आप जैसा कोई.…गीत से मशहूर सिंगर नाजिया हसन की धोखे और दर्द से भरी कहानी।

आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आए तो बात बन जाए 80 और 90 के दशक के इस मशहूर गाने को आप सभी ने जरूर सुना होगा आज भी यह गाना लोगों के जहन में चलते रहता है यह गाना फिरोज खान की मूवी कुर्बानी का है जब यह गाना रिलीज हुआ था तब इस गाने को लोगों ने खूब पसंद किया था आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आए गाने के रिलीज होने के बाद इस गाने ने देश के अलावा विदेश में भी धूम जाती थी उस दौर में यह गाना इतना ज्यादा हिट हुआ था कि बच्चे से लेकर जवानों तक हर कोई इस गाने के बोल को रटते रहते थे.

जब यह गाना सुपरहिट हुआ तो हर कोई यह जानने के लिए बेकरार था कि आखिर इसे गाया किसने है लोग हैरान तो तब हुए जब उन्हें पता चला कि इस सुपरहिट गाने के सिंगर कोई भारतीय गायिका नहीं बल्कि पाकिस्तानी पॉप सिंगर नाजिया हसन है यहां तक तो ठीक था लेकिन लोग और भी ज्यादा हैरान तो तब हुए जब उन्हें यह पता चला कि नाजिया महज 15 साल की हैं अपनी आवाज से लोगों के दिलों में राज करने वाली नाजिया हसन ने मात्र 35 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा था कहा जाता है कि इन्हें ना जीते जी खुशी मिली और ना मरने के बाद आखिर ऐसा क्या हुआ था जो महज 35 की उम्र में उन्हें अलविदा कहना पड़ा आइए जानते हैं इसके बारे में आज हम बात करेंगे पाकिस्तान में म्यूजिक इंडस्ट्री का नक्शा बदलने वाली सिंगर नाजिया हसन की जिन्होंने भारत में ऐसे रिकॉर्ड कायम किए जो आज भी कायम है 15 साल की उम्र में स्कूल यूनिफॉर्म पहनकर इन्होंने फिल्म कुर्बानी का गाना आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आए रिकॉर्ड किया जिसके लिए इन्हें बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगर का फिल्म फेयर अवार्ड मिला.

आपको बता दें कि नाजिया पहली पाकिस्तानी कलाकार हैं जिन्हें भारत में फिल्म फेयर अवार्ड मिला सबसे कम उम्र में यह अवार्ड जीतने का रिकॉर्ड आज भी इन्हीं के नाम है इनकी गाय गाने भारत पाकिस्तान समेत लंदन अमेरिका रशिया में भी पसंद किए जाते हैं दुनिया नाजिया की आवाज की दीवानी थी लेकिन उनकी निजी जिंदगी दर्दनाक थी जिस बिजनेसमैन से इनकी शादी हुई वह इन्हें था कई बार तो पति ने ही इन्हें जहर देने की कोशिश की पति के धोखे और तनाव का असर इनकी हेल्थ पर पड़ा और महज 35 साल की उम्र में यह दुनिया से रुखसत हो गई नाजिया हसन का जन्म 3 अप्रैल 1965 को कराची पाकिस्तान में हुआ यह पाकिस्तान के नामी बिजनेसमैन बासिल हसन और सोशल वर्कर मुनिजा बासर की बेटी थी कराची में जन्म लेने के बाद इनकी परवरिश और पढ़ाई लंदन में ही हुई नाजिया हसन की मां मुनिजा और जीनत अमान अच्छी दोस्त थी.

एक दिन जीनत उनके लंदन स्थित घर पहुंची तो कमरे में उनकी नजर गिटार पर पड़ी वह झट से पूछ बैठी अरे यह कौन बजाता है मुनीजा ने जवाब दिया मेरे दोनों बच्चे म्यूजिक में दिलचस्पी रहे लखते हैं नाजिया उस समय घर पर ही थी जब नाजिया ने गाना शुरू किया तो जीनत को काफी पसंद आया बातचीत के बाद वो निकल गई एक दिन बाद जीनत ने मुनीजा को कॉल किया और कहा प्रोड्यूसर और एक्टर फिरोज खान नई फिल्म बना रहे हैं और उन्हें इसके लिए एक नई आवाज की जरूरत है मुझे लगता है कि नाजिया की आवाज उन्हें पसंद आएगी.

