क्यों गोविंदा के पिता जन्म के बाद से ही नफरत करने लगे थे?

गोविंदा एक ऐसा अभिनेता जो आज भले दृष्टि से गायब है लेकिन उनकी जिंदगी से जुड़े कई सारे ऐसे दिलचस्प किस्से व कहानी है जो हमेशा सही वायरल हुआ ही करते हैं बालों को तो बताना चाहेंगे कि गोविंदा उन चुनिंदा अभिनेताओं में से एक है जिन्होंने अपने अहमियत और काव्य के दम पर आज इतने बड़े सुपरस्टार के तौर पर जाने जाते हैं बड़े आज फिर मैं उन्हें बहुत ही कम मिलती हो।

लेकिन बावजूद इसके एक ऐसा भी दौर था जब गोविंदा के पास फिल्मों की भंडार थी लेकिन जैसे कि आप सब जानते हैं कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कई सारे ऐसे गलत फैसले लिए है और उनके फैसलों का उन्हें खामियाजा भी भुगतना पड़ा वैसे देखा जाए तो गोविंदा कुछ इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने काफी संघर्ष करना पड़ा लेकिन जब उन्हें फिल्म में मिलना शुरू हुई तो फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा अपने करियर में एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में देने वाले गोविंदा की लाइफ में एक ऐसा भी वक्त आया है जब उनका करियर ढलान पर आ गया।

हालांकि फिर भी उन्होंने कोशिश करना नहीं छोड़ा लेकिन इसी बीच गोविंदा की निजी जिंदगी को लेकर एक ऐसा दिल से उसकी वायरल हो रहा है जो शायद आज तक आपने नहीं सुना होगा आप ऐसा कि news.com की एक रिपोर्ट के मुताबिक तक यह उस दौर का किस्सा है जब गोविंदा का जन्म हुआ था और गोविंदा के जन्म होने के बाद से उनके पिता मुझसे नफरत करने लगे थे यहां तक की गोद में उन्हें लेने से मना भी कर दिया था तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर उनके पिता ने ऐसा क्यों किया था।

आपको बताते चलें कि गोविंदा ने पहली फिल्म मतलब 2016 की थी लेकिन की पहली रिलीज फिल्म इंतजाम है इसी फिल्म के वजूद को विदा रातोंरात इंडस्ट्री में स्टार बन गए थे इस फिल्म में उनके साथ नीलम कोठारी लीड रोल में थी महाराष्ट्र में जन्मे गोविंदा के बारे में कम ही लोग जानते होंगे कि जब वह पैदा हुए तो उनके पिता अरुण ओझा ने उन्हें गोद तक लेने से इंकार कर दिया था यह बात खुद गोविंदा ने एक इंटरव्यू के दौरान कही थी गोविंदा ने ट्रिपल बताया था कि जब मैं घर में था तो मां निर्मला देवी साथ भी बढ़ गई थी मैं पापा के साथ ही रहती थी।

लेकिन बिल्कुल साथ भी की तरह कुछ महीनों बाद मेरा जन्म हुआ तो पापा ने मुझे गोद लेने से इंकार कर दिया दर्शक उन्हें ऐसा लग रहा था कि मेरे कारण मां उससे अलग होकर साथ भी बनी है कुछ समय बाद जब लोगों ने उन्हें मेरे बारे में कहा कि कितना खूबसूरत बच्चा है कितना अच्छा अच्छा है तब मुझे प्यार करना शुरू किया गोविंदा की मानें तो उनकी मां कभी भी चाहती थी कि वह एक्टर बने हालांकि पिता का उन्हें बराबर से जो मिला गोविंदा ने बताया था कि मां चाहती थी कि मैं बैंक में जॉब करूं यह मेरे पापा थे जोनर मुझे एक्टिंग फील्ड में आने के लिए प्रेरित किया उन्होंने मुझे कहा था कि तुम अच्छा लिख सकते हो अच्छे दिखते हो एक्टिंग कर सकते हो तुम्हें फिल्मों में जाना चाहिए तुम क्यों जो खोज रहे हो हालांकि गोविंदा ने इस इंटरव्यू के दौरान यह भी बताया था कि उन्हें 21 साल की उम्र में पहली फिल्म की थी।

गोविंदा ने इस बात का जिक्र किया था कि किस की उम्र में 50 दिन के अंदर उन्होंने 49 फिल्में साइन की थी बताते चलें गोविंदा छह भाई बहनों में सबसे छोटे हैं जब फिल्मों में कैरियर बनाने की सोचने वाले गोविंदा ने फिल्म डिस्को डांसर देखने के बाद घंटों डांस की प्रैक्टिस कर अपने वीडियो कैसेट तैयार किया उनका पहला जॉब एक विज्ञापन था फिल्मों में उनका पहला रोल उनके अंकल आनंद द्वारा निर्देशित फिल्म में था हरभजन को विदा फिल्मों से दूर रहे हो लेकिन एक वक्त ऐसा भी था जब बर्मन का डंका बजता था गोविंदा के इस सिस्टम से कई लोगों से चलने लगे थे इसी के चलते बॉलीवुड में फैले ग्रुपिज्म और अपने निशाना बनाया और रोमांस साइड कर दिया हालांकि गोविंदा इस बात का कई बार जिक्र भी कर चुके हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो गोविंदा वुडन का शिकार हो गए थे फ्रेंड्स की समय गैंग कल्चर और भाई-भतीजावाद बहुत पुराना है एक बार खुद शत्रुघ्न सिन्हा ने इस बात का खुलासा किया था वह एक बातचीत में कहा था कि बॉलीवुड में कई सालों से ज्ञान बनाए जा रहे हैं इसका शिकार गोविंदा जैसे बेहतर एक्टर भी हो चुके हैं उन्होंने यह भी बताया था कि कैसे जब गोविंदा को एक के बाद एक फिल्में रही थी तो इंडस्ट्री में कुछ लोगों को यह बात पच नहीं रही थी गोविंदा की फिल्म को सुपरहिट की गारंटी माना जाने लगा था लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब गोविंदा थोड़ा मुश्किल दौर से गुजर रहे थे उस दौरान लोगों ने मौका देखकर उन्हें बिल्कुल किनारे कर दिया यहां तक कि उससे फिल्में भी छीन ली जाने लगी इसी के साथ या घरों के वर्क फ्रॉम की तरफ नजर डालें तो साल 2019 में उनकी आखिरी फिल्म रंगीला राजा रिलीज हुई थी इस फिल्म की बात करें तो इस फिल्म में उनका डबल किरदार था।

फिल्म के निर्देशक तेज सिकंदर भारतीय और फिल्म के निर्माता पहलाज निहलानी की फिल्म गोविंदा के साथ मिर्च का चौरसिया अनुपम अभिनेत्री जैसे कलाकार थे लेकिन भेजो यह सब कुछ खास कमाल नहीं कर पाई फिल्म उन्होंने दो किरदार निभाते एक बाबा का और दूसरा पॉजिटिव किरदार निभाया था लेकिन बावजूद इसके यह फिल्म बॉक्स सा पूरी तरीके से तब से लेकर आज तक गोविंदा की कई सारी फिल्मों को लेकर चर्चा है तो की जा रही है लेकिन उनकी आने वाली कौन सी फिल्म होगी इस पर अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है।

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