मुस्लिम उम्र दराज़ आदमी से शादी कैसे इस गायिका को दस साल पीछे ले गयी?

आज हम बात कर रहे हैं फिल्मी दुनिया की एक ऐसी गायिका के बारे में जिन्होंने ना सिर्फ अनगिनत सुपरहिट गाने द हैं बल्कि वह खुद किसी फिल्मी हीरोइन से कम नजर नहीं आती जिन्होंने ना सिर्फ गाने गाए बल्कि स्टेज परफॉर्मेंस के दौरान उनका अंदाज किसी स्टार से कम नहीं होता इनके लिए यह कहावत एकदम सटी है के पूत के पांव पालने में ही दिखाई दे जाते हैं मेरी जिंदगी में आए हो और ऐसे आए हो तुम जो खुल गया है सास क्योंकि जब वो एक छोटी बच्ची थी तभी से वह अपने आसपास होने वाले सभी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया करती थी।

यहां तक कि उनकी एक जिद और लगन ने उन्हें मुंबई का रास्ता दिखा दिया यह सिर्फ और सिर्फ गाना गाना चाहती थी आप जा जा सुब और इसीलिए उन्होंने दसवीं कक्षा के बाद ही पढ़ाई करना बंद कर दिया गाने को सीखने के लिए यह उस समय दूसरे गायको की कैसेट लगाकर उस गाने को सुनकर और समझकर रियास करती थी तेरे मेरे श्क का एक शायराना लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि बहुत सारे हिट गानों के बाद भी इनकी आवाज को कई बार रिजेक्ट कर दिया जाता फिर भी जो मुकाम इस गायिका ने फिल्म जगत में बनाया है वह हर किसी का सपना होता है सिर्फ गाय की बल्कि इन्होंने एक्टिंग भी की और वहां भी इन्होंने साबित कर दिया कि ये एक्टिंग में भी अच्छा कर सकती हैं इतनी सफलता पैसा नाम और शोहरत कमाने के बाद भी इनके जीवन में काफी उतार चढ़ाव आते रहे हालांकि समय खुद इन्होंने इनके एक गलत फैसले के बदौलत देखा तेरे लेकिन उससे बाहर निकलकर इन्होंने अपनी गलती को सुधारा भी और यह फिर से आगे बढ़ गई जानेंगे इस गायिका की जिद लगन और उस गलती के बारे में।

आज हम बात कर रहे हैं एक ऐसी गायिका के बारे में जिन्होंने हर बड़ी अदाकारा के लिए अपनी आवाज दी जो भी गाने इन्होंने गाए वह बेहद पसंद किए गए प्यार कीय कहानी सुनो एक लड़का था एक लड़की थी फम चाहे चले ना चले पर इनके हुए गाने हमेशा लोगों की जुबा पर आ जाते महबूब मेरे महबूब मेरे तेरी आखों से मुझे पीने दे हम बात कर रहे हैं सिंगर सुनिधि चौहान की जो बचपन में निधि चौहान हुआ करती थी लेकिन उन्हें कल्याण जी आनंद जी जैसे महान म्यूजिक डायरेक्टर जोड़ी ने सुनिधि बना दिया।