यह किस्सा नाजिया की मां ने बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में सुनाया था मुनीजा ने पहली बार में ही इंकार कर दिया क्योंकि मुस परिवार की लड़कियों को इतना खुला माहौल नहीं दिया जाता था इनकार सुनने के बावजूद जब जीनत अमान ने जिद की तो उन्होंने समय मांगा उसी शाम जब नाजिया के पिता घर आए तो मुनीजा ने सनत के कॉल का जिक्र किया पिता काफी नाराज हुए और दोनों के बीच बहस शुरू हो गई कुछ मिनटों की बहस के बाद पिता को भी मां के आगे झुकना पड़ा आगे जीनत के कहने पर मुनीजा और नाजिया यूनाइटेड किंगडम में हुई एक पार्टी में पहुंचे जहां उनकी मुलाकात फिरोज खान से हुई फिरोजा ने नाजिया को ऑडिशन के लिए बुलाया 15 साल की नाजिया की आवाज से इंप्रेस होकर फिरोज ने उन्हें अपनी फिल्म कुर्बानी में गाने का मौका दिया नाजिया ने फिल्म के लिए आप जैसा कोई मेरी जिंदगी में आए गाना गाया जो चार्ट बस्टल साबित हुआ गाने की रिकॉर्डिंग यूके में ही हुई थी जिसके लिए नाजिया अपने स्कूल से हाफ डे लेकर स्कूल ड्रेस में ही रिकॉर्डिंग के लिए जाती थी गाने के रिकॉर्डिंग के बाद नाजिया अपनी पढ़ाई में व्यस्त हो गई.

लेकिन जब फिल्म रिलीज हुई तो यह गाना चार्ट बस्टर साबित हुआ एक दिन मुनीजा के पास राज कपूर का कॉल आया उन्होंने कहा कि इस साल बेस्ट प्लेबैक सिंगर का अवार्ड नाजिया को मिलेगा क्या आप उे लेने भारत आएंगे पूरा परिवार भारत आया और नाजिया को शोमैन राज कपूर के हाथों ही अवार्ड दिया गया नाजिया पहले सिंगर हैं जिन्हें सिर्फ 15 साल की उम्र में यह अवार्ड मिला उनसे पहले और बाद में आज तक फिल्मफेयर अवार्ड के इतिहास में ऐसा दोबारा नहीं हुआ पहले ही एल्बम से नाजिया इंटरनेशनल सिंगर बन गई थी बेहतरीन सिंगर होने के साथ-साथ नाजिया बेहद सुंदर भी थी उनके पॉपुलर होने के बाद हर नामी फिल्म मेकर उन्हें अपनी फिल्म में साइन करना चाहता था हालांकि परिवार के लिए हर बार नाजिया ऑफर ठुकरा दिया करती थी नाजिया हसन का एल्बम डिस्को दीवाने इतना पॉपुलर हुआ कि नाजिया जहां जाती थी वहां भीड़ लग जाती थी एक बार जब यह कोलकाता एयरपोर्ट पहुंची तो इन्हें देखने भर के लिए 1 लाख लोग जमा हो गए.

नाजिया की बढ़ती पॉपुलर देखते हुए बिड्डा लेकिन उन्होंने सिर्फ गाना चुना 1984 में रिलीज हुआ नाजिया का एल्बम यंग तरंग पाकिस्तान का पहला एल्बम था जिसमें म्यूजिक वीडियो था यह उस जमाने का एशिया का सबसे पॉपुलर एल्बम था 1991 में नाजिया ने अपने भाई जोहेब के साथ म्यूजिक एल्बम कैमरा कैमरा रिलीज किया जिसके ठीक बाद उन्होंने अनाउंसमेंट की कि यह उनका आखिरी एल्बम है पर्सनल लाइफ में फोकस करने के लिए नाजिया ने हमेशा के लिए गाना छोड़ दिया लंदन से पढ़ाई पूरी करने के बाद 1991 में नाजिया ने विमेंस इंटरनेशनल लीडरशिप प्रोग्राम में इंटर्नशिप की और बाद में उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल में नौकरी की उन्होंने लॉ की डिग्री भी ली उसके बाद 30 मार्च 1995 को नाजिया ने कराची के बिजनेसमैन मिर्जा इस्तियाक बेग से शादी कर ली.

इश्तियाक से नाजिया की अरेंज मैरिज थी 1997 में नाजिया ने अरीज को जन्म दिया शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के बीच अनबन होने लगी नाजिया के पति का पाकिस्तानी एक्ट्रेस से अफेयर था जैसे ही यह बात उन्हें पता चली तो घर में झगड़े और बढ़ गए तराज करने पर पति उनके साथ करने लगा नाजिया से पहले इश्तियाक की दो शादियां हो चुकी थी लेकिन यह बात नाजिया के घर वालों से छिपाई गई थी नाजिया से पहले इश्तियाक ने फिलिपींस की डांसर हेजल से शादी की थी जिससे उनका एक बेटा इमरान बेग था उनकी दूसरी शादी दस्तानी एक्ट्रेस शाजिया से हुई थी दूसरी पत्नी ने बेग की मेंटल कंडीशन खराब होने पर तलाक ले लिया था.

