शम्मी कपूर का अपमान होते देख इस एक्टर ने कर लिया था एक्टिंग छोड़ने का फैसला।

आदित्य पंचोली का नाम 80 और 90 के दशक के हिट स्टार्स की लिस्ट में शामिल है। उन्होंने बॉलीवुड में करियर की शुरुआत सस्ती दुल्हन और महंगा दूल्हा से की। फिल्मी सफर के अलावा, अभिनेता पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में रहे हैं। हाल ही में उनकी पत्नी और एक्ट्रेस जरीना वहाब ने एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर से लेकर फिल्मों से जुड़े रोचक किस्सों पर खुलकर बात की है।

जरीना वहाब ने लेहरेन रेट्रो से बातचीत करने के दौरान पति आदित्य कपूर के एक फिल्म छोड़ने के किस्से को याद किया। खास बात है कि उस मूवी में शम्मी कपूर भी थे और अभिनेता से इतने बड़े स्टार का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सके।

मोहब्बत का पैगाम फिल्म में शम्मी कपूर और आदित्य पंचोली ने साथ में काम किया था। इस पॉपुलर फिल्म से जुड़े अनेकों किस्से फिल्म इंडस्ट्री में चर्चित रहे हैं। अभिनेता पंचोली की पत्नी जरीना वहाब ने इस फिल्म से जुड़े एक किस्सो के याद किया। उन्होंने बताया कि शम्मी कपूर का अनादर होते देख उनके पति ने फिल्म छोड़ने का मन बना लिया था।

शम्मी कपूर के बारे में जरीना वहाब ने बताया कि फिल्म मोहब्बत का पैगाम की शूटिंग में उन्हें बगीचे में झाड़ियों के पास बैठकर मेकअप करवाते हुए उनके पति आदित्य ने देखा था। उनके पति इतने बड़े स्टार को मिल रहे खराब ट्रीटमेंट को लेकर नाराज हो गए थे। इतना ही नहीं, उन्होंने नाराजगी के कारण फिल्म की शूटिंग से खुद को अलग करने का फैसला भी ले लिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने मूवी में काम भी किया।

जरीना वहाब ने पूरे किस्से को याद करते हुए कहा, ‘आदित्य और शम्मी जुहू के एक बंगले में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। इस दौरान आदित्य के तैयार होने के लिए बंगले के एक एसी रूम को तैयार किया गया था। जब वह कमरे में पहुंचे तो उन्होंने शम्मी जी के बारे में पूछा। जिसके बाद उन्हें पता चला कि शम्मी कपूर पहले ही आ चुके हैं और बगीचे में बैठे हुए थे। आदित्य की नजर बगीचे की ओर गई तो उन्होंने देखा कि शम्मी जी झाड़ियों के पास एक कुर्सी पर बैठकर अपना मेकअप करवा रहे थे। आदित्य भागकर उनके पास गए और पूछा कि सर आप नीचे हैं? मेकअप रूम में आ जाइए। शम्मी जी ने जवाब दिया कि मैं बिल्कुल सही हूं।’

जरीना ने बताया कि इस फिल्म के सेट पर हुए शम्मी कपूर के अपमान ने आदित्य को काफी दुख पहुंचाया। उन्होंने लीड रोल करने के बाद एक्टिंग छोड़ने का मन बना लिया। उनका कहना था कि जब मुझे कैरेक्टर आर्टिस्ट बनना है तो मैं यह काम क्यों करूंगा। अगर शम्मी कपूर के साथ ऐसा बर्ताव किया जा सकता है, तो हम कौन हैं। हालांकि, उन्होंने बाद में एक्टिंग का सफर जारी रखा और उन्होंने बागी (2000), आंखें (2002), और मुसाफिर (2004) जैसी फिल्मों में शानदार काम किया।

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