हम बात कर रहे हैं दिग्गज एक्टर बोमन ईरानी की. जिनकी एक्टिंग का हर कोई कायल है. खास बात ये कि बोमन ईरानी का एक्टिंग करियर काफी देर से शुरू हुआ लेकिन जब उन्हें अच्छे किरदार मिले तो उन्होंने खुद को साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. ‘मुन्ना भाई एमबीबीएस’ के डॉक्टर ‘अस्थाना’ हों या फिर ‘थ्री इडियट्स’ का ‘वायरस’ दोनों ही किरदारों से उन्होंने फैंस को दीवाना बना लिया था. आज आपको इस बेमिसाल एक्टर की जिंदगी के कुछ दिलचस्प किस्से बताएंगे.
बोमन ईरानी ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत शाहरुख खान की फिल्म ‘जोश’ में एक किरदार के साथ की थी. उस वक्त वो 41 साल के थे. हालांकि एक्टिंग में आने से पहले बोमन ईरानी ने कई फील्ड्स में हाथ भी आजमाए थे.
बोमन ईरानी ने 1987 से 89 के बीच प्रोफेशनल फोटोग्राफर के तौर पर भी काम किया था. बोमन की शुरुआती जिंदगी काफी संघर्षों के बीच से होकर गुजरी. बोमन ईरानी बचपन से ही डिसलेक्सिया के शिकार थे.
साल 1959 में मुंबई में एक पारसी परिवार में पैदा हुए बोमन बचपन में ठीक से बोल नहीं पाते थे. अहम बात ये कि बोमन के सिर से पिता का साया बचपन में ही उठ गया था.4/7बचपन में बोमन बोलते वक्त काफी तुतलाते थे. एक कार्यक्रम के दौरान बोमन ने इसका जिक्र भी किया कि कैसे जब वो बोलते थे तो लोग उनका मजाक बनाते थे.बचपन में बोमन बोलते वक्त काफी तुतलाते थे. एक कार्यक्रम के दौरान बोमन ने इसका जिक्र भी किया कि कैसे जब वो बोलते थे तो लोग उनका मजाक बनाते थे.
बोमन ईरानी ने 1987 से 89 के बीच प्रोफेशनल फोटोग्राफर के तौर पर भी काम किया था. बोमन की शुरुआती जिंदगी काफी संघर्षों के बीच से होकर गुजरी. बोमन ईरानी बचपन से ही के शिकार थे.
साल 1959 में मुंबई में एक पारसी परिवार में पैदा हुए बोमन बचपन में ठीक से बोल नहीं पाते थे. अहम बात ये कि बोमन के सिर से पिता का साया बचपन में ही उठ गया था.बचपन में बोमन बोलते वक्त काफी तुतलाते थे. एक कार्यक्रम के दौरान बोमन ने इसका जिक्र भी किया कि कैसे जब वो बोलते थे तो लोग उनका मजाक बनाते थे.
एक्टर ने एक बातचीत के दौरान कहा था कि जब भी मैं बोलता था तो पहले ही डर महसूस होने लगता कि लोग मजाक बनाएंगे, लेकिन बाद में एहसास हुआ कि आप हमेशा तो डर नहीं सकते. बोमन ने बताया कि फिर उनकी मां ने उन्हें स्पीच थेरेपी लेने को कहा और इसकी मदद से वो काफी हद तक ठीक हो गए.
बोमन ने करियर के तौर पर कई फील्ड्स में काम किया. पढ़ाई के बाद उन्होंने होटल मैनेजमेंट का कोर्स किया और फिर होटल ताजमहल में वेटर और रूम सर्विस स्टाफ के तौर पर काफी वक्त तक काम किया. इसके बाद बोमन ने अपनी मां की बेकरी में भी उनकी मदद की. बोमन ने जब अपनी मां का बेकरी बिजनेस संभाला तो वो इसमें काफी अच्छा कमाने लगे थे. उन्होंने लगातार 14 साल तक ये काम किया.
हालांकि बोमन का मन एक्टिंग और डायरेक्शन की तरफ था तो उन्होंने इस काम को छोड़ दिया. उन्होंने हंसराज सिंधिया की देखरेख में एक्टिंग के गुर सीखे और काफी थिएटर भी किया. थिएटर की पहचान से मदद मिली और उन्होंने फिल्म जोश के जरिए 41 साल की उम्र में एक्टिंग करियर की शुरुआत की. इसके बाद बोमन ने अलग अलग फिल्मों में एक से बढ़कर एक किरदार निभाए और अपनी पहचान एक कामयाब एक्टर के तौर पर स्थापित हुए।