28 साल पहले माधुरी को दिया था धोखा लेकिन खुद अनिल कपूर बर्बाद होते होते बचे।

80 व 90 के दौर में माधुरी दीक्षित का जलवा देखने को मिलता था अगर ये किसी भी फिल्म में नजर आ जाती थी तो फिल्म व की सुपर डुपर हिट हो जाए करती थी लेकिन दोस्तों माधुरी दीक्षित का फिल्मी सफर इतना शानदार नहीं रहा है हमेशा से उन्हें स्ट्रगल नहीं करना पड़ा व अपनी पहली फिल्म के लिए भी मालूम तो बताना चाहेंगे कि 1984 में आई फिल्म अबोध के जरिए भले ही उन्होंने इंडस्ट्री में अपना कदम रख दिया था।

लेकिन बावजूद इसके इन्हें सालों तक संघर्ष करना पड़ा इंडस्ट्री में अपना पैर जमाने के लिए अब वह फल के बाद उन्होंने कई सारी फिल्में की इन फिल्मों से उन्हें कोई भी पहचान नहीं मिली बात और 1984 से लेकर कई सालों तक लगातार इन्हें बतौर सपोर्टिंग ऐक्ट्रेस के तौर पर काम किया और यह एक बड़ी हिट चाहती थी तमाम निर्माता-निर्देशकों के पास है जाती थी और पड़े रोल के लिए अप्रोच करती थी तब उन्हें पता लगा कि सुभाष गई एक बड़ी फिल्म बना रहे हैं और उन्होंने उसे अप्रोच किया कि आप भी मुझे अपनी फिल्म में लेने सुभाष घई ने हामी भर दी और वह समय कर्मा फिल्म बना रहा है कि फिल्म में उनका गाना भी हुआ था लेकिन इस गाने को हटा दिया गया।

तो सुभाष घई को बहुत ज्यादा बुरा लगा और ने कहा कि मैं तुम्हें एक बड़ा रोल जरूर दूंगा जाहिर सी बात है कर्मा फिल्म में अनिल कपूर भी थे अनिल कपूर ने भी माधुरी दीक्षित से वादा किया कि मैं तुम्हें एक बड़ा लांच दूंगा और कुछ महीनों बाद अनिल कपूर ने बताया कि मैं अपने भाई बोनी कपूर के साथ एक अपनी होम प्रोडक्शन की फिल्म बना रहा हूं जिसमें आप लीड एक्ट्रेस के तौर पर काम करेंगी माधुरी दीक्षित को यह सुनकर बहुत अच्छा लगा क्योंकि इससे पहले वह लगातार सपोर्टिंग ऐक्ट्रेस के तौर पर काम कर रहे थे उन्हें भी एक बड़े लोगों की जरूरत है इसका वादा अनिल कपूर के भाई बोनी कपूर ने भी कि आप सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था तभी माधुरी दीक्षित को इस फिल्म से आउट कर दिया जाता है और उनकी जगह उस दौर की एक बड़ी एक्ट्रेस ले लेती है।

यह थी कि श्रीदेवी श्रीदेवी के साथ अनिल कपूर की जोड़ी पहले ही सुपरहिट हो गई थी और यह फिल्म थी मिस्टर इंडिया है मिस्टर इंडिया में श्रीदेवी और अनिल कपूर को लोगों ने बहुत ज्यादा सराहा अभी बोनी कपूर और अनिल कपूर को कई सारे ऑप्शंस जानकारों ने कहा कि श्रीदेवी की जोड़ी अनिल कपूर के साथ बेहतर रहेगी नतीजा एक तरफ माधुरी दीक्षित को इस फिल्म से आउट कर श्रीदेवी को कार्य करें आवेदन कपूर बोनी कपूर का इस फिल्म में पैसा लगाता जाहिर सी बात है उन्हें ऐसे ही किया माधुरी दीक्षित से किया वादा उन्होंने तोड़ दिया और इस फिल्म में श्रीदेवी को कास्ट किया आप और यह थिक रूप की रानी चोरों का राजा जिसका निर्देशक सतीश कौशिक ने किया था उन्हें देशों की दुनिया में उनकी यह पहली फिल्म थी फिल्म में श्रीदेवी अनिल कपूर अनुपम खेर परेश रावल जैकी श्रॉफ पर राम शेट्टी जैसे बड़े कलाकार थे।