सुनिधि का जन्म 14 अगस्त 1983 में दिल्ली में हुआ था राजपूत घराने में जन्मी सुनिधि चौहान के पिता दुष्यंत चौहान का रुझान भी एक्टिंग में था इसीलिए वे दिल्ली में एक थिएटर ग्रुप से जुड़े थे सुनिधि की मां सीता चौहान ने जब सुनिधि को बहुत ही कम उम्र से इस खूबसूरती के साथ गाते हुए सुना तो उन्होंने अपनी बेटी को प्रोत्साहित करने के लिए हमेशा लोकल तौर पर होने वाले स्टेज शो प्रतियोगिताएं और जहां भी गाने का अवसर मिलता वहां ले जाने की कोशिश की तब छोटी सी छ साल की सुनी थी वहां गाती तो लोग आश्चर्य चकित रह जाते मेरे महबूब आज की रात जब सुनिधि 8 साल की थी तो तबस्सुम जी अपने एक शो के लिए दिल्ली गई थी जहां सुनिधि बिना कुछ सोचे उनके पास स्टेज पर पहुंच गई पहले तो तबस्सुम जी ने मना कर दिया वे बोली कि बीच में आप नहीं गा सकती लेकिन सुनी उनसे जिद करने लगी कि बस आप एक बार मेरा गाना सुन लीजिए सुनिधि की जिद के आगे तबस्सुम जी पान गई सुनिधि ने जब अपना गाना शुरू किया तो वे इस कदर प्रभावित हुई कि उन्होंने सुनीति के माता-पिता से कहा कि इसे तो आप मुंबई ले आइए के बाद सुनिधि के माता-पिता अपनी दोनों बेटियों को लेकर मुंबई आ गए।

यहां वे लोग तबस्सुम जी से फिर मिले तबस्सुम जी भी यहां पीछे नहीं हटी और उन्होंने सुनिधि का गाना बड़े-बड़े संगीतकारों को सुनया जिसमें से एक थे आदेश श्रीवास्तव जिन्होंने सुनीली को उनका पहला ब्रेक दिया यह गाना था लड़की दीवानी देखो लड़का दीवाना लकी दीवानी देखो लड़का दीवाना का कैसे कैसे ढूंढे बहार यह साल था 1996 और सुनी धी तब सिर्फ 13 साल की थी फिल्म का नाम था शस्त्र यही नहीं सुनिधि को उसी साल लता मंगेशकर ट्रॉफी से भी नवाजा गया क्योंकि उन्होंने दूरदर्शन के शो मेरी आवाज सुनो में हिस्सा लिया और वे वहां भी जीत गई चंदा में चांदनी 13 साल की उम्र जब बच्चे बातों को पूरी तरह समझ भी नहीं पाते उस समय सुनिधि इन दो उपलब्धियों को हासिल कर चुकी थी।

इसके बाद सुनिधि को विधिवत शास्त्री गायन की शिक्षा भी दिलाई गई ताकि वे खुद को और तराश सके और फिर सुनिधि को अवसर मिला सोनू निगम से मिलने का सोनू निगम ने सुनिधि की मुलाकात करवाई मस फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर संदीप चोटा से ये सुनिधि के लिए सबसे बड़ा ब्रेक साबित हुआ फि मस्त के लिए सुनिधि को चार गाना गाने के लिए साइन कर लिया गया जिसमें से दो गाने तो उन्होंने सोनू निगम के साथ ही गाए।

आंखों में तेरे सपने होठों प तेरे नग मेंे फ मेरा लगे कहस ना था देखा ना था समझाना था फिर मस् के लिए गाय सुनी के सभी गाने खूब लोकप्रिय हुए इस सफलता के परिणाम स्वरूप सुनिधि को तीन और फिल्मों में बतौर सिंगर साइन कर लिया गया साल 2000 में रिलीज फिल्म फिजा के लिए सुष्मिता सेन पर फिल्माया गया गाना महबूब मेरे महबूब मेरे को सुनिधि ने मात्र कुछ मिनटों में रिकॉर्ड किया और इस गाने ने भी बेमिसाल सफलता हासिल की इन सफल गानों के बाद सुनिधि को कभी भी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ी।

