आर्थिक तंगी और बिन मां बाप के राजेश खन्ना कैसे बने इंडस्ट्री के सुपरस्टार?

बॉलीवुड एक से बढ़कर एक संघर्ष की कहानियों को समेटे हुए हैं. आज हम आपको बताएंगे बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार की जिंदगी के संघर्ष के किस्से और वो दिलचस्प बातें जो शायद कम ही लोगों को मालूम हैं. कैसे एक साधारण सा लड़का, जिसका बचपन तंगी में बीता, मां-बाप का साथ भी छूट गया और आखिरकार जवानी में कदम रखते ही उसने पूरी फिल्म इंडस्ट्री को अपने इशारों पर नचाया.

राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना था. उनका बचपन काफी तंगहाली में बीता. राजेश खन्ना के पिता बंटवारे से पहले शिक्षक की नौकरी करते थे. बंटवारे के बाद उनका परिवार अमृतसर आ गया और नौकरी जाने की वजह से घर में आर्थिक हालात बिगड़ गए थे. घर की हालत को देखते हुए उनके पिता ने राजेश खन्ना की जिम्मेदारी मुंबई में रह रहे रिश्तेदारों को सौंप दी थी.

जुलाई 2012 में राजेश खन्ना ने इस दुनिया को अलविदा किया तो करोड़ों फैन्स मायूस हो गए. लेकिन राजेश खन्ना के निभाए किरदार आज भी उनको फैन्स के बीच जिंदा रखे हुए हैं.राजेश खन्ना कितने मशहूर थे, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें फैन्स के खतों को खोलने के लिए अलग से एक कर्मचारी रखना पड़ता था. राजेश खन्ना ने लगातार बीस साल तक इंडस्ट्री पर अपना राज कायम रखा.

करियर की शुरुआत के पहले तीन सालों में ही राजेश खन्ना ने बैक टू बैक 15 सुपरहिट फिल्मों के साथ रिकॉर्ड ही कायम कर दिया था. इसके बाद ही उन्हें बॉलीवुड का पहला सुपरस्टार कहा जाने लगा था.राजेश खन्ना बचपन से ही एक्टिंग को लेकर जुनूनी थे और उन्होंने महज दस साल की उम्र में ही थिएटर ज्वाइन कर लिया था. राजेश खन्ना का परिवार नहीं चाहता था कि वो एक्टिंग को करियर के तौर पर अपनाएं लेकिन उन्होंने अपने मन की सुनी और फिल्मी करियर के लिए नाम बदलकर जतिन से राजेश खन्ना कर लिया.

साल 1966 में फिल्म ‘आखिरी खत’ से राजेश खन्ना ने बॉलीवुड में डेब्यू किया और इसके बाद फिल्म ‘राज’ से वो पर्दे पर ऐसे छाए कि कोई भी उनके जितना स्टारडम हासिल नहीं कर पाया.राजेश खन्ना की इस फिल्मे ने बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बना डाले थे. राजेश खन्ना की फिल्म ‘राज’ का बजट 65 लाख रुपये था और इस फिल्म ने एक करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी.

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