भारत के फेमस सिंगर में से एक शेखर रवजियानी ने हाल ही में एक ऐसा खुलासा किया है. जिससे कि हर कोई चौंक गया. सिंगर ने खुलासा करते हुए अपने सबसे मुश्किल दौर के बारे में बताया है. उन्होंने बताया कि 2 साल पहले उन्होंने अपनी आवाज खो दी थी. जिसके बाद वो अपनी फटी हुई आवाज से नफरत करने लगे थें. हाल ही में उन्होंने अपने इस मुश्किल दौर के बारे में इंस्टाग्राम पर शेयर किया है.
उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा – ‘मैंने आज से पहले कभी इस बारे में बात नहीं की थी. दो साल पहले मेरी आवाज चली गई थी. ये बहुत डरावना अनुभव था. मुझे लगा कि शायद मैं अब कभी गा नहीं पाऊंगा. ये वाकई एक कठिन दौर था, क्योंकि मेरा परिवार भी बहुत चिंतित था और मुझे देखकर मुझे भी अच्छा नहीं लग रहा था.’
इसके बाद उन्होंने बताया कि वो लगातार कोशिश करते रहे, लेकिन उन्हें ये समझ नहीं आ रहा था कि क्या वो अपनी आवाज को वापस पा सकते हैं या नहीं. इसके बाद वो अपनी आवाज को ठीक करने के लिए कैलिफोर्निया के सैन डिएगो गए . जहां उन्होंने डॉक्टर की मदद ली. कोविड के कारण शेखर का इलाज जूम कॉल के जरिए हुआ, लेकिन डॉक्टर की मदद से उन्होंने अपनी आवाज को सुधारने की दिशा में कुछ अहम कदम उठाए.
सिंगर ने बताया, ‘डॉ. एरिन से मुलाकात के बाद मुझे बहुत राहत मिली. उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया कि आवाज जाने के लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं. मुझे पहले कभी ये महसूस नहीं हुआ था कि आवाज को ठीक करने का कोई रास्ता हो सकता है, लेकिन डॉ. एरिन की मदद से मेरा आत्मविश्वास वापस आया.’
इसके आगे उन्होंने बताया – ‘मुझे याद है कि जब मैंने डॉक्टर से कहा कि मैं फिर से गाना चाहता हूं, तो मेरी आंखों से आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे. मैंने उनसे मदद की अपील की और वो बहुत समझदार थे. उन्होंने मुझे महसूस कराया कि मैं हार नहीं सकता. वो पहले शख्स थे जिन्होंने मुझे ये एहसास दिलवाया कि आवाज चले जाना मेरे कंट्रोल में नहीं था.’ शेखर ने कहा कि कुछ हफ्तों की मेहनत के बाद उनकी आवाज धीरे-धीरे सही होने लगी.
सिंगर ने अपनी पोस्ट में लिखा कि जब वो फिर से गाने की कोशिश करते थे, तो उनकी आवाज बहुत फटी हुई लगती थी. इस वजह से वो अपनी आवाज से नफ़रत करने लगे थे. लेकिन डॉक्टर की मदद और अपनी मेहनत से उन्होंने धीरे-धीरे अपनी आवाज को ठीक किया. शेखर ने कहा- ‘ये प्रक्रिया निरंतर चलती रही और कुछ हफ्तों में मेरी आवाज पूरी तरह से ठीक हो गई. ये एक्सपीरियंस मेरे लिए जीवन का एक अहम सबक था, जो मुझे हर दिन याद रहता है.’