अजय को कि अमिताभ बच्चन और रेखा की जोड़ी पहली बार फिल्म के पर्दे में दर्शकों के सामने आया था सन 1976 हुए दलाल गिरोह द्वारा निर्मित दो अंजाने फिल्म में लेकिन इसके लिए पहेली तक 1972 में इस जोड़ी को पैर करके एक फिल्म होने वाला था।
उस फिल्म का नाम था अपने पराए इस फिल्म में अमिताभ बच्चन और रेखा दोनों ही साइन किए थे कि दोनों ही उन दिनों संघर्ष कर रहे थे और प्रॉब्लम के रूप में जाने जाते थे सुनने में आता है कि कुछ दिन शूटिंग होने के बाद इस फिल्म के निर्माताओं को यह लगा कि अमिताभ बच्चन का कोई स्टारडम नही है उनका कोई ग्रैंड स्लैम नहीं है उनको लेकर इस फिल्म को आगे बढ़ाने से अफीम व्यवसायिक रूप से सफल नहीं भी हो सकती है इसलिए इस फिल्म के निर्माता-निर्देशक अमिताभ बच्चन को इस फिल्म से हटा दिए।
इसके बाद इस पॉइंट को ऑफर किया गया नवीन निश्चल जी को दो उन दिनों बहुत बड़े सुपरस्टार थे नवीन उच्चतर इस फिल्म में पहले काम करने के लिए राज़ी तो हो गए लेकिन बाद में जब उन्हें पता चल हुआ था कि इस क्रीम में अमिताभ बच्चन को लेकर काम शुरू हुआ था और बाद में उन्हें हटा दिया गया तो न मिनिस्टर को लगा कि यह अमिताभ बच्चन के साथ कहीं ना कहीं नाइंसाफी हुआ है एक न्यूकमर को इस फिल्म में लेने के बाद उसे बिना वजह हटा देना यह बात नवीन निश्चल को खेल और वह इस फिल्म से अपने आप को हटा लिए।
इसके बाद है यह क्रीम ऑफर किया गया संजय खान को और संजय खान को हीरो बना के इस फिल्म का नाम भी बदला गया अपने-पराए यह नाम हटा करके इस फिल्म का नाम हुआ था दुनिया का मेला दुनिया का मेला यह नए नाम से इस्लाम रिलीज हुई थी दुनिया का मेला रिलीज करने के कुछ दिन पहले अमिताभ बच्चन के जंजीर रिलीज हुई और सच्ची ईएस सुपर डुपर हिट हो गया और अमिताभ बच्चन रातों साथ सुपर स्टार बन गए।