लेकिन बदकिस्मती की वजह से अनिल कपूर बोनी कपूर ने जो चाल चली थी कि फिल्म सुपर-डुपर हिट हो जाए वह इसके उलट माधुरी दीक्षित को इस फिल्म से आउट करने के बाद श्रीदेवी की इस पर मैं एंट्री हुई सभी को लग रहा था कि फिल्म अच्छा खासा बिजनेस करेगी लेकिन यह डिजास्टर साबित हुई पहली बात तो यह इस फिल्म को बनने में करीब दो से तीन साल लगे नतीजा इस फिल्म में कई सारे बदलाव किया गेम कई सारी चीज को दोबारा से रीक्रिएट की गई थी कानूनों में भी बदलाव किया गया और धीरे से इस फिल्म का बजट उस समय 9 करोड़ रुपए के आसपास चला गया और जब यह फिर बड़े पर्दे पर रिलीज़ हुई तू ए प्रॉप साबित हुई और बोनी कपूर अनिल कपूर की चालाकी धरी की धरी रह गई।

फिल्म के फ्लॉप साबित होने के बाद माधुरी दीक्षित का भी अहसास हुआ कि अगर मैं यह फिल्म कर लेती हूं तो मेरा करियर खत्म हो जाता अभी तक मैं सपोर्टिंग ऐक्ट्रेस के तौर पर काम कर रही थी अगर लीड एक्ट्रेस के तौर पर अगर मैं रूप की रानी चोरों का राजा कर लेती तो यह मेरे करियर का डॉन के लिए होता पर मैं कहीं की नहीं रहती हैं खैर माधुरी दीक्षित ने स्ट्रगल करना नहीं छोड़ा 819 के दौर में उनकी पहली सुपरहिट फिल्म तेज़ाब थी और इस फिल्म के जरिए उन्हें अच्छी खासी पहचान मिली इसके बाद कई सारी उनकी फिल्में आई जो उस हिसाब से कामयाब साबित नहीं नहीं जमाई राजा करने के बाद एक बार फिर से लाइमलाइट में आए लेकिन जब साथ 1991 में सिम की साजन फिल्म रिलीज हुई तो साजन फिल्म से वह इंडस्ट्री में एकदम सही छा गई और इसके बाद इन्होंने कभी भी मुड़कर नहीं देखा अनिल कपूर के साथ 1992 वाइफ फिर बेटा हो या फिर साल मिस उत्तराखंड में आई उनकी फिल्म खलनायक मौजूद ईश्वर उस समय जवान दिलों की धड़कन बन गई थी।

और धीरे-धीरे वह अधिक की ऊंची-ऊंची उपलब्धियों को भी छू रही थी आज आलम यह है कि भले ही माधुरी दीक्षित फिल्मों से दूरी बनाई हो लेकिन आज उनकी खूबसूरती की चर्चाएं की ही जाती हैं का कोई भी फैमिली बैकग्राउंड इंडस्ट्री से नहीं जुड़ा हुआ था अपने मेहनत और काबिलियत के दम पर हिसाब से उन्हें मुकाम हासिल किया वह काबिले तारीफ है।

हालांकि 2001 में आई फिल्म रिचा के बाद अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित को एक लंबे समय के बाद टोटल धमाल में देखने को मिला और यह फिल्म बड़े पर्दे पर काफी पसंद की गयी अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित ने एक साथ फ्री बैठा रहा फिल्मों में काम किया है और लगभग कुछ फिल्मों को अगर छोड़ दिया जाए तो सभी फिल्में सुपर डुपर हिट ही रही है अनिल कपूर माधुरी दीक्षित की जोड़ी सात बार रही है जो सिल्वर स्क्रीन पर हमेशा ही चर्चाओं के केंद्र में बनी ही रही है।

Leave a Comment