाई दी थी इस फिल्म का गाना आज रपट जाएं यह बड़ा हिट गाना था गाने में दोनों की केमिस्ट्री भी चर्चा में थी।
हालांकि इस गाने की शूटिंग के बाद स्मिता पाटिल रात भर रोती रही गाने में स्मिता को बारिश में सफेद सा में भीगते हुए सीन देना था लेकिन वह इसमें सहज नहीं थी जब डायरेक्टर के कहने पर उन्हें सीनस देने पड़े तो उन्होंने जैसे तैसे शूटिंग तो पूरी की लेकिन वह घर जाकर खूब रोई उन्हें ऐसे सीन देने पर काफी पछतावा हो रहा था स्मिता पाटिल अगले दिन काफी गुमसुम दिखाई दे रही थी फिर अमिताभ बच्चन ने उनसे वजह पूछी तो उन्होंने खुलकर बता दिया अमिताभ ने उन्हें समझाया कि भाई यह तो स्क्रिप्ट की डिमांड है अमिताभ के समझाने पर स्मिता पाटिल समझी और फिर उन्होंने दोबारा वही सीन किया और बहुत अच्छे से किया बिना झिझक के एक और किस्सा है स्मिता का जब कुली के सेट पर अमिताभ बच्चन के साथ जब हादसा हुआ तो इसका भी आभास स्मिता पाटिल को हो गया था असल में कहते हैं कि बेहतरीन एक्ट्रेस होने के साथ-साथ स्मिता पाटिल को ज्योतिष विद्या भी अच्छे से आती थी एक दिन फिल्म शक्ति की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन ने स्मिता पाटिल को अपना हाथ दिखाया था उस समय स्मिता ने कहा कि आपके साथ एक गंभीर दुर्घटना हो सकती है।
अमिताभ ने उस समय उनकी बातों पर कोई गौर नहीं फरमाया फिर इसके करीब दो दिन बाद ही अमिताभ बच्चन ने फिल्म कुली के लिए शूटिंग शुरू कर दी और य शूटिंग चल रही थी बेंगलुरु में जैसे ही शूटिंग करके वोह होटल लौटे तो देर रात होटल के फोन की घंटी बजी फोन उठाया तो घबराई हुई आवाज में स्मिता थी और वह बोल रही थी कि हेलो आप अमित जी बोल रहे हैं मैं बंबई से स्मिता पाटिल बोल रही हूं आप कैसे हैं मैंने अभी-अभी एक बुरा सपना देखा कि आपको चोट लग गई है आप ठीक है ना अब स्मिता इतनी घबराई हुई थी कि उन्होंने सबसे पहले अमिताभ बच्चन के घर प्रतीक्षा कॉल कर दिया था और वहीं से उन्हें होटल का नंबर मिला था।
जब अमिताभ ने उन्हें बताया कि वो पूरी तरह ठीक है तो स्मिता ने कहा कि ठीक है ऊपर वाले की दया है कि आप ठीक हैं लेकिन अपना ख्याल रखिएगा अमिताभ बच्चन इसके बास सो गए अगले दिन 26 जुलाई 1982 को समय से पहले फिल्म कुली के सेट पर वो पहुंच गए संयोग यह था कि ठीक उसी दिन एक एक्शन सीन शूट करते हुए अमिताभ बच्चन को गहरी चोट लग गई जिसमें डॉक्टरों ने उन्हें घोषित कर दिया था तो यह था पूरा मामला कि उनको पहले से आभास था अब स्मिता पाटिल और राजर की लव स्टोरी पर आते हैं।
यह 1982 की बात है फिल्म शूट हो रही थी भीगी पलके और इसी की शूटिंग के दौरान यह दोनों करीब आ गए थे इससे पहले तज नाम की फिल्म भी साथ में शूट कर चुके थे और उन दिनों नादिरा बब्बर से कुछ ठीक नहीं चल रहा था असल में नादिरा बब्बर से जब शादी हुई थी तब राज बब्बर इतने बड़े स्टार नहीं थे वह बाद में स्टार बने नादिरा से शादी हुई 1975 में इनको पहली फिल्म इनकी आई किस्सा कुर्सी का 1977 में फिर इनके बीच अनबन रहने लगी और फिर 1983 के आसपास दोनों का संबंध टूटता है और दोनों का संबंध टूटने के बाद स्मिता पाटिल से बबर शादी कर लेते हैं शादी की खुशियां इनको सिर्फ 3 साल एक साथ रख सकी और न साल साथ रहने के बाद प्रेग्नेंट हुई प्रतीक बब्बर का जन्म होता है 28 नवंबर 1986 को और उसके 15 दिन बाद 13 दिसंबर 1986 को कुछ कॉम्प्लिकेशंस के चलते स्मिता पाटिल की निधन हो जाती है इसके बाद प्रतीक