सत्रह जनवरी को हिंदी सिनेमा की उस शख्सियत का बर्थडे है, जिसका नाम साहित्य से लेकर कला और फिल्मी दुनिया में बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है। यह शख्सियत हैं मशहूर गीतकार जावेद अख्तर। 17 जनवरी को अपना 78वां बर्थडे मना रहे जावेद अख्तर ने अपने दशकों लंबे करियर में 5 नैशनल अवॉर्ड जीते। उन्हें हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए पद्म भूषण और पद्म श्री जैसे अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किया गया। जावेद अख्तर ने सलीम खान के साथ मिलकर कई हिट फिल्मों की कहानी लिखी। उनकी जोड़ी ने ही अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड का ‘एंगी यंग मैन’ बनाया था। लेकिन सलीम खान आज जिस मुकाम पर हैं, वहां तक पहुंचना आसान नहीं था। भले ही पिता जान निसार अख्तर जाने-माने कवि और सॉन्गराइटर थे, लेकिन जावेद अख्तर को खूब एड़ियां घिसनी पड़ीं। बॉलीवुड में सम्मानित जगह पाने के लिए उन्हें खूब स्ट्रगल करना पड़ा।
उन्हीं स्ट्रगल के दिनों में की मुलाकात एक्ट्रेस हनी ईरानी से हुई थी। 50 के दशक की मशहूर चाइल्ड आर्टिस्ट रही थीं और फिल्मों में काम करते-करते ही बड़ी हुईं। सत्तर के दशक तक आते-आते हनी ईरानी एक स्टार बन चुकी थीं। वहीं जावेद अख्तर स्ट्रगल कर रहे थे। जावेद अख्तर की हनी ईरानी से मुलाकात 1972 में फिल्म ‘सीता और गीता’ के सेट पर हुई थी। जावेद अख्तर ने सलीम खान के साथ मिलकर इस फिल्म की कहानी लिखी थी।
हनी ईरानी की बात इसलिए हो रही है क्योंकि 17 जनवरी को सिर्फ जावेद अख्तका ही नहीं बल्कि उनका भी बर्थडे है। दोनों ने कुछ साल तक रोमांस करने के बाद शादी भी कर ली थी। पर जब जावेद अख्तर की जिंदगी में एक्ट्रेस की एंट्री हुई तो सबकुछ तहस-नहस हो गया। उनका बसा-बसाया घर उजड़ गया। ‘ट्यूस्डे तड़का’ सीरीज में हम आपको जावेद अख्तर और हनी ईरानी की इस प्रेम कहानी से लेकर शादी और ‘वो’ के कारण हुए तलाक के बारे में बताने जा रहे हैं। पति-पत्नी के बीच शबाना आजमी की ‘वो’ के रूप में एंट्री ने दोनों की जिंदगी में खूब हंगामा मचाया था।

हनी ईरानी ने कुछ साल पहले दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि वह जावेद अख्तर के सेंस ऑफ ह्यूमर पर फिदा थीं। लेकिन जावेद अख्तर ने जिस तरह से हनी ईरानी को प्रपोज किया था, वह मजेदार था। ‘आईदीवा’ को दिए इंटरव्यू में हनी ईरानी ने बताया था कि जावेद अख्तर कार्ड का गेम खेल रहे थे, जिसमें वह हार रहे थे। यह देख हनी ईरानी ने जावेद अख्तर से कहा कि क्या वह उनके लिए कार्ड निकाल सकती हैं? यह सुनकर जावेद अख्तर ने कहा कि अगर कार्ड सही निकला तो वह उनसे शादी कर लेंगे। कार्ड सही निकला और जावेद अख्तर, हनी ईरानी से शादी के लिए तैयार हो गए। जावेद अख्तर ने सलीम खान को रिश्ता लेकर हनी ईरानी की मां के पास भेजा। सलीम खान ने उनसे कहा कि भई ये लड़का कार्ड खेलता है और दारू भी पीता है। यह सुनकर हनी ईरानी से उनकी मां ने कहा कि चलो इनकी शादी करवा देते हैं। जब ठोकर लगेगी तो वापस आ जाएगी। इस तरह हनी ईरानी और जावेद अख्तर की 21 मार्च 1972 में शादी हो गई।

जावेद अख्तर और हनी ईरानी की पर्सनल लाइफ अच्छी चल रही थी। ‘सीता और गीता’ की सक्सेस के बाद जावेद अख्तर के करियर ने भी लाइन पकड़ ली। लेकिन प्रोफेशनल लाइफ के संभलते ही उनकी निजी जिंदगी में उथल-पुथल मच गई। जावेद अख्तर की शबाना आजमी के साथ बढ़ती नजदीकियों ने हनी ईरानी के बसे-बसाए घर में आग लगानी शुरू कर दी। जावेद अख्तर और हनी ईरानी के बीच खटपट की खबरें आने लगीं और फिर 6 साल बाद यानी 1978 में उनका तलाक हो गया। तलाक की नौबत इसलिए आई क्योंकि जावेद अख्तर और हनी ईरानी के बीच चीजें बुरी तरह बिगड़ गई थीं। शबाना आजमी के पति जावेद अख्तर की नजदीकियों ने हनी ईरानी को बुरी तरह तोड़ दिया।