सुनिधि के कुछ बेहतरीन गाने जैसे बंदा ही क्या है जो नाचे ना गाए और हाथों में तू हथ थाम ले है इश्क तो इश्क तो गले से लगा ले एक झलक को अतर मेतेरे इश्क की दीवानगी सर पे चढ़ के बोले तू मुझसे तू ना मुझसे कभी बिछड़े गई आज आसमा से आ गई आगे मैं जहां सुनी के गानों की फेहरिस्त बहुत लंबी है 2500 से भी ज्यादा गाने गाने वाले इस सिंगर ने लगभग हर बड़े म्यूजिक डायरेक्टर के साथ काम किया है एक रोचक किस्सा हम आपको बताते हैं दरअसल फिल्म अजनबी के समय सुनीति की आवाज को भारी बताते हुए अब्बास मस्तान ने करीना पर फिल्म माए जाने वाले एक गाने के लिए उन्हें रिजेक्ट कर दिया।

वहीं दूसरी तरफ फिल्म के संगीतकार अनु मलिक व गाना सिर्फ सुनिधि से ही रिकॉर्ड करवाना चाहते थे और हुआ भी वही अनु मलिक ने वह गाना सुनिधि से ही रिकॉर्ड करवाया और यहां भी सुनिधि ने अपनी आवाज का जादू बिखेर दिया यह गाना खूब पसंद किया गया मेरी जिंदगी में अजनबी का इंतजार जब भी सुनीज से उनकी आवाज के भारीपन के विषय पर चर्चा की जाती है तो वे कहती हैं कि मैं इसे एक कॉम्प्लीयंट करते हैं सुनिधि चौहान की निजी जिंदगी के बारे में सुनिधि जब सिर्फ 18 साल की थी तो उन्हें कोरियोग्राफर बॉबी खान से प्यार हो गया बॉबी खान कोरियोग्राफर अहमद खान के भाई हैं।

सुनिधि बबी खान से लगभग 14 साल छोटी थी इसीलिए सुनिधि के माता-पिता इस शादी के पक्ष में नहीं थे एक तो खुद सुनिधि की उम्र शादी की नहीं थी उस पर बॉबी खान मुस्लिम थे यह दोनों कारण थे कि सुनिधि के माता-पिता इस शादी के लिए तैयार नहीं थे पर छोटी उम्र के इस प्यार का जादू सुनिधि के सर पर चढ़कर बोल रहा था इसीलिए मां-बाप की इच्छा के विरुद्ध भी सुनिधि ने ने बॉबी खान से 2002 में शादी कर ली।

महज 19 साल की उम्र में हुई शादी सिर्फ एक साल बाद ही टूट गई माना जाता है कि शादी के बाद दोनों के बीच काफी तनाव रहा यहां तक कि सुनिधि को बॉबी खान के परिवार से काफी यातनाएं मिली सुनीति जब इस शादी से बाहर निकली तो फिर दोबारा 10 साल तक उन्होंने सिर्फ अपने करियर पर ही ध्यान दिया लेकिन एक बार फिर से सुनिधि ने म्यूजिक डायरेक्टर हितेश सोनी से साल 2012 में शादी कर ली और 2018 में वे एक बेटे की मां बनी हालांकि कभी-कभी सुनीति की दूसरी शादी में तनाव की खबरें भी सुनने को मिली।

लेकिन वे सिर्फ अफवा बनकर ही रह गई आज सुनिधि अपनी मैरिड लाइफ में खुश है बात करें सुनिधि के अचीवमेंट्स की तो सुनिधि ने बहुत से गानों के लिए स्पेशल अपीयरेंस भी दी है जहां वे खुद किसी भी हीरोइन से कम नजर नहीं आती वहीं साथ ही सुनिधि ने शॉर्ट फिल्म प्लेइंग प्रिया में काम भी किया है फॉबस इंडिया मैगजीन में लगातार 4 सालों तक टॉप 100 सेलिब्रिटी की लिस्ट में सुनिधि का नाम शामिल रहा है इसके सिवा सुनिधि आइफा जी सिने अवार्ड्स और फिल्मफेयर अवार्ड भी अपने नाम कर चुकी हैं।

इंडियन आइडल जैसे म्यूजिकल शोज में वे बतौर जज भी नजर आई लेकिन बाद में उन्होंने अपने कुछ उसूलों के चलते वो शो छोड़ दिया।

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