सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ दोबारा दिल तेरा 500 से ज्यादा फिल्मों में कम करने वाली कभी कैरक्टर रोल में नजर आती थी खराब हो जाएंगी और देखो मैं तुम्हारी लिए जितने भी लाई हूं अपने हाथ से बनाई है मैंने तो कभी मुझसे मुकाबला करना चाहते द सुनती नहीं मैन नागिन हूं नागिन अपने बच्चे तक को खा जाती है तुझे और तेरे बच्चे को कैसे छोटे हैं।हीरोइन की तरह स्थापित नहीं हो पाई इनका फिल्मों में आना कैसे हुआ क्यों इनकी शादी इनके लिए मलाल का कारण बन गई क्यों इनकी कोई औलाद नहीं है जानेंगे इनके चरित्र अभिनेत्री एवं डांसर अरुणा ईरानी के बारे में बता जरूरत की वजह से फिल्मों में आई अरुणा ईरानी ने अपनी लगन और मेहनत से फिल्म इंडस्ट्री में एक खास जगह बना ली थी।
यहां तक की कहानी लिखते समय इनको ध्यान में रखते हुए कहानी को लिखा जाता था क्योंकि इनका फिल्मों में होना फिल्म की सफलता का कारण बन जाता था सबसे पहली बात करते हैं की अरुणा ईरानी का फिल्मों में आना कैसे हुआ कंपनी चलते द और मनसा गुना एक एक्ट्रेस थी पर दोनों ही कुछ खास कम नहीं कर का रहे द और परिवार में पैसों की तंगी थी अरुणा ईरानी को मिलाकर उनकी कुल 8 बच्चे द और अरुणा ईरानी सभी भाई बहनों में सबसे बड़ी थी।
इतना बड़ा परिवार पालना उनके लिए बेहद मुश्किल हो रहा था सिक्स क्लास के बाद ही अरुणा को अपनी पढ़ छोड़नी पड़ी क्योंकि उनका परिवार गरीबी में जी रहा था और वे सभी बच्चों को नहीं पढ़ा सकते द दृश्य जाता है सुपरस्टार दिलीप कुमार को एक दिन दिलीप कुमार ने स्टूडियो में छोटी अरुणा ईरानी को देखा और पूछा की क्या वह फिल्मों में कम करेंगी अरुणा तो चाहती ही यही थी उन्होंने तुरंत हान बोल दी।
इसके बाद यह 1962 में उन्होंने उन परफ्यूम में माला सिन्हा की बचपन का किरदार निभाया तुम्हारे लिए मुश्किल होगा गंगाराम इसलिए तुम पड़ा हुआ अपनी बेटी को मैं तो अपनी लोगों के लिए अच्छे से अच्छा दौलत से खरीद सकता हूं लखपति भाई की बहन लखपति के घर जाए लेकिन फिर अरुणा ईरानी कुछ ही फिल्मों में नजर आए सावन झूम के जो एयर 1964 से 1969 तक रिलीज होते रही दरअसल उसे समय अरुणा ईरानी अपनी उम्र के ऐसे दौर में थी जहां ना तो वह छोटे बच्चों की रोल में फिट हो का रही थी और ना ही उन्हें बड़ी उम्र के रोल दिए जा सकते द।
इसीलिए जो भी रोल उन्हें मिलते रहे वह कर लेती क्योंकि उनका मकसद सिर्फ अपने परिवार के लिए पैसा कामना था लेकिन जब उनकी मुलाकात फिल्मों में अपनी जगह बना चुके एक्टर महमूद से हुई तो इनके फिल्मी कैरियर ने एक नया मोड लिया कैसे जाने हम तो हैं अंग्रेजी अब उन्होंने महमूद के साथ कुछ फिल्मों में कम किया और उनकी जोड़ी को दस्त होने को पसंद भी किया चुप क्यों हो गए 1971 में वह फिल्म कारवां में नजर आई इसमें उनके साथ जितेंद्र से प्यारे दिलबर संजू में वह अमिताभ बच्चन की बीवी का किरदार निभाते हुए दिखाई दी।
