इस सदी के महानायक कहलाए जाने वाले अमिताभ बच्चन ने फिल्म इंडस्ट्री को करीब 50 साल से ज्यादा समय दिए हैं और इन 50 साल से ज्यादा फिल्मी सफर के दौरान अमिताभ बच्चन ने एक से बढ़कर एक सुपर डूपर हिट फिल्में दी है और यह दौर आज भी जारी है आज भी शर्म घरों में अमिताभ बच्चन की फिल्मों को लोग बहुत ज्यादा पसंद करते हैं और उनकी एक्टिंग के लाखों नहीं बल्कि करोड़ों दीवाने हैं जाहिर सी बात है।
अमिताभ बच्चन को सदी का महानायक कहा जाता है क्योंकि उन्हें पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों का मनोरंजन किया है लेकिन साथियों उन्हें कई सारे विवादों को भी जन्म दिया है अमिताभ बच्चन की छवि यूं तो इंडस्ट्री में एक साफ-सुथरे व्यक्ति के तौर पर जानी जाती है लेकिन अपने शानदार फिर भी सफर के दौरान कई लोग उनसे खफा भी हो गए थे और उनमें से एक थे एक कादर खान कभी कादर खान साहब को अमिताभ बच्चन का सबसे करीबी कहा जाता था लेकिन ऐसा क्या हो गया था कि दोनों के बीच में दूरियां बढ़ गई थी यहां आपको इस बात की जानकारी देना चाहेंगे कि अमिताभ बच्चन और कादर खान ने साथ में कई सारी फिल्में की थी कादर खान लेखक भी थे और उन्होंने अमिताभ की सुपरहिट फिल्मों अमर अकबर एंथनी शाह लावारिस अग्निपथ आदि की स्क्रिप्ट भी लिखे थे दोनों काफी अच्छे दोस्त हुआ करते थे।
हालांकि बाद में उनके रिश्ते खराब होते चलेंगे कई इंटरव्यू में कादर खान ने और लगाव की वजह भी बताई कादर खान ने बताया था कि राजनीति में जाने के बाद अमिताभ पूरी तरीके से बदल गए थे अमिताब पर सत्ता का ऐसा हुआ असर क्यों रोने कादर खान को बुरा भला भी कह दिया था अमिताभ बच्चन अपने दोस्त राजीव गांधी के कहने पर राजनीति में आए थे 1984 के लोकसभा चुनाव में अमिताब इलाहाबाद संसदीय सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे और चीते भी थे कादर खान ने बताया था कि अमिताभ राजनीति में तो चले गए लेकिन उनसे यह कह दिया कि अगर कादर खान राजनीति में आए तो उन्हें हरा देंगे हालांकि कादर खान ने ज़ूम नमक मीडिया प्लेटफॉर्म से बातचीत में बताया था कि उसने मुझे कहा कि अगर तुझे सियासत वाले ले जाना चाहते हैं और अगर तू जाएगा तो मैं खड़ा होकर तेरे खिलाफ प्रचार करूंगा कि आदमी गलत है इसको वोट मत दो तुझे हर वास्तु का हैप्पी बनने के बाद बदल गया था वह आदमी कादर खान ने बताया था कि सांसद बनने के अमिताभ बच्चन का प्रस्ताव बिल्कुल अलग हो गया था।
उन्होंने बताया अंत आपके साथ मेरा रिश्ता था वह एमपी बनने गया तो मैं खुश नहीं था क्योंकि सियासत की दुनिया ऐसी है जो इंसान को बदल देती है जब वह सांसद बनकर आया तो वह मेरा अमिताभ बच्चन नहीं था हालांकि इसी दौरान कादर खान साहब ने अमिताभ बच्चन के बीच दरार की एक और वजह भी बताई थी दरअसल से अमिताब बच्चन बॉलीवुड में पूरी तरीके से जम गए थे तब सभी लोग उन्हें सर कहा करते थे कादर खान जोड़कर दोस्त है उन्हें अमिताभ को सर कहने में अटपटा लगता था उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि सभी लोग उन्हें सर कहते थे और वहीं इस वजह से भी दोनों के रिश्ते खराब होते चले गए कादर खान के आखिरी कुछ दिनों में ही बॉलीवुड से किसी ने उनका साथ नहीं दिया था।
वह अपने परिवार के साथ फ्रेंडशिप हो गए थे उनके परिवार वालों ने कई मौकों पर यह कहा कि कादर खान के अंतिम दिनों में कोई उनका हाल पूछने नहीं आया और 132 दिसंबर 2018 को कनाडा में ही कादर खान ने अपनी अंतिम सांस ली थी हालांकि उनके निधन के शोक में बॉलीवुड में भी मायूसी छाई है और के चाहने वालों के बीच शोक की लहर भी देखने को मिली थी लेकिन अमिताभ बच्चन और कादर खान से जुड़े कई सारे ऐसे विवाद है जो समय-समय पर वायरल होते ही रहते हैं कैसे अमिताब बच्चन राजनीति में आते हैं और राजनीति का नशा उन्हें इस कदर अपनों से अलग कर देता है।
इस बात का उन्हें भनक भी नहीं लगती है लेकिन कादर खान साहब पूरे आईने की तरह अमिताभ बच्चन को सब कुछ सिखा रहे थे लेकिन राजनीति चश्मा पहने हुए अमिताभ बच्चन ने उन्हें भी ठुकरा दिया था