यह दोनों शादियां नाजिया के परिवार से राज रखी गई थी 21 जून 2000 को नाजिया ने पाकिस्तान के नामी न्यूज़पेपर डेली जंग को आखिरी इंटरव्यू दिया था जिसमें उन्होंने पहली बार मारपीट और पति के जुल्मों पर खुलकर बात की नाजिया ने बताया कि पति मारपीट कर उन पर दबाव बनाता था कि मीडिया में यह कहा जाए कि उनकी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल चल रही हालांकि ऐसा नहीं था जब नाजिया को कैंसर हुआ तो उनके पति ने इलाज का खर्च उठाने से भी इंकार कर दिया नाजिया कहती थी पति इश्तियाक बेग के साथ रहने की जगह वह मरना पसंद करेंगी नाजिया के भाई ने भी एक स्टेटमेंट में बताया था कि उनकी बहन को उसके पति ने बंदी बनाकर रखा था पति से परेशान होकर नाजिया ने साल 2000 में मुस्लिम लॉ के तहत पति से तलाक ले लिया था और अपने पेरेंट्स के साथ रहने लगी.

पति से तलाक लेने के बाद नाजिया का इलाज उनके घर वालों ने लंदन में कराया नाजिया की पांच कीमोथेरेपी हुई इलाज के दौरान नाजिया ने अपने वकील और कुछ गवाहों के सामने एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा कि पति उन्हें जहर दे रहा है और स्लो पॉइजन से उनके शरीर के अंग खराब हो रहे हैं 10 अगस्त 2000 को नाजिया की हालत बिगड़ने पर उन्हें लंदन के नॉर्थ लंदन हे स्पाइज हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया इलाज के दौरान उनकी हालत सुधर रही थी और डॉक्टर्स उन्हें घर भेजने वाले थे लेकिन वो घर नहीं लौट सकी 13 अगस्त 2000 की सुबह 9:1 पर हॉस्पिटल ने नाजिया की मां मुनीजा को कॉल कर जानकारी दी कि उनकी बेटी जोर-जोर से खास रही है मां अस्पताल के लिए निकली लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही नाजिया की निधन हो चुकी थी.

नाजिया की निधन के बाद उनका हुआ वकील द्वारा नाजिया का आखिरी स्टेटमेंट मिलने के बाद लंदन पुलिस ने दोबारा नाजिया की करवाई इस हाई प्रोफाइल केस की गहराई से जांच करने के लिए नॉर्थ वेस्ट लंदन पुलिस ने नाजिया के पेरेंट्स का गोल्डर्स ग्रीन स्थित घर और पति का घर शीश कर दिया दोनों घरों में फॉरेंसिक टीम ने डिटेल में जांच की यूके ने कुछ महीनों बाद एक जांच रिपोर्ट जारी की जिसमें स्कॉटलैंड यार्ड जासूसों के अनुसार नाजिया की निधन का कारण लंग बताया गया था उन्होंने पाया कि यह एक नेचुरल डेथ थी पाकिस्तान के नामी न्यूज़ चैनल j टीवी के अनुसार 13 अगस्त को हुई नाजिया की मौत के बाद पाच महीनों तक जांच के लिए उनका शव लंदन के मुर्दा घर में रखा गया था परिवार को उनका शव 5 महीने बाद 9 जनवरी 2001 को सौंपा गया था।

नाजिया का अंतिम संस्कार लंदन के हेडन कब्रिस्तान में हुआ था पहले उन्हें पाकिस्तान लाया जाना था लेकिन शव मिलने में देरी होने से लंदन में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया था नाजिया के पति ने उनकी मौत के बाद तलाक के बात को निराधार कहा उन्होंने कहा कि मौत के समय भी नाजिया उनकी पत्नी थी हालांकि नाजिया के घर वालों का कहना है कि नाजिया ने निधन से 3 महीने पहले ही उन्हें मुस्लिम लॉ के तहत तलाक दे दिया था इश्तियाक आज भी नाजिया को अपनी पत्नी मानते हैं जबकि नाजिया के बेटे अरेज की कस्टडी उन्हें नहीं दी गई थी।

नाजिया की निधन के बाद 2002 में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रेसिडेंट परवेज मुशर्रफ ने उन्हें प्राइड ऑफ पाकिस्तान का अवार्ड दिया नाजिया की जगह यह अवार्ड उनकी मां लेने पहुंची थी आपको बता दें कि नाजिया ने यूनिसेफ के साथ भी काम किया था उनके बेहतरीन काम के चलते उन्हें कोलं बया यूनिवर्सिटी में लीडरशिप प्रोग्राम की स्कॉलरशिप भी मिली थी हालांकि कैंसर डिटेक्ट होने के बाद वह यह कर नहीं सकी।

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