यही बात है क्या मैं आया दिल देने तुझे आपकी मदद से अरुणा ईरानी फिल्म बॉम्बे तो गोवा में लीड रोल में नजर आए द और काफी सफल रही यहां भी अरुणा ईरानी के अपोजिट अमिताभ बच्चन द ये क्या बदतमीजी है बदतमीजी अपनी टांगे संभालो साहब मैं टांगों को कैसे संभालू होगा की जहां महमूद की दोस्ती ने उन्हें कैरियर में मदद की थी वहीं उनके साथ रिश्ते की एक अपवाह के कारण अरुणा ईरानी को फिल्में मिलना बिल्कुल बंद हो गई दरअसल हुआ ये था की एक अफवाह जाने कहां से फैल गई की महमूद और अरुणा ईरानी ने शादी कर ली उसे समय चलेंगे था की शादीशुदा अभिनेत्री को कम मिलना जरा मुश्किल होता था।
तकरीबन 2 साल वह बिना कम की रही और फिर इस स्थिति में बदलाव आया फिल्म बॉबी के साथ जिसका ऑफर उन्हें राज कपूर की तरफ से आया था [संगीत] और इसकी बात तो एक बार फिर अरुणा ईरानी का फिल्मी सफर चलने का यहां तक पुरी परी इतनी सफल रही की उन्हें में एक्ट्रेस से भी ज्यादा मेहनत ना दिया जाने लगा था यह संभालो उनका डांस तो उनका में अट्रैक्शन बन गया था जबकि एक समय यह भी था की अरुणा ईरानी ने बड़ी दिक्कतों के साथ डांस सिखा था।
70 और 80 इन दोनों दर्शकों तक अरुणा ईरानी फिल्मों में बेहतरीन केदार निभाती रही स्टार्ट करते हैं मैन ले की तू एक मर्द है और मैं तेरी औरत तू कौन है मैं मर्द हूं और मैं कौन हूं मेरी औरत स्टाइल था वह उनका डांस फिल्मों के लिए सोने पर सुहाग था| [संगीत] [संगीत] हीरोइन के तौर पर अपनी जगह नहीं बना साकी इसका कारण चाहिए किस्मत हो या हर क्षेत्र में होने वाली राजनीति पर उन्हें इसका कोई मलाल नहीं था दिल रखती हो उनके बेटे का किरदार निभाया।
उन्होंने इतना सशक्त निभाया की उन्हें उसके लिए फिल्म फेर अवार्ड भी मिला होता है वह भी भगवान से डरते हैं हम लोग यूं तो अरुणा ईरानी की फिल्मों की सूची बेहद लंबी है पर हमने यहां कुछ की फिल्मों का ज़िक्र किया प्रमुख चर्चित सीरियल में देश में निकाला होगा चंद और मेहंदी तेरे नाम की जैसे सीरियलों का जिक्र किया जा सकता है।
अब बात करते हैं उनके नीचे जिंदगी के बारे में जब वे 38 साल की थी तो यह 1990 में उनकी शादी हुई जो बॉलीवुड में एक जाने-माने प्रोड्यूसर और डायरेक्टर हैं लेकिन यह शादी कुछ वजहों से खुशी से ज्यादा उनके लिए अफसोस का कारण बनी दरअसल शादी के वक्त अरुणा ईरानी को यह नहीं पता बहुत देर हो चुकी थी यहां तक की शादी के बाद उनके पति ने उन्हें यह तक का दिया था की वे उनसे औलाद पैदा नहीं करेंगे अरुणा ईरानी इस सच्चाई से बेहद दुखी रही और इस कठिन समय से उबर के लिए उन्हें काफी वक्त लग गया था अरुणा ईरानी ने अपने एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र करते हुए बताया था की आज इतना वक्त बीट जाने के बाद वो उन बातों के लिए ज्यादा नहीं सोचती।
बरहाल उन्होंने हर तरह की किरदार निभाए कभी कैरक्टर हो तो कभी लीड एक्ट्रेस कभी उनका दमदार डांस फिल्मों की शान होता था तो कभी उनकी कॉमेडी दर्शकों को गुदगुदा थी गुजरे जमाने की फिल्मों से लेकर नए जमाने की फिल्मों तक वह हमेशा अपने आप को एक बेहतरीन अदाकारा साबित करती रही हैं ऋषि कपूर अमिताभ बच्चन राजेश खन्ना और धर्मेंद्र जैसे सभी बड़े कलाकार फिल्मों में वह हमेशा अपनी एक खास छाप छोटी चली गई।
इस अभिनेत्री को 19 एफबी 2012 को फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड्स की तरफ से लाइफस्टाइल अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया