असली गंगूबाई काठियावाड़ी के बारे में जान होश उड़ जायेंगे

बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी को लेकर काफी चर्चा में है क्योंकि इस फिल्म से जुड़ा उनका टीजर वीडियो रिलीज हो चुका है चारों तरफ आलिया भट्ट की इस फिल्म को लेकर चर्चाएं की जा रही हैं और हर तरफ इस बात की भी चर्चा हो रही कि आखिर कौन थी गंगूबाई काठियावाड़ी गानों तो बताना चाहेंगे कि आलिया भट्ट को पहली बार ऐसे किरदार में देखा जा रहा है।

गंगूबाई कोठेवाली को लेकर आलिया भट्ट इन दिनों खूब लाइमलाइट में बनी हुई है और चारों तरफ उनकी इस फिल्म को लेकर काफी चर्चाएं हो रही है और इसी कड़ी में आज आपको बताने वाले हैं यह कौन थी।

गंगूबाई काठियावाड़ी सिंह के जीवन पर आधारित है यह फिल्म लेकिन उससे पहले हम आपको बताना चाहेंगे कि फिल्म के निर्माता-निर्देशक संजय लीला भंसाली हैं और इस फिल्म में आलिया भट्ट में लीड एक्ट्रेस के तौर पर काम कर रही है संजय लीला भंसाली की फिल्म का मतलब होता है भव्य सेट कलात्मक कहानी और दमदार एक्टिंग इसी वजह से लोग उनकी मोस्ट अवेटेड फिल्म गाय काटने वाले की रिलीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ।

कोट 24 फरवरी यानी कि अपने जन्मदिन के मौके पर अपनी मां को समर्पित करते हुए भंसाली ने इस फिल्म का टीजर वीडियो रिलीज़ किया गया था जो कि उम्मीद के मुताबिक काफी प्रभावशाली रहा ट्रेलर वीडियो में आप देख सकते हैं कि गंगूबाई काठियावाड़ी बनी आलिया भट्ट को लोग कितना ज्यादा पसंद कर रहे हैं और उन्हें देखने के बाद हर कोई चौंक गया।

अभी तक परदे पर चुनरी और बिंदास देखने वाली आलिया भट्ट टीचर में एकदम जुदा अंदाज में नजर आ रही है बताते चलें यह फिल्म कंकुबाई काठियावाड़ी के रियल कहानी पर आधारित होने वाली है अब सवाल उठता है कि आखिर गंगूबाई काठियावाड़ी थी कौन जिसका किरदार आलिया भट्ट निभा रही है।

तो गंगूबाई काठियावाड़ी उस महिला का नाम है जो कि मुंबई के हीरामंडी नाम की जगह पर एक चलाती थी जिसे की मशहूर लेखक हुसैन जैदी ने अपनी किताब में को उनके नाम से संबोधित किया है बेइतहां उसकी मालकिन गंगूबाई का असली नाम गंगा हर जीवनदास काठियावाड़ी था।

उनके परिवार के लोग गुजरात के काठियावाड़ में रहते थे इसी वजह से उनका नाम गायब काठियावाड़ी पड़ गया था गंगूबाई काठियावाड़ी ने अपने जयपुर में एक गलती इंसान से प्यार किया था जिसकी वजह से वह अर्जुमंद से गंगूबाई बन बैठीं दर्शन मात्र सोलह बरस की उम्र में वह अपने पिता के अकाउंटेंट्स परम लिख लाल के इश्क में पागल हो गई थी वह अभिनेत्री बनना चाहती थी।

रमणीक लाल ने इसी बात का फायदा उठाया और उन्हें भगा कर मुंबई ले आया लेकिन जिसके भरोसे गंगूबाई ने अपना सब कुछ छोड़ा उसने धोखे से उन्हें मात्र ₹5 में एक कोठे पर बेच दिया कोठे पर पहुंचने के बाद हर जीवन दास का अंत हो गया और गंगू बाई का जन्म हु।

आ यह उनके रिश्ते इंटरवल के लोगों से बने और देखते-देखते कुर्बानी बदनाम कलियुगी बड़ा नाम बन गई जिससे इलाके के लोग डरते थे और उनके आगे माथा टेकते मुंबई के अलावा देश के कई शहरों में फ्रेंचाइजी को ठीक होने वाली पहली महिला थी।

यहां आपको इस बात की जानकारी देना चाहेंगे कि जैदी ने अपनी किताब में लिखा है कि डॉन करीम लाला के एक साथ ही निगम भाई का किया था इसके बाद वे करीब लाला के पास इंसाफ मांगने गई थी और उसे राखी बांधकर अपना भाई बनाया था इसके बाद करीब लालाने अपने सा गौतम भाई के अपराधी को डाला था और उसकी लिस्ट में गंगुबाई शामिल हो गई थी लेकिन धोखे से के धंधे में शामिल हुए गंगूबाई ने उन लड़कियों के विकास के लिए बहुत काम की है।

जो गलती से में शामिल हो जाती थी और उन्हें के घर परिवार के लिए भी काफी काम किए थे उन्होंने उनके लिए कोई कुटिया बनवाई थी और उनके बच्चों को पढ़ाने के लिए कई स्कूल भी खुलवाए थे।

इसलिए जुर्म की दुनिया और प्याज के लिए में लोग उन्हें किसी भी नाम से पुकारे लेकिन वह बदनाम गलियों में देवी के रूप में पूजी जाती थी कहते क्यों एनकाउंटर के शिकार हुए हैं फिलहाल गंगू बाई की कहानी को लोग बड़े पर्दे पर देखने को बेकरार है क्योंकि कहानी काफी तो दिलचस्प नजर आ रही है कि टीचर ने फिल्म के प्रति उत्सुकता को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है।

अब देखते हैं कि फिर लोगों के दिलों पर क्या असर करती है आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि यह फिल्म तीन जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है।

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