देश छोड़कर भाग गए बायजू के मालिक ?

बाय जूस कंपनी का नाम आपने जरूर सुना होगा इस कंपनी ने फर्श से अर्श तक का सफर देखा है लेकिन अर्श पर ज्यादा दिन तक टिक ना सकी सफलता की बुलंदी छूकर 3 साल के अंदर ही धड़ाम से नीचे गिर गई और फिर फर्ज प आगरी 2 अरब डॉलर से अब इस कंपनी की नेटवर्थ जीरो हो चुकी है शून्य हो चुकी है बाय जूस कंपनी की इस हालत के पीछे फेसबुक को कैसे झटका दिया और क्या बाजूस के फाउंडर देश छोड़कर भाग गए हैं।

इसकी जानकारी खुद बायजू के फाउंडर रविंद्र ने दी है उन्होंने खुद बताया कि कैसे उनकी कंपनी इतने घाटे में चली गई कि वह अपने वर्कर्स की सैलरी तक देने में असमर्थ हो गए थे फाउंडर रविंद्र ने बताया कि कंपनी को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब बाइजू के तीन प्रमुख निवेशकों ने इस्तीफा दे दिया इसमें प्रोसेस पीक एक्ससवी पार्टनर्स और चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव का का नाम शामिल है तीनों ने 2023 में एक ही समय में बोर्ड से इस्तीफा दे दिया जिससे कंपनी को काफी ज्यादा नुकसान हुआ जिससे कंपनी के लिए फंड जुटाना असंभव हो गया चैन जुकरबर्ग इनिशिएटिव एक संगठन है जिसकी स्थापना शिक्षा में सुधार करना और स्थानीय समुदाय की जरूरतों को पूरा करना है यह संगठन दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे ज्यादा फंड पाने वाली परोपकारी संस्थाओं में से एक है और मार्क जुगर बर्ग की कंपनी ने अचानक बायजू से इस्तीफा दे दिया जिसकी वजह से बायजू उस को तगड़ा छटका लगा रविंद्र ने कहा कि निवेशकों ने बायजू को बस से खाई में ढकेल दिया अगर वे इस्तीफा देने की जगह बदलाव या पुनर्गठन के लिए वोट की योजना बनाए हो तो कंपनी की हालत आज ऐसी नहीं होती रविंद्र ने कहा कि बायजू कंपनी को लेकर कोई धोखाधड़ी नहीं की है अगर ऐसा कुछ किया होता तो कंपनी से सबसे पहले पैसा रविंद्र निकालते लेकिन हमने ऐसा नहीं किया बल्कि हमने और पैसा लगाया रविंद्र ने कहा कि अमेरिकी कर्ज दाताओं की ओर से 1.2 अरब डॉलर का टर्म लोन खतरनाक साबित हुआ इसका उपयोग कंपनी के ग्रोथ पर ही खर्च किया गया लेकिन जब बी सीसीआई से डील के बाद अमेरिकी कर्ज दाताओं से विवाद बढ़ गया और उन्होंने लोन और ब्याज चुकाने का आदेश दे दिया जिसके बाद ही निवेशकों ने भी कंपनी के एक के बाद एक करके छोड़ने की घोषणा कर डाली इसके बाद कंपनी की हालत खराब होती चली गई और 3 साल के अंदर ही कंपनी पूरी तरह से बर्बाद हो गई उन्होंने अपने देश छोड़ने पर सफाई देते हुए कहा कि मैं कहीं नहीं भाग रहा हूं अगर हमें भागना होता तो हम यह काफी पहले कर चुके होते यह दुख की बात है कि लोग यह सोच ते हैं कि मैं भारत से भाग चुका हूं मैं 4 साल पहले अपने पिता के स्वास्थ्य कारणों की वजह से दुबई आया था आपको बता दें कि बाय जूस की स्थापना 2011 में बायजू रविंद्रन और उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ ने की थी देखते ही देखते बाय जूस एक लर्निंग ऐप के तौर पर मशहूर हो गई रविंद्र ने खुद इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है इसके बाद उन्होंने 2006 में छात्रों को गणित की कोचिंग देनी शुरू की थी साल 2015 में बायजू लर्निंग ऐप लांच किया यह स्टार्टअप अगले चार साल में यूनिकॉर्न हो गया सबसे बड़ी उछाल कोरोना काल में जब स्कूल और कोचिंग बंद हुए तब देखने को मिली थी साल 2022 तक यह कंपनी 22 अरब डॉलर की कंपनी थी लेकिन अब इसकी वैल्यू शून्य हो चुकी है जिसकी जानकारी खुद फाउंडर ने की है अब इस जानकारी पर आपकी जो भी राय है हमें कमेंट करके जरूर बताएं न्यूज नेशन अब न्यूज़ नेशन के इस क्यूआर कोड को स्कैन करें – Generated with https://kome.ai

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