कुछ सालों पहले तक कारोबारी जगत में अनिल अंबानी की तूती बोलती थी वे दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स हुआ करते थे लेकिन समय का फेर बदला और एक के बाद एक उनकी कंपनियां कर्ज में डूबती चली गई हालात इतने खराब हो गए कि अनिल अंबानी को खुद को दिवालिया घोषित करने की नौबत आ गई।
लेकिन काफी समय बाद अब ऐसा लग रहा है कि अनिल अंबानी फिर से कम बैक करने वाले हैं आज के खर्चा पानी में हम इसे पर विस्तार से बात करेंगे जानेंगे कि अनिल अंबानी की कंपनियों के शेरों में लगातार तेजी के कारण क्या है क्या अनिल अंबानी के दिन बदलने वाले हैं क्या कारोबार की दुनिया में उनकी सेकंड इनिंग की शुरुआत हो चुकी है क्या अनिल अंबानी पर निवेशकों का भरोसा बढ़ा है इन्हीं तमाम सवालों के जवाब जानेंगे आज के बुलेटिन में नमस्कार मेरा नाम उपासना है और आप देखना शुरू कर चुके हैं दि ललन टॉप का डेली फाइनेंशियल बुलेटिन खर्चा पानी अनिल अंबानी क्या फिर से वापसी कर रहे हैं।
क्या अनिल अंबानी के दिन बदलने लगे हैं शेयर मार्केट में लिस्टेड उनकी कंपनियों के शेयरों का जो हाल दिख रहा है वो तो यही संकेत दे रहा है जी हां अनिल धीरू भाई अंबानी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में रौनक लौटते दिख रही है सबसे पहले जायजा लेते हैं उनकी कंपनी रिलायंस साल में कंपनी का शेयर 75 फी चढ़ चुका है कंपनी के शेयरों में तेजी का दौर बना हुआ है वहीं पिछले 5च सालों की बात करें तो कंपनी का शेयर 737 फ ऊपर जा चुका है बुधवार 14 अगस्त को कंपनी के शेयर का जो बंद भाव था वो ₹2500000 से देखा गया लेकिन जब इस कंपनी का आईपीओ आया था तो 1 मिनट के भीतर ही पूरा सब्सक्राइब हो गया था जिस दिन यह आईपीओ शेयर मार्केट में लिस्ट हुआ था तब से लेकर आज तक इसने अपना वोह आईपीओ वाला रेट नहीं टच किया है।
कंपनी के शेयर का भाव 23 मई 2008 को ऑल टाइम हाई 24.8 4 पैसे पर पहुंचा था आसान भाषा में कहें तो जिन्होंने भी इस आईपीओ में पैसा लगाया था उनमें से किसी को भी फायदा नहीं हुआ फिर चाहे वो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर हो या फिर शॉर्ट टर्म बल्कि जो जितने समय तक था उसे उतना ही ज्यादा नुकसान हुआ।
50 आईपीओ प्राइस वाले शेयर का आज की तारीख में ₹10 के नीचे का दाम देखने को मिल रहा है अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस साल में शेयर करीबन 31 फीदी ऊपर गए वहीं बीते 5च सालों में कंपनी के शेयरों में 372 फी की तेजी आ चुकी है 14 अगस्त 2024 को कंपनी के शेयरों का बंद भाव ₹1 18.55 था।
इसी तरह से शेयर बाजार में लिस्टेड reliance1 साल में 117 फी चढ़ा है कभी निवेशकों को कंगाल कर रहे इस शेयर में पिछले कुछ महीनों से तूफानी तेजी देखने को मिल रही है इसके चलते कंपनी के शेयर में पैसा लगाने वाले लोगों को बंपर मुनाफा भ रहा है निवेशकों को उम्मीद है कि आने वाले समय में शेयर में और ज्यादा तेजी देखने को मिल सकती है अनिल अंबानी की दिवालिया फर्म बताते चले कि अनल अंबानी के पास कुछ कंपनियां बची हैं जो गहरे कर्ज में डूबी हुई हैं हालांकि इन कंपनियों का कर्ज चुका करर वोह नया पार करने की तैयारी कर रहे हैं।
बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार अनिल अंबानी की रिलायंस करोड़ का कर्जा था और इसे कर्ज देने वाले बैंकों को सभी बकाया चुका दिया गया है पिछले कुछ महीनों में कंपनी ने आईआईआई बैंक एकस बैंक डीबीएस और आईडीबीआई बैंक समेत कई बैंकों के साथ कर्ज निपटान समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने बैंकों का पूरा कर्ज चुका दिया है।
जिसके परिणाम स्वरूप रिलायंस अभी भी जीरो है बीते कुछ सालों में अनिल अंबानी को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और इसका एक अहम कारण है उनके द्वारा लिया गया कर्ज लंदन के हाई कोर्ट में दलील रखते हुए अनिल अंबानी ने अपने नेटवर्थ को जीरो बताया था उन्होंने कहा था कि वह दिवालिया हो चुके हैं और इसलिए कर्ज का बकाया नहीं चुका सकते इसके अलावा उनकी टेलीकॉम कंपनी तब से शुरू हो गई थी जब 2जी घोटाले में इसका नाम आया था उसके बाद आरकॉम का सीडीएमए तकनीक पर आधारित होना इसे ले डूबा जो 2g और 3g तक तो ठीक था लेकिन 4g के लिए कंपैटिबल नहीं था हालांकि बाद में आरकॉम की जीएसएम सिम भी आए।
लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी बता दें कि तीन चाइनीज बैंकों ने अनिल अंबानी के खिलाफ लंदन की अदालत में केस दर्ज कराया था इनमें इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना चाइना डेवलपमेंट बैंक और एम बैंक ऑफ चाइना शामिल थे रिपोर्ट के मुताबिक इन चीनी बैंकों ने अंबानी की कंपनी रिलायंस 55000 करोड़ का कर्ज दिया था जिसे अनिल अंबानी लौटाने में नाकाम रहे अब इस कंपनी की ट्रेडिंग बंद हो गई है कुछ महीनों पहले नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल यानी कि एनसीएलटी ने इसकी कुछ संपत्तियों की बिक्री की इजाजत दे दी है reliance1 समय पर शेयर बाजार की शान हुआ करती थी।
साल 2007 में आरकॉम के शेयर ₹ 7785 के हाई लेवल पर पहुंच गए थे वहीं कैपिटल टू लार्ज टू फॉल कैटेगरी में आती थी लेकिन यह भी घाटे में चली गई और देनदार का उधार चुकाने में फेल हो गई आरबीआई ने 29 नवंबर 2021 को कर्ज चुकाने में चूक और गवर्नेंस से जुड़ी गंभीर समस्याओं के कारण रिलायंस 20 फाइनेंशियल सर्विसेस कंपनियां हैं रिजर्व बैंक ने गर्ज में डूबे अनिल अंबानी की कंपनी reliance1 इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड यानी आईआई एचएल के लिए कंपनी के अधिग्रहण का रास्ता साफ हो गया है ग्रुप ने रिलायंस 9650 करोड़ की बोली लगाई है।
इकोनॉमिक टाइम्स की ताज रिपोर्ट के मुताबिक नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल के आदेश के बाद आईआईएल ने 2750 करोड़ एस्क्रो अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए हैं इस बीच reliance1 लाख की शुरुआती पूंजी के साथ नई रियल स्टेट सहायक कंपनी reliance1 बेसन विवाद राजनीति में खुले तौर पर उतर जाना भी कुछ बड़े कारण रहे जिस के चलते अनिल अंबानी फेल हुए reliance1 सी प्रोजेक्ट्स थे मतलब ग्राहकों से सीधे डील करने वाले थे फिर चाहे वो मूवी हॉल वाला प्रोजेक्ट हो हाउसिंग प्रोजेक्ट हो पेट्रोल पंप हो या फिर सीधे ग्राहकों के लिए बनाना शुरू कर देना बजाय कि पहले रिलायस कम्युनिकेशन का हिसाब किताब सही करें अनिल और मुकेश के बीच वही अंतर था जो क्रिकेट के 2020 और टेस्ट फॉर्मेट में होता है।
इसलिए ही शुरू में अनिल इन्वेस्टर्स के फेवरेट बने हुए थे कि आज पैसे लगाओ कल दोगुने टाइप लेकिन ऐसे मॉडल कितने सफल होते हैं आप जानते ही हैं ज्यादातर जानकारों का कहना है कि अनिल अंबानी को डुबाने में सबसे बड़ा कारण अति महत्वकांक्षी होना रहा है ऐसा इसलिए कि जब रिलायस समूह का बंटवारा हुआ था तो मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के पास बराबर संपत्तियां थी इसी के चलते 2008 के एक सर्वे में अनिल अंबानी 35 लाख करोड़ की संपत्ति के साथ दुनिया के छठे सबसे अमीर शख्स थे लेकिन अब वही अनिल अंबानी व्यक्तिगत दिवाली पन की कारवाही का सामना कर रहे हैं और कथित तौर पर उनकी नेटवर्थ जीरो है कर्ज के बोझ तले दबे रिलायंस सितंबर 2020 को छपी खबरों के मुताबिक अनिल धीरू भाई अंबानी ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी ने लंदन को में ऑनलाइन पेशे के दौरान कहा वह सादा जीवन जीते हैं केवल एक कार में चलते हैं और गहने बेचकर वकीलों की फीस चुका रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा जनवरी से जून 2020 के बीच गहने बेचकर उन्होंने करीबन 10 करोड़ रपए जुटाए हैं मौजूदा समय में वह केवल एक कार का इस्तेमाल करते हैं अनिल अंबानी ने कहा अब परिवार ही उनका खर्च उठाता है खैर यह तो इतिहास की बातें हो गई लेकिन जिस ताबड़तोड़ तरीके से अनिल अंबानी कर्जा चुका रहे हैं और कुछ और बदलाव कर रहे हैं उससे आने वाले दिनों में अनिल अंबानी के कमबैक पर सबकी नजरें होंगी।