राज कपूर को राजेंद्र कुमार के इस बेटे से इतनी नफरत क्यों थी, क्या राज कपूर ने ही ख़तम किया था इनका करियर।

बॉलीवुड का एक ऐसा चेहरा जिसे जब लड़कियों ने फिल्मी पर्दे पर देखा तो वो उसकी दीवानी हो गई बात एक अलग ही मासूमियत थी मैं तेरा दीवाना [संगीत] देखें तुझे क्यों जमा उनके चेहरे की रंगत ऐसी थी की उन्हें देखने के लिए उनकी पहले ही फिल्म को दर्शकों ने बार-बार देखा आने वाला सुपरस्टार मां लिया गया यादव से तेरे सब क्या हुआ की इतना प्रोमाइजिंग स्टार उसे एक फिल्म के बाद कभी भी दर्शकों का दिल नहीं पाया खबर इस फिल्म इंडस्ट्री को छोड़ना पड़ा क्या वो फिल्मों की चयन में इनकी कोई गलती थी या फिर उनकी किस्मत का दोस्त या बात कुछ और थी यह सितारा फिल्मों के एक बेहद नाम चिन्ह पिता का बेटा था जी हां हम बात कर रहे हैं फिल्मों के जुबली कुमार कहे जान वाले राजेंद्र कुमार के बेटे के बड़े में इनका नाम है कुमार गौरव का मेला तू कहां से आई चमकते वाले इस सितारे के बड़े में जो जितनी तेजी से चमक उतनी ही तेजी से उसकी जगमगड़ धुंधली भी हो गई।

युवराज कपूर इस सितारे को बेहद नापसंद किया करते थे क्यों फिल्म इंडस्ट्री में सक्सेसफुल पिता का यह बेटा अपनी जगह नहीं बना पाया क्यों मंदाकिनी ने इनके साथ फिल्म में कम करने से माना कर दिया था क्यों एक बेहद सफल फिर सपोर्टिंग एक्टर का ही दर्ज मिला और आजकल ये क्या कर रहे हैं जानेंगे इनके बड़े में और भी बहुत कुछ आप बस बने रहिए हमारे साथ नमस्कार दोस्तों मैं हूं ज्योति और आप देख रहे हैं बॉलीवुड क्लासिक एरा आज हम बात कर रहे हैं 80 के दशक के सितारे कुमार गौरव की जिनकी पहले ही फिल्म ने दर्शकों के बीच तहलका मचा दिया था उसने मुझे मारा पापा जी आपको बता दें की इनका असली नाम मनोज तुली था लेकिन क्योंकि फिल्मी दुनिया में पहले से ही मनोज कुमार मौजूद थे तो इनका नाम बदलकर कुमार गौरव रख दिया गया कुमार गौरव का जन्म 11 जुलाई 1960 में लखनऊ में हुआ था।

इनकी बधाई शिमला के एक स्कूल से हुई थी इनके पिता बॉलीवुड के जान मैन सितारे राजेंद्र कुमार है और इनकी मां का नाम था शुक्ला इनके मां का ताल्लुक भी फिल्मी बहस परिवार से था पढ़ाई पुरी करने के बाद जब कुमार गौरव ने अपने पिता को फिल्मों में कम करने की इच्छा जताई तो उनके पिता ने और 1981 में उन्हें लॉन्च किया था फिल्म लव स्टोरी से कुमार गौरव बेहद ही चार्मिंग पर्सनालिटी के लड़के थे।

इसीलिए उनकी पहले फिल्म स्टोरी में वो इस कादर पसंद किया गए की इनकी शोहरत इस फिल्म के बाद आसमान चुने लगी इस समय उन्हें फिल्मों में लेने के लिए निर्माता की लाइन ग गई खैर बात करें इनकी पहले हीरोइन की तो इस फिल्म में उनके साथ नजर आई थी विजेता पंडित दोनों की केमिस्ट्री फिल्में देखते ही बंटी थी और साथ ही दोनों नीचे जिंदगी में भी बेहद करीब ए गए थे वन लगा दी मुझे तो यह गुड़िया जापानी लगती है।

दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे लेकिन फिल्म के ठीक विपरीत इनकी प्यार की यह दास्तान सफल ना हो साकी और इसका करण रहा राजेंद्र कुमार से राज कपूर की दोस्ती और ताल्लुक दरअसल राज कपूर और राजेंद्र कुमार बेहद अच्छे दोस्त थे राज कपूर कुमार गौरव से अपनी बेटी रीमा कपूर की शादी करवाना चाहते थे इधर राजेंद्र कुमार भी अपनी इस दोस्ती को रिश्ते नई में बदलने के लिए बेहद खुश थे कुमार गौरव ने बाद में यह शादी करने से माना कर दिया पापा मैं पिंकी से बहुत प्यार करता हूं पापा मैं उसके बिना नहीं र सकता पापा नाराज हुए और साथ ही दोनों की दोस्ती भी खत्म हो गई और इसके बाद राजेंद्र कुमार भी इज्जत पर ए गए की जी लड़की की वजह से उनके दोस्त के साथ उनका पूरा रिश्ता बर्बाद हो गया।