बब्बर के पालन पोषण किया वो किया स्मिता पाटिल की जो बहने थी यानी प्रतीक की जो मौसियो थी अब कहा यह जाता है कि जो अमिताभ बच्चन के मेकअप मैन है इनफैक्ट यह कहानी मेकअप मैन जो है दीपक सावंत वही स्मिता पाटिल के भी मेकअप मैन थे और स्मिता पाटिल की यह जब इच्छा थी कि जब मैं इस दुनिया से रुखसत हूं तो नई नवेली दुल्हन की तरह हूं तो दीपक सावंत ने उनकी निधन के बाद उनका मेकअप किया था और अक्सर वो कहते हैं कि दीपक सावंत भी कहते हैं वो लेटकर भी मेकअप करवाती थी थी मेरा मेकअप लेट कर करो और उनका यह हमेशा था कि मैं जब इस दुनिया से रुखसत होंगी तो मैं एक नई नवेली दुल्हन की तरह रुखसत होना चाहती हूं जिस वक्त निधन हुई है स्मिता पाटिल की उसके बाद इनकी करीब 10 फिल्में रिलीज हुई हैं।
लेकिन स्मिता पाटिल और राज बब्बर का रिश्ता कुछ ऐसा रहा कि 1983 में शादी करते हैं 1986 में निधन हो जाती है स्मिता पाटिल की स्मिता पाटिल की निधन के बाद ये फिर से अपनी पहली पत्नी नादिरा के पास लौट गए लेकिन कहते हैं कि जिस वक्त शादी का ऐलान किया था राज बब्बर ने उस वक्त इंडस्ट्री में बहुत लोग परेशान हो गए थे सुनकर क्योंकि पहले से शादीशुदा थे राज बबर एक छोटी सी मुलाकात हुई थी उनकी स्मृता पाटिल के साथ हालांकि उसके बाद उन्होने कई सारी फिल्में की तजुर्बा फिल्म के सेट पर मुलाकात होती है भीगी पलके फिल्म के सेट पर इन दोनों का प्यार परवान चढ़ता फिर दोनों एक दूसरे के इश्क में इस हद तक पागल हो जाते हैं कि एक दूसरे से शादी कर लेते हैं अब ऊपर वाले को क्या मंजूर था कि ता पाटिल बच्चे के जन्म के साथ ही चल बसती हैं और यह रिश्ता वहीं पर खत्म हो जाता है।
अब प्रतीक बब्बर जब शादी इनकी हुई है दूसरी बार प्रिया बनर्जी से की है उस मौके पर क्योंकि राज बब्बर नहीं पहुंचे तो लोग बहुत सारी बातें कर रहे हैं कि क्यों नहीं पहुंचे राज बब्बर कहा गया कि नाराजगी है प्रतीक बब्बर के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने शादी भी अपने मां के घर में की है दूसरा उनकी मौसियो वगैरह जो स्मिता पाटिल की बहन वो इनवाइटेड थी वहां पर तो कुल मिलाकर अपने ननिहाल के ज्यादा करीब हैं नजदीक हैं प्रतीक बब्बर ये उनकी दूसरी शादी है लेकिन अब जब से ये दूसरी शादी हुई है और ये खबर सामने आई है तो हर कोई ये जानना चाहता है कि भाई स्मिता पाटिल और राज बब्बर का क्या सीन था तो स्मिता पाटिल और राज बब्बर का सीन तो ऐसा था कि दोनों एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते थे अच्छा राज बब्बर भी कमर्शियल सिनेमा ज्यादा नहीं कर रहे थे राज बब्बर सामाजिक बदलाव वाली फिल्में किया करते थे उस जमाने में और स्मिता पाटिल भी कमर्शियल सिनेमा की एक्ट्रेस नहीं मानी गई उन्होंने हमेशा पैरेलल फिल्मों में काम किया।
हालांकि अमिताभ बच्चन के साथ नमक हलाल जैसी फिल्में भी उन्होंने की लेकिन जो उनकी पहचान रही वो एक पैरेलल सिनेमा की एक्ट्रेस के तौर पर रही तो दोस्तों यह कहानी है राज बब्बर और स्मिता पाटिल की बहुत सारे लोग आज सर्च कर रहे हैं स्मिता पाटिल के बारे में उम्मीद है ये वीडियो से आपको समझ में आ गया होगा कि स्मिता पाटिल की बॉलीवुड में क्या स्थिति थी क्या स्थान था एक बहुत सम्मान की नजरों से देखा जाता था एक नॉन ग्लैमरस एक्ट्रेस के तौर पर जो अपने काम के जरिए अपना लोहा मनवाती रही नॉन फिल्मी बैकग्राउंड से आई और अपनी शर्तों पर अपनी तरह से उन्होंने काम किया।