रूपाली गांगुली की सौतेली बेटी ईशा वर्मा ने अनुपमा एक्ट्रेस की आलोचना करते हुए फिर से पोस्ट किया है। जब से ईशा ने रूपाली पर ‘टॉक्सिक और अपमानजनक’ होने का आरोप लगाया है तब से दोनों के बीच विवाद चल रहा है। ईशा वर्मा अश्विन वर्मा और उनकी पूर्व पत्नी सपना वर्मा की बेटी हैं, जिनका 2008 में तलाक हो गया था। अश्विन ने बाद में 2013 में गांगुली से शादी की और उसी साल इस दोनों ने अपने बेटे रुद्रांश का स्वागत किया।
ईशा ने जो पोस्ट शेयर की उनमें से एक में बताया गया कि कैसे पैसा और ताकत लंबे समय तक सच्चाई को छिपा नहीं सकते। उन्होंने लिखा, ‘चरित्र वह है जो आप करते हैं। वह नहीं जो आप कहते हैं। प्रसिद्धि, पैसा और शक्ति कुछ समय के लिए सच्चाई की रक्षा कर सकते हैं, लेकिन वे इससे होने वाले नुकसान को कभी नहीं मिटा सकते। आपके काम चरित्र को परिभाषित करते हैं, दिखावे या शब्दों को नहीं। सच्ची सत्यनिष्ठा जवाबदेही और परिवर्तन से आती है। मजबूती से खड़े रहें और भरोसा रखें कि कर्म और ब्रह्मांड सबकुछ ठीक करेंगे।’
एक पोस्ट में ईशा ने पहाड़ी इलाके में एक लड़की की तस्वीर शेयर की। यह साफ नहीं है कि यह उनकी तस्वीर थी या नहीं, ईशा ने कैप्शन में लिखा, ‘हां यह हालिया कमेंट्स का जवाब है। इससे भी आगे की बात है। अगर मैं आगे बढ़ सकती हूं – यहां तक कि अपने पहले प्यार, अपने पिता से भी – तो हम सब भी आगे बढ़ सकते हैं। जीवन विकास, उपचार और उस पर ध्यान देने के बारे में है जो सच में मायने रखता है।’
रूपाली गांगुली और उनकी सौतेली बेटी ईशा वर्मा के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब ईशा ने दावा किया कि एक्ट्रेस ने उनका घर तोड़ दिया है। उन्होंने अनुपमा एक्ट्रेस को ‘अपमानजनक और जहरीली औरत’ भी कहा। बाद में, रूपाली ने ईशा के खिलाफ 50 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा भी दायर किया, जिसके बाद रूपाली ने अपना इंस्टाग्राम पोस्ट डिलीट कर दिया।
हाल ही में, रूपाली गांगुली ने एक इवेंट में ईशा के दावों पर बात करते हुए कहा, ‘अगर मैं कहूं कि इसका मुझ पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, तो यह झूठ होगा। यह मुझे प्रभावित करता है। हम सभी इंसान हैं। दुख होता है जब वे मेरी पीठ पीछे भी बुरी बातें कहते हैं। जो लोग मुझसे प्यार नहीं करते हैं, वे ऐसा करते रहेंगे। मैं अच्छे कर्म करने में विश्वास करती हूं क्योंकि तब आपके साथ अभी या भविष्य में अच्छी चीजें घटित होंगी। कभी-कभी बुरा दौर आता है और बुरी चीजें होती हैं, लेकिन उस पर हमेशा अच्छाई की जीत होती है।