हिंदी सिनेमा जगत के इतिहास में अभिनेता राजकुमार को कैसे भूला जा सकता है अपने एटीट्यूड की वजह से यह आज भी लोग विषय में चिंता है आज भले ही इन्हें गुजरे बरसों हो गए हैं लेकिन इन की छाप इंडस्ट्री में आज भी बरकरार है मालूम है तो बताना चाहेंगे कि बतौर हिंदी फिल्म से इन्होंने पहली बार डेब्यू किया साल 1995 में आई फिल्म रंगीली के जरिए और उसके बाद जिन्होंने एक से बढ़कर एक फिल्में कीमत राजकुमार साउथ की फिल्मों में एक बाद सबसे ज्यादा खास रहती थी कि वह कभी भी फिल्म में न ही अभिनेता ना ही फिल्म के से कभी भी किसी से नहीं खाई।
अपनी एटीट्यूड के दम पर यह दृष्टि में छाए रहे और राजकुमार साथ ही है कि टूट वाली छवि आज भी बरकरार है फिल्मों के डायलॉग डिलीवरी कई लोग बहुत ज्यादा पसंद करते थे जिन्हें सुनने के लार हर कोई इन पर मोहित हो जाता था लेकिन एक बार उसी समय के स्ट्रगलिंग ऐक्टर गोविंदा का इंच से सामना होता है और गोविंदा को एक झटके में ही पता चल जाता है कि राजकुमार साहब कौन है बालों को बताना चाहेंगे कि 1992 में के अध्यक्ष राजकुमार सामने एक से बढ़कर एक फिल्में की जिद फिल्मों के बदसूरत उन्होंने बहुत नाम और शोहरत कमा याद इंडस्ट्री में उनकी एक अलग छवि बनी रही हालांकि दिल से वह काफी दिलदार इंसान थे।
लेकिन आखिर ऐसा क्या हुआ था गोविंदा और राजकुमार के बीच जिससे खफा होकर राजकुमार में गोविंदा को असली औकात बता दी थी तो चलिए हम आपको बताते हैं कि आखिर किस्सा कौन सा था यह किस्सा उस दौर का है जब राजकुमार एक बड़े सुपरस्टार के तौर पर जाने जाते थे वहीं दूसरी ओर गोविंद अपनी पहचान बनाने में लगे हुए थे उसी दौर में 1989 में एक फिल्म बन रही थी फिल्म के ट्रैक्टर थे मैं हूं कुमार फिल्म में राजकुमार के अलावा गोविंदा मंदाकिनी डैनी शक्ति कपूर और गुलशन ग्रोवर जैसे बड़े कलाकार थे फिल्म की शूटिंग ठीक-ठाक चल रही थी लेकिन एक सीन में राजकुमार और गोविंदा के बीच में कुछ डायलॉग डिलीवरी को लेकर अनबन हो जाती है और आज कुमार साहब की जो डायलॉग डिलीवरी थी वह एटीट्यूड वाली थीम गोविंदा भले ही राजकुमार की बाद में इज्जत करने लगे थे।
लेकिन उस दौर में पता लग गया था कि गोविंदा को कि राजकुमार आखिर क्या चीज है कि वह क्योंकि जो फिल्म की शूटिंग चल रही थी तो गोविंदा ने राजकुमार साहब का मजाक उड़ा दिया पूरा राजकुमार साह को इस बात की भनक लग गई थी कि गोविंदा उनकी खिल्ली उड़ा रहे हैं हालांकि गोविंदा ने हरकत मजाक के तौर पर की थी लेकिन राजकुमार साहब ने जब मशीन को ऑपरेट किया तो उन्होंने गोविंदा की आंखों में देखकर जो डायलॉग बोला गोविंदा के उससे पसीने छूट गए और गोविंदा को पता चल गया कि राजकुमार साहब को मेरी बात बहुत बुरी लगी शूटिंग खत्म होने के बाद सीधा गोविंदा राजकुमार साहब के पास गए और उससे उन्होंने माफी मांगी राजकुमार साहब ने हंसकर उस बात को भुला दिया।
मित्र बनकर तैयार हुई और यह फिल्म थी जंगबाज जंगबाज फिल्म उद्योग की एक बड़ी फिल्म थी इस फिल्म में यह सारे सुपरस्टार थे राजकुमार जहां एक साफ-सुथरी वाली छवि में दिखाई दिया इस फिल्म में वहीं दूसरी ओर गोविंदा एक बड़े हीरो बनकर इस फिल्म के माध्यम से उबरें वह डेनिका खतरनाक बड़ा किरदार भी लोगों के बीच में काफी पसंद किया गया तो यह फिल्म काफी अच्छा सा रिएक्शन पाने में कामयाब भी साबित रही है