भारत के 10 सबसे बड़े राजघराने जिनकी इज्जत आजतक करती है दुनिया…

ऑलीशान महल झालरों से सजी सवारी आगे-पीछे घूमते दासियां और शाही कपड़े किसी जमाने में राजा रानी की शान होते थे। रियासतों से बने भारत में पहले एक नहीं बल्कि ऐसे कई शाही परिवार थे जो रुतबे से जीते थे और प्रजा पर अपना काबू रखते थे हालांकि भारत की आजादी के बाद राजतंत्र की जगह लोकतंत्र ने ले ली, लेकिन इन राजघरानों का दामन प्रजा ने कभी नहीं छोड़ा, फिर चाहे वह हैदराबादी नवाब रहे हो या हरियाणा के पटौदी।इन रॉयल फैमिली की लेगसी और शाही ठाठ-बाट आज भी बरकरार है, ऐसे में चलिए आज आपको भारत के कुछ ऐसे शाही घरानों से मिलाते हैं जिनकी जिंदगी आलीशान महलों में गुजर रही है सबसे पहले बात करते है नवाब ऑफ पाटौदी सैफ अली खान की.

बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता और पटौदी खानदान के वारिस सैफ अली खान के पूर्वज कभी पटौदी किंग्डम पर राज करते थे और रहीसी ठाठ बाठ से अपनी जिंदगी जीते थे करोड़ों की जायदाद के मालिक सैफ अली खान, नवाब सूर अली खान और शर्मिला टैगोर के बेटे हैं इनके पिता कभी भारत के लिए क्रिकेट खेलते थे और टीम के कैप्टन हुआ करते थे और टाइगर नवाब के तौर पर भी काफी लोकप्रिय थे लेकिन साल 2011 में इनके गुजर जाने के बाद गद्दी पर बैठने वाले दसवें नवाब सैफ अली खान बने जो पटौदीयो के लगभग 5000 करोड़ की प्रॉपर्टी के वारिस बन गए। आज पटौदी पैलेस से लेकर भोपाल हरियाणा तक एक्स्पेंसेस प्रॉपर्टी इनके नाम है, ये लग्जरियस लाइफ स्टाइल से अपनी जिंदगी चीज है.

और सर्दियों में क्वॉलिटी टाइम पटौदी पैलेस में बिताते हैं। इसके बाद बात करते है रॉयल फैमिली ऑफ जयपुर गुलाबी शहर की चकाचौंध में एक राजपूती घराना ऐसा भी है जो केवल शोहरत के लिए ही नहीं बल्कि अपने सेलेब स्टेटस के लिए भी जाना जाता है। इनके वंश की बागडोर आज पद्मनाभ सिंह के हाथ जरूर है लेकिन कभी भवानी सिंह इस परिवार की मुखिया हुआ करती थी और जयपुर में उनके नाम का बोलबाला हुआ करता था। साल 2011 में उनकी मौत के बाद उनकी बेटी के बेटे थे पद्मनाभ सिंह महाराजा के तौर पर गद्दी पर बैठे और तभी से वह दुनियां के लिए किंग कम सेलिब्रिटी बन गए शाही राजा होने के साथ पोलो और फैशनमें उनका इंटरेस्ट इतना ज्यादा रहा कि वह एक नेशनल लेवल पोलो प्लेयर और फैशन मॉडल की तरह लोगों के सामने आए और शाही राजा होने के अलावा एयर बिनबी के साथ पार्टनरशिप करने के लिए जाने गए यह इनके बिजनेस सेंस और रॉयल प्रॉपर्टी का ही जादू है कि वह इतने सालों तक अपने रॉयल फैमिली और राजपूती शान को मेंटेन करने में सफल रहे हैं.

अब बात करते है हाउस ऑफ भोसले की। महाराष्ट्र की सरज़मीन पर राज करने वाले मराठा छत्रपति शिवाजी महाराज अब इतिहास का हिस्सा है लेकिन उनके वंशजों का महाराष्ट्र में अभी भी एक अलग रुतबा है। यह नागपुर कोल्हापुर से लेकर मुद्धोल सावंत वाड़ी और तंजौर में बड़ी ही शान से रहते हैं और इन्ही में से सबसे पॉपुलर भोसले शाही घराना है जिनके मुखिया उदयनराजे है यह अपने आप को शिवाजी महाराज के वंशज मानने के साथ छत्रपति के 13 वे टाइटल होल्डर मानते हैं। लाखों करोड़ों की दौलत के मालिक होने के साथ-साथ यह पॉलीटिकल पार्टी के भी सदस्य है.

जनता ना केवल नेता के तौर पर इन्हें प्यार देती है बल्कि छत्रपति के वंशज के तौर पर भी इनका काफी सम्मान करती है। इसके बाद बात करते है द रॉयल फैमिली ऑफ बीकानेर की। बीकानेर के मशहूर लालगढ़ फोर्ट का जिक्र तो आपने कई बार सुना होगा लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि इस खूबसूरत आर्किटेक्चर की मिल्कियत राज्यश्री कुमारी के हाथों में है। यह महाराजा करनी सिंह और महारानी सुशीला कुमारी की बेटी है और भारत की शार्प शूटर भी रही है। अपने हुनर के चलते ही सरकार से इन्हें अर्जुन अवॉर्ड भी मिल चुका है और 16 साल की उम्र में ही कई बुक पब्लिश कर के यह लेखक भी बन चुकी है। राज्यश्री कुमारी को आज एक स्ट्रांग इंडिपेंडेंट वूमेन की तरह देखा जाता है जिनकी शान और सम्मान के आगे कई बड़ी हस्तियां जी हुजूरी करते नजर आते हैं। इन्होंने अपने महल के एक छोटे से हिस्से को हेरीटेज म्यूजियम भी बनाया है, ताकि टूरिस्ट उनके पूर्वजों के इतिहास और लग्जरियस लाइफ स्टाइल से रूबरू हो सक.

आखिर में बात करते है रॉयल फैमिली ऑफ जोधपुर की। उम्मेद भवन का जिक्र शायद आप में से कई लोगों ने सुना हो। जी हां यह वही महल है जहां प्रियंका चोपड़ा जैसे कई सेलेब्स शादी रचा चुके हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि शाही महल का मालिकाना हक महाराज गजसिंह के पास है, जो राठौर परिवार के वंश से संबंध रखते है। आज भी जोधपुर के इस राजघराने को भारत के सबसे शाही परिवार का दर्जा दिया जाता है।कई बड़े लग्जरी होटल्स और पैलेस के साथ ही दुनिया का इकलौता ऐसा परिवार है जो इतना बड़ा प्राइवेट रेजिडेंट रखता है। गज सिंह अपने परिवार के साथ आज भी उम्मेद भवन में ऐशो आराम की जिंदगी काट रहे हैं इसके कई हिस्सों को टूरिस्ट के लिए खोला गया है साथ ही जोधपुर का मेहरानगढ़ फोर्ट भी इनकी प्रॉपर्टी का हिस्सा ह.

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