उसे वो अपने घर की बहू कभी नहीं बनाएंगे इसके चलते कुमार गौरव और विजेता पंडित का यह रिश्ता यही खत्म हो गया एवरेज रही हंसते-हंसते आंख कहानी दोबारा अपनी पहले फिल्म जैसी सफलता नहीं देख सके ऐसा भी माना जाता है की कुमार गौरव बस्तर फिल्म लव स्टोरी के बाद आई सफलता को ढंग से हैंडल नहीं कर पे ।

इस फिल्म की सफलता के नसे में चर कुमार गौरव ने यह फैसला किया की वे नई लड़कियों के साथ कम नहीं करेगी जाहिर है की इसके पीछे की वजह और न्यूकमर को स्ट्रगलर मानते थे इस वजह से निकाल गई इनके फिल्म लव स्टोरी के बाद ही इन्हें मंदाकिनी के साथ एक फिल्म का प्रस्ताव मिला था उसे समय तकनीकी यह पहले फिल्म थी अपनी सफलता के गुरुर में आए कुमार गौरव ने एक नई लड़की के साथ कम करने से साफ माना कर दिया और ऐसे में मंदाकिनी के हाथों से भी ये फिल्म निकाल गई उन्हें वापस अपने शहर लौटना पड़ा और 1985 में राज कपूर ने इस मंदाकिनी को फिल्म राम तेरी गंगा मौली में उतारा और मंदाकिनी उसे फिल्म के साथ ही एक स्टार बन गई।

अब हालात बिल्कुल उल्टे थे इधर को बाहर गौरव को एक हिट फिल्म की तलाश थी तो उधर मंदाकिनी फिल्मी दुनिया में सफलता की और बाढ़ रही थी एक प्रोड्यूसर ने जब मंदाकिनी को फिल्म में कुमार गौरव के साथ लेने की कोशिश की तो उसे समय मंदाकिनी ने कुमार गौरव का नाम सुनते ही उनके साथ फिल्म में कम करने से साफ इनकार कर दिया।

यह 1986 में फिर से राजेंद्र कुमार ने कुमार गौरव के करियर को सहारा देने के लिए सुन नाम की शुरुआत की फिल्म ए इनके साथ संजय डेट नूतन और अमृता सिंह भी थे फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई [संगीत] तो मैं क्या करूंगा तो यार संजय डेट को मिला और यहां कुमार गौरव एक सपोर्टिंग एक्टर के तोर पर ही दिखाइलो में कुमार गौरव ने बहुत सी फिल्मों में कम किया जिसमें जूही चावल के साथ फिल्म गंज और माधुरी दीक्षित के साथ फिल्म फूल में भी नजर आए जूही चावल फिल्म कयामत से कयामत के बाद एक बेहद पॉपुलर नाम बन चुकी थी वहीं माधुरी दीक्षित भी तेजाब राम लखन किशन कन्हैया त्रिदेव दिल और साजन जैसी सफल फिल्में देखकर फिल्म इंडस्ट्री की एक टॉप एक्ट्रेस की श्रेणी में आ चुकी थी।

लेकिन कुमार गौरव के नाम एक भी सुपरहिट फिल्म नहीं ए साकी जी तरह अपनी पहले फिल्म की सफलता के घमंड में उन्होंने नई हीरोइन को ठुकराया था ठीक वैसे ही उनके साथ भी अब बहुत ही हीरोइन कम करने से साफ इनकार कर देती थी यह 2000 में उनके फिल्म गैंग रिलीज हुई जिसमें उन्होंने जैकी श्रॉफ नाना पाटेकर और जूही चावल के साथ कम किया एयर 2002 में फिल्म कटी में उन्होंने अमिताभ बच्चन संजय डेट और सुनील शेट्टी जैसे बड़े कलाकारों के साथ कम किया पर ये फिल्में भी कुमार गौरव के नाम से फ्लक्स स्टार होने का किताब नहीं उतार पाई और इसके साथ ही कुमार गौरव इंडस्ट्री से पुरी तरह निकाल गए।

हालांकि यह 2004 में कुमार गौरव हॉलीवुड की एक फिल्म गया ना 1838 में नजर आए थे और फिर एक बार एयर 2006 में वे एक साइलेंट फिल्म मी डैडी स्ट्रांगेस्ट में भी दिखाई दिए अब अगर बात करें उनकी निजी जिंदगी के बड़े में तो उनकी शादी सुनील डेट और नरगिस के बेटी नम्रता तक के साथ और 1984 हुई थी उससे पहले वे दोनों दो साल तक वेट कर रहे थे इसलिए हाथ से वे सुनील डेट साहब के और नरगिस के नामद है कुमार गौरव और नम्रता ने दो बेटियों को जन्म दिया सांची और सिया उनकी बेटी सांची की शादी फेमस डायरेक्टर कमल अमरोही के पोट बिलाल अमरोही से हुई है।

साथ ही कुमार गौरव अपने साले संजय डेट के साथ बहुत ही क्लोज बंद शेर करते हैं आपको क्या लगता है स्टार के इस बेटे ने जिसने पहले ही फिल्म में जबरदस्त सफलता का स्वाद चक था इसके बावजूद उन्हें किस वजह से बॉलीवुड में सफलता हासिल नहीं हुई किस्मत का खेल था या उनका घमंड।

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