सिनेमा जगत के जाने-माने फिल्ममेकर श्याम बेनेगल नहीं रहे। 90 साल की उम्र में उन्होंने 23 दिसंबर को अंतिम सांस ली। उन्होंने ‘निशांत’, ‘अंकुर’, ‘भूमिका’ जैसी फिल्मों के लिए नेशनल अवॉर्ड भी जीता था। डायरेक्टर ने कई फिल्में बनाईं लेकिन सबसे ज्यादा मजा उनको जिसे बनाने में आया, वो थी 1983 में रिलीज हुई ‘मंडी’। इसमें शबाना आजमी, रत्ना पाठक शाह और स्मिता पाटिल थे और ये सिल्वर जुबली रही थी।
फिल्म ‘मंडी’ बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही थी। नवंबर, 2024 में ‘अनफिल्टर्ड विद समदिश’ को दिए एक इंटरव्यू में, श्याम बेनेगल ने ‘मंडी’ की शूटिंग से जुड़ा किस्सा सुनाया था। उन्होने बताया था, ‘मैंने वो फिल्में बनाईं जो मैं बनाना चाहता था। मैंने कभी ऐसा कुछ करने के बारे में नहीं सोचा था जिसे मैं थिएटर में 100 हफ्ते या उससे भी ज्यादा चलते देखना चाहता था।’
श्याम बेनेगल ने कहा था, ‘एक समय था जब… कई साल पहले मैंने जो फिल्म मंडी बनाई थी, वो सिल्वर जुबली तक चली। उस फिल्म में मेरे सभी फेवरेट एक्टर्स थे। अमरीश, ओम, नसीरुद्दीन, शबाना, स्मिता थे। मैंने इसे हैदराबाद में शूट किया था।’
उन्होंने आगे कहा, ‘यह मजेदार है क्योंकि हम बिना सोचे-समझे शूटिंग कर रहे थे। सब अपने आप होता गया। एक बार जब आपने इसे शुरू किया, तो यह चलता रहा क्योंकि सभी शानदार एक्टर्स थे। मैंने 45 दिनों का शेड्यूल बनाया था क्योंकि मैं आम तौर पर बिना ब्रेक के लगातार शूटिंग करता हूं… और हमने 28 दिनों में फिल्म खत्म कर दी!’
श्याम बेनेगल ने कहा कि जब शूटिंग खत्म हुई तो उन्होंने कहा कि अब और नहीं। उनके लिए सब बहुत ही भयानक था। फिल्म की बात करें तो वह राइटर गुलाम अब्बास की उर्दू शॉर्ट स्टोरी ‘आनंदी’ पर आधारित थी। इसमें एक वेश्यालय की कहानी बताई गई थी जिसे रुक्मिणी बाई (शबाना आजमी) चलाती थीं। इसी के आसपास पूरी फिल्म बुनी गई है। फिल्म ‘मंडी’ ने बेस्ट आर्ट डायरेक्शन के लिए नेशनल अवॉर्ड भी